आजकल सेंसर बोर्ड का दखल फिल्मों में काफी बढ़ गया है. अब इसके लपेटे में आई है दिलजीत दोसांझ की फिल्म. इसमें CBFC (Central Board of Film Certification) ने 21 कट्स लगाए हैं. इसके बाद फिल्म को ए सर्टिफिकेट दिया गया.
दिलजीत की फिल्म में सेंसर बोर्ड ने 21 कट्स लगाए, कहा: सिखों को कट्टरपंथ की ओर मोड़ सकती है फिल्म
मेकर्स फिल्म में की गई काट-छांट के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंच गए हैं.

इस फिल्म का टेंटेटिव टाइटल Ghallughara बताया जा रहा है. 'घल्लूघारा' का अर्थ होता है घोर तबाही. इस शब्द से जुड़ी सिख इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाएं भी हैं. इस पर किसी रोज़ विस्तार से बात करेंगे. बहरहाल, फिल्म की कहानी सिख ह्यूमन एक्टिविस्ट जसवन्त सिंह खालड़ा की ज़िंदगी पर आधारित होगी. 1990 के दशक में उन्होंने सिखों के लिए काफी काम किया है. उस वक़्त पंजाब अनस्टेबल स्टेट था. कई तरह के उग्र आन्दोलन वहां चल रहे थे. अप्रैल 1995 में कनाडा के ऑडिटोरियम में जसवंत ने एक स्पीच दी थी. इस स्पीच के कुछ महीनों बाद उनके घर कुछ अजनबी शख्स आए. उन्हें अपने साथ लेकर चले गए. उस दिन के बाद जसवंत सिंह खालड़ा कभी अपने घर नहीं लौटे. उसी साल 27 अक्टूबर को उनका शव हरिके नदी में मिला. दिलजीत दोसांझ जसवंत सिंह के रोल में दिखेंगे.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सेंसर बोर्ड ने 'घल्लूघारा' में 21 कट्स सुझाए हैं. CBFC का कहना है कि फिल्म में कुछ ऐसे हिस्से हैं, कुछ ऐसे डायलॉग हैं, जिनकी प्रकृति उत्तेजक और साम्प्रदायिक है. ये हिंसा भड़काने के साथ-साथ सिख युवाओं को कट्टरपंथ की तरफ मोड़ सकते हैं. ऐसा भी कहा गया है कि फिल्म देश की सम्प्रभुता के साथ-साथ कई दूसरे देशों के साथ सम्बन्धों को भी प्रभावित कर सकती है. इसलिए CBFC ने फिल्म के कुछ डायलॉग हटाने को कहा है. साथ ही इसके टाइटल को भी हटाने की बात कही गई है.
हालांकि फिल्म को ए सर्टिफिकेट दिया जा चुका है. लेकिन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म बनाने वाली कम्पनी RSVP फिल्म्स ने इसके खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में अपील की है. यहां उन्होंने फिल्म में की गई काट-छांट को चुनौती दी है. इस केस की अगली सुनवाई 14 जुलाई को होनी है. इस फिल्म को दिसंबर 2022 में सेंसर बोर्ड के हवाले किया गया था. कई महीने बीत गए, सेंसर बोर्ड की तरफ से कोई रिस्पॉन्स नहीं आया. इसके कुछ दिनों बाद मई 2023 को RSVP फिल्म्स बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंचा. यहां सेंसर की तरफ से जवाब आया कि 26 मई तक सर्टिफिकेट से जुड़ा फैसला आ जाएगा. फैसला आया भी. सर्टिफिकेट भी मिला. पर कई सारे कट्स लगाने के सुझावों के साथ. अब कोर्ट में फैसला पेंडिंग है. देखते हैं 14 जुलाई को क्या होता है?
जसवंत खालड़ा की जिंदगी पर बन रही फिल्म में दिलजीत के अलावा अर्जुन रामपाल भी दिखेंगे. 'घल्लूघारा' को हनी त्रेहन डायरेक्ट कर रहे हैं. अपने काम की वजह से जसवंत सिंह खालड़ा सिख समुदाय के बीच एक इम्पॉर्टेंट फिगर बन चुके हैं. यही वजह है कि जब न्यूज़ आई कि दिलजीत उनका रोल करने वाले हैं, तो कुछ लोगों ने विरोध जताया. उनका कहना था कि दिलजीत में वो पवित्रता नहीं है और वो बहुत ज़्यादा वेस्टर्न हैं. हालांकि दिलजीत ने भरोसा दिलाया कि वो ये रोल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
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