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कहानी विलन विद्युत जामवाल की, जिन्हें देख डर लगा कि अपना हीरो हार न जाए!

विलन से हीरो बनने के सफर में इन्होंने इरफान के लिए सलमान की फिल्म छोड़ दी.

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फिल्म 'फोर्स' के एक सीन में जॉन अब्राहम के साथ विद्युत जामवाल.
विद्युत जामवाल को इंडिया के टॉप एक्शन स्टार्स में गिना जाता है. मगर इंट्रेस्टिंग बात ये कि जिस जटिल किस्म का एक्शन ये स्क्रीन पर करते हैं, उसकी कोरियोग्राफी भी खुद ही करते हैं. ये उन एक्टर्स में से हैं, जिन्होंने इरफान के साथ काम करने के लिए सलमान की फिल्म को मना कर दिया. मगर माया मिली न राम! आज हम उन्हीं विद्युत की कहानी लल्लनटॉप स्टाइल में जानेंगे.

# वो बच्चा, जो पिता की मौत के बाद मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग लेने लगा विद्युत जामवाल का जन्म 10 दिसंबर, 1980 को कानपुर में हुआ था. विद्युत के पिता इंडियन आर्मी में थे. इस वजह से उन्हें फैमिली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने का मौका मिला. इसलिए कई जगहों पर विद्युत की पैदाइश जम्मू-कश्मीर बताई जाती रही है, जो कि गलत है. जब विद्युत छोटे थे, तब उनके पिता की डेथ हो गई. पेंशन तो थी मगर फिर भी फैमिली को चलाने के लिए उनकी मां केरल के एक आश्रम में काम करने लगीं. वहां विद्युत और कलरिपैटु की पहली भिड़ंत हुई. तीन साल की उम्र से उन्होंने कलरिपैटु की ट्रेनिंग लेनी शुरू की. अगले 10 साल तक उनकी फैमिली केरल में रही. जब तक वहां से शिफ्ट होते, विद्युत कलरीपैट या कलरिपैटु के अच्छे जानकार हो चुके थे.
कलरिपैटु को मदर ऑफ ऑल द मार्शल आर्ट्स कहा जाता है. इसी से टूटकर मार्शल आर्ट्स की अलग-अलग विधाएं बनी हैं. खैर, विद्युत को 11वीं क्लास में आस पास की जनता से मिले रिएक्शन के बाद रियलाइज़ हुआ कि वो एक अच्छे मार्शल आर्टिस्ट हैं. पहले तो वो अपने पिता की तरह आर्मी में भर्ती होना चाहते थे. मगर अब गेम चेंज हो गया. वो मार्शल आर्ट की फील्ड में अपना करियर बनाने पर काम करने लगे. हाइट अच्छी थी. दिखते भी ठीक-ठाक थे. इसलिए मॉडलिंग करने लगे. इसकी शुरुआत दिल्ली में हुई मगर बड़े प्लैटफॉर्म की तलाश ने मुंबई पहुंचा दिया.
कैमरे के लिए कलरिपैटु की प्रैक्टिस करते विद्युत जामवाल.
कैमरे के लिए कलरिपैटु की प्रैक्टिस करते विद्युत जामवाल.

# विद्युत जामवाल को कैसे मिला फिल्मों में काम? जब विद्युत मुंबई आए, तब उनकी कलरिपैटु ट्रेनिंग बहुत काम आई. क्योंकि ये एक ऐसी कला है, जो सिर्फ फिज़िकली ही नहीं मेंटली फिट बनाती है. एक्शन की दूसरी विधाओं में आपको दूसरों को चोट पहुंचाने या उससे बचने के तरीके सिखाए जाते हैं. मगर कलरिपैटु में आपको हीलिंग यानी किसी चोट को जल्द से जल्द ठीक करने का तरीका भी बताया जाता है. इस कला में निपुणता के लिए आपका मानसिक रूप से दुरुस्त होना बेहद ज़रूरी है. बहरहाल, विद्युत जब मुंबई पहुंचे, तो उन्हें अच्छे मॉडलिंग असाइनमेंट मिलने लगे. मगर मॉडलिंग में मार्शल आर्ट की ज़रूरत नहीं पड़ती. इसलिए विद्युत फिल्मों की तलाश में प्रोड्यूसरों के दफ्तर के चक्कर काटने लगे. बहुत सारे लोगों ने कहा कि उनका फेस सही नहीं, किसी ने कहा एक्टिंग नहीं आती. मगर विद्युत डिगे नहीं. वो मुंबई में मिले खाली समय में ये सब कुछ सीखते रहे. जब मॉडलिंग से फ्री होते, तो टीवी शोज़ के ऑडिशन देने भी जाते. मगर कभी कुछ वर्क आउट नहीं हो पाया. फाइनली उन्हें एक साउथ इंडियन फिल्म में काम मिला. इस फिल्म का नाम था 'शक्ति'. इस तेलुगु फिल्म में उनका नेगेटिव रोल था. मगर ये एक पॉज़िटिव शुरुआत थी. क्योंकि वो अपने करियर की पहली फिल्म में NTR जूनियर जैसे सुपरस्टार के साथ काम कर रहे थे. इस फिल्म में काम करने के दौरान भाषाई समस्या आने लगी. विद्युत ने डायलॉग्स रट लिए. ये देख शूटिंग के दौरान फिल्ममेकर्स हैरान हो गए. मगर एक्सेंट की वजह से विद्युत के डायलॉग्स डब करने पड़े. कुल मिलाकर इस फिल्म से उनका एक्टिंग डेब्यू हो गया. इसके बाद से विद्युत 'ऊसरावेली', 'थुपाकी' और 'बिल्ला 2' जैसी सुपरहिट साउथ इंडियन फिल्मों का हिस्सा रह चुके हैं.
अपने करियर की पहली फिल्म 'शक्ति' में विलन के तौर पर विद्युत जामवाल.
अपने करियर की पहली फिल्म 'शक्ति' में विलन के तौर पर विद्युत जामवाल.

# जब जॉन अब्राहम से भिड़ने के लिए चुने गए विद्युत! 'शक्ति' से निपटने के बाद विद्युत बंबई आ गए. यहां आते ही उन्हें पता चला कि निशिकांत कामत अपनी अगली फिल्म के लिए एक लड़का ढूंढ रहे हैं. तकरीबन 500 लड़कों के ऑडिशन हो चुके थे. मगर मज़ा नहीं आ रहा था. विद्युत उस फिल्म के लिए ऑडिशन देने पहुंचे. स्क्रीनटेस्ट-ऑडिशन जैसी तमाम तरह की टेक्निकल चीज़ें हुई. फाइनली विद्युत को उस फिल्म में कास्ट कर लिया गया. ये फिल्म थी 'फोर्स'. जॉन अब्राहम इस फिल्म के हीरो थे. विद्युत जामवाल की कास्टिंग फिल्म के विलन के तौर पर हुई थी. इस हिंदी फिल्म को देखकर पहली बार डर लगा कि भइया इस विलन से कहीं अपना हीरो हार न जाए. फिल्म में विद्युत ने विष्णु नाम के एक कोल्ड ब्लडेड विलन का रोल किया था. फिल्म तो कुछ खास नहीं चली. मगर विद्युत को हिंदी सिनेमा में एक पहचान मिल गई. जब विद्युत इस फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, तब प्रोड्यूसर विपुल शाह ने उन्हें स्टंट करते देखा. वो विद्युत के एक्शन स्किल्स से इतने इंप्रेस्ड हुए कि वादा कर डाला. वादा ये था कि अगर विपुल अपने करियर में कोई एक्शन फिल्म बनाएंगे, तो उनके हीरो विद्युत ही होंगे. इस वादे को पूरा करते हुए, जो फिल्म बनी उसका नाम था- 'कमांडो'. 'कमांडो' कई मायनों में विद्युत के लिए खास फिल्म थी. अव्वल, तो ये कि विलन के तौर पर करियर शुरू करने के बाद फाइनली वो इस फिल्म से हीरो बनने जा रहे थे. दूसरी बात और सबसे ज़रूरी बात ये कि वो उन्हें इस फिल्म में खूब सारा और अपनी तरह का एक्शन करने का मौका मिला. फिल्म रिलीज़ हुई और हिट साबित हुई. तब से लेकर अब तक 'कमांडो' फ्रैंचाइज़ी में तीन फिल्में बन चुकी हैं. और सबके हीरो विद्युत जामवाल ही रहे हैं.
फिल्म 'फोर्स' के फर्स्ट लुक में जॉन अब्राहम से भिड़ते विद्युत जामवाल.
फिल्म 'फोर्स' के फर्स्ट लुक में जॉन अब्राहम से भिड़ते विद्युत जामवाल.

# जब इरफान के साथ काम करने के लिए विद्युत ने सलमान की फिल्म छोड़ दी! एक बार किसी अवॉर्ड फंक्शन या पब्लिक इवेंट के दौरान विद्युत की मुलाकात मशहूर फिल्ममेकर और एक्टर तिग्मांशु धूलिया से हुई. इस मीटिंग के दौरान विद्युत ने तिग्मांशु के साथ काम करने की इच्छा ज़ाहिर की. मतलब मुंबई में एक रिवाज टाइप है कि आप जिससे भी मिलते हैं, उसके साथ काम करने की इच्छा ज़ाहिर कर देते हैं. ताकि सामने वाले को सुनने में अच्छा लगे. मगर एक दिन विद्युत को तिग्मांशु का फोन आया. तिग्मांशु ने उन्हें बताया कि वो उनकी फिल्म 'कमांडो' देख चुके हैं. अपनी अगली फिल्म में उनके साथ काम करना चाहते हैं. वो फिल्म थी सैफ अली खान- सोनाक्षी सिन्हा स्टारर 'बुलेट राजा'. इसमें उन्होंने एक पुलिस ऑफिसर का रोल किया था, जिसे राजा मिश्रा यानी फिल्म के हीरो को मारने के लिए बुलाया गया था. दिलचस्प बात ये कि तिग्मांशु ने इस फिल्म में विद्युत को सबकुछ अपने हिसाब से करने को कहा. यानी इस फिल्म में विद्युत जो भी एक्शन करना चाहते थे, उसे उन्हें खुद ही कोरियोग्राफ करना था. इसके लिए बाकायदा उन्हें फिल्म 'बुलेट राजा' के क्रेडिट प्लेट पर एक्शन डायरेक्टर का क्रेडिट भी दिया गया. इसी फिल्म की मेकिंग के दौरान तिग्मांशु ने विद्युत को अपनी अगली फिल्म के लिए भी अप्रोच कर डाला. ये फिल्म दो दोस्तों की कहानी थी, जो उनके बचपन से लेकर 55 साल की उम्र तक की कहानी दिखाने वाली थी.
फिल्म 'बुलेट राजा' के एक सीन में कुलांचे भरते विद्युत. फिल्म में उनका रोल एक पुलिसवाले का था, जिसे उत्पाती नायक राजा मिश्रा को मारने के लिए बुलाया गया था.
फिल्म 'बुलेट राजा' के एक सीन में कुलांचे भरते विद्युत. फिल्म में उनका रोल एक पुलिसवाले का था, जिसे उत्पाती नायक राजा मिश्रा को मारने के लिए बुलाया गया था.


'यारा' नाम से बनने वाली इस फिल्म में इरफान खान लीड रोल करने वाले थे. इरफान की जवानी वाले हिस्से में उनका रोल विद्युत जामवाल करने वाले थे. विद्युत 'हासिल' देखकर बड़े हुए थे, इसलिए इरफान और तिग्मांशु की जुगलबंदी से अच्छी तरह वाकिफ़ थे. उन्होंने फटाक से इस फिल्म के लिए अपनी डेट्स दे दी. इसी दौरान विद्युत को सूरज बड़जात्या डायरेक्टेड फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' का ऑफर आया. इसमें उन्हें सलमान खान के छोटे भाई का रोल करना था. इसके लिए मीटिंग्स वगैरह हुईं. मगर विद्युत वो फिल्म करने को तैयार नहीं हुए. बाद में एक मीडिया इंटरैक्शन के दौरान उन्होंने बताया कि उस फिल्म में काम करने से पहले उन्हें स्क्रिप्ट नैरेशन तक नहीं दिया गया. 'प्रेम रतन धन पायो' में काम न करने की दूसरी वजह उन्होंने ये बताई कि वो अपनी डेट्स तिग्मांशु की फिल्म 'यारा' के लिए दे चुके थे. साथ ही वो 'कमांडो 2' की तैयारियों में भी बहुत व्यस्त थे. इतने लंबे समय से मेकिंग में रही 'यारा' फाइनली 30 जुलाई, 2020 को ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म 'ज़ी5' पर रिलीज़ हुई. तब तक इरफान को गुज़रे दो महीने बीत चुके थे.
फिल्म यारा के पोस्टर पर विजय वर्मा और अमित साध के साथ विद्युत.
फिल्म यारा के पोस्टर पर विजय वर्मा और अमित साध के साथ विद्युत.

# जब एक लीक्ड MMS ने मचा दी विद्युत की लाइफ में खलबली वैसे तो किसी भी एक्टर या सेलेब्रिटी की पर्सनल लाइफ डिस्कस करना हमारा काम नहीं है. मगर जिस चीज़ ने विद्युत की लाइफ को काफी हद तक अफेक्ट किया और लंबे समय तक सुर्खियों में बनाए रखा, उसका ज़िक्र ज़रूरी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक विद्युत जामवाल 'जस्सी जैसी कोई नहीं' फेम एक्ट्रेस मोना सिंह के साथ रिलेशनशिप में थे. 2013 में अचानक से एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ, जिसके बारे में कहा गया कि इस वीडियो में दिख रही महिला मोना सिंह हैं. इस वीडियो के सामने आने के फौरन बाद मोना ने मुंबई साइबर क्राइम ब्रांच में कंप्लेंट की. मगर ज़ाहिर तौर पर वो इस चीज़ से बेहद परेशान थीं. क्योंकि '3 इडियट्स' के बाद उनके फलते-फूलते करियर में ये नेगेटिव पब्लिसिटी काफी घातक साबित हो सकती थी. इस घटना के कुछ ही महीने बाद उनका टीवी शो 'क्या हुआ तेरा वादा' बंद हो गया. जब विद्युत से इस MMS के बारे में पूछा गया, तो वो भड़क गए. उन्होंने सवाल पूछने वाले मीडिया मैन को झिड़कते हुए कहा-
''मुझे लगता है आप जैसै मर्द इसे ज़्यादा प्रमोट करते हैं. आप ही इसके बारे में बात करते हैं और आप ही जैसे लोग हैं, जो इसे सबसे ज़्यादा देखते हैं. भारतीय मर्दों को किसी भी तरह की अश्लीलता का समर्थन नहीं करना चाहिए. कितनी बार देखा? झूठ मत बोल, तेरी शक्ल पर दिखता है, तूने देखा है.''

विद्युत का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल. कई खबरों के मुताबिक इस घटना के बाद विद्युत और मोना अलग हो गए. # अपनी फिल्म को भाव न देने पर स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म से भिड़ गए विद्युत कोरोना वायरस पैंडेमिक के दौरान दुनियाभर के सिनेमाघर बंद पड़े हुए थे. मगर ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म पर फिल्म धड़ाधड़ रिलीज़ हो रही थीं. डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने 29 जून, 2020 को एक ऑनलाइन इवेंट ऑर्गनाइज़ किया. इस इवेंट में वो अपने प्लैटफॉर्म पर रिलीज़ होने वाली फिल्मों और उनकी रिलीज़ डेट की घोषणा करने वाले थे. अक्षय कुमार की 'लक्ष्मी', अजय देवगन की 'भुज', अभिषेक बच्चन की 'द बिग बुल' और आलिया भट्ट की 'सड़क 2' के साथ 'खुदा हाफिज़' और 'लूटकेस' जैसी फिल्में भी इस डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज़ होनी थीं. मगर इस इवेंट में विद्युत और कुणाल खेमू के अलावा सभी फिल्मों के स्टार्स को हिस्सा लेने के लिए बुलाया गया. इस बात से विद्युत खफा हो गए. उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा-
''बड़ा अनाउंसमेंट तो है. सात फिल्में रिलीज़ के लिए शेड्यूल्ड हैं मगर उनमें से सिर्फ पांच फिल्मों को प्लैटफॉर्म ने प्रतिनिधित्व के लिए चुना है. बची दो फिल्मों को न्योता तो छोड़िए सूचना तक नहीं दी गई. दिल्ली अभी बहुत दूर है.''
विद्युत का वो ट्वीट जिसका हिंदी तर्जुमा हमने आपको पढ़वाया.
विद्युत का वो ट्वीट जिसका हिंदी तर्जुमा हमने आपको पढ़वाया.


बेसिकली अपने इस ट्वीट में विद्युत कह रहे थे कि हॉटस्टार ने सिर्फ बड़े स्टार्स को अपनी फिल्मों की घोषणा करने के लिए बुलाया. यानी ओटीटी प्लैटफॉर्म उन्हें बड़ा स्टार नहीं मानती. और इंडिया में स्टार कल्चर का खात्मा अभी बहुत दूर है.
खैर, जिस फिल्म को हॉटस्टार ने भाव तक देने से मना कर दिया था, वो खूब देखी गई. इतनी बड़ी संख्या में देखी गई कि रिलीज़ के कुछ ही समय बाद फिल्म का सीक्वल अनाउंस कर दिया गया. वो फिल्म थी 'खुदा हाफिज़'