सिंगर और म्यूजि़क डायरेक्टर B Praak का कहना है कि उनके म्यूजिक पर उनके पिता और चाचा का गहरा असर है. जिस तरह की धुनें वो आज बना रहे हैं, वो सब उन्होंने पिता और चाचा का म्यूजिक सुन कर जज़्ब किया है. पिछले दिनों बी प्राक The Lallantop के ख़ास कार्यक्रम बैठकी के मेहमान बने. पंजाब की ठेठ धुनें गाते-गुनगुनाते, हेक लगाते हुए उन्होंने अपनी म्यूजिकल जर्नी के कई किस्से सुनाए. कहा कि पंजाब में उनके पिता वरिंदर बचन और चाचा सुरिंदर बचन से बड़ा म्यूजिक कम्पोज़र कोई नहीं हुआ. अपनी बात समझाते हुए बी प्राक ने कहा -
बब्बू मान के एल्बम से सुपरहिट हुए चाचा, उनसे बड़ा कोई पंजाबी कम्पोज़र नहीं: बी प्राक
बी प्राक ने बताया कि हंसराज हंस और दिलशाद अख़्तर जैसे हर बड़े पंजाबी गायक के फर्स्ट एल्बम उनके पिता और चाचा ने कम्पोज़ किए.

"मैं और मम्मी साथ में गाने सुनते थे. मम्मी ने मुझे बहुत चीजें सिखाई हैं. मगर मेरे पिता मेरी मां के बिल्कुल उलट थे. वो मुझे कहते थे कि मैं नहीं सिखाउंगा कुछ. क्योंकि फिर जैसे मैं सिखाऊं, वैसे ही सीखना पड़ेगा. वो बोले मैंने भी अपना कोई गुरु ढूंढा, उनसे जाकर सीखा. तुम भी सीखो. मैंने किसी को अपना गुरु नहीं बनाया म्यूजिक में. पर मैंने अपने पिता और चाचा को, अपने अंदर बिठाया बहुत है. उनका म्यूजिक, उनकी कम्पोजिशंस. मुझे लगता है मेरे पिता जैसा कम्पोज़र पूरे पंजाब में पैदा नहीं हो सकता. बहुत अच्छे-अच्छे कम्पोज़र्स हैं. चरणजीत आहूजा साहब हैं. जयदेव जी हैं. और बहुत कम्पोज़र हुए उस टाइम. पर मेरे चाचा और मेरे पिता पंजाब के सबसे बेहतरीन कम्पोज़र्स थे. उनका कोई भी गाना उठा कर देख लीजिए."
# 90 के दशक में एक एल्बम के लिए 7 लाख थी फीस
इस बातचीत में बी प्राक ने बताया कि 90 के दशक में उनके चाचा लाखों रुपए फीस लेते थे. पूरा किस्सा सुनाते हुए बी प्राक ने कहा -
“मेरे चाचा जिस एल्बम से सुपरहिट हुए थे, वो बब्बू मान जी का पहला एल्बम था. नाम था तू मेरी मिस इंडिया. जिसमें उन्होंने गाना गाया था - ‘निंदरा नी आउंदी या...’ डैडी इस समय लाइव शो में स्टूडेंट्स को सिखाने में लग गए थे. चाचा बुलंदी पर थे. चाचा ने ऐसे-ऐसे गाने कम्पोज करे. सुरिंदर बचन के साथ काम करना लोगों का सपना होता था. नाइंटीज़ की बात कर रहा हूं मैं. पंजाब में अगर कोई म्यूजिक डायरेक्टर पांच लाख भी ले लेता था ना, तो लोग कहते थे इससे महंगा म्यूजिक डायरेक्टर नहीं देखा हमने. चाचा ने उस टाइम एल्बम्स के 7-7 लाख रुपए लिए. नब्बे के दौर में ये रकम बहुत बड़ी होती थी.”
बी प्राक ने बताया कि पंजाब के सारे बड़े सिंगर्स के फर्स्ट एल्बम उनके चाचा और पिता ने किए. उन्होंने कहा -
“मास्टर सलीम जी, हंसराज जी, सरदूल सिकंदर जी, दुर्गा रंगीला जी, दिलशाद अख़्तर जीए रणजीत मणि सहित जितने भी बड़े सिंगर हुए हैं पंजाब में, उनके पहले-पहले एल्बम मेरे पिता ने किए हैं. मास्टर सलीम पांच साल के थे जब उन्होंने पहला एल्बम किया था. उनका सेकंड एल्बम मेरे चाचा ने किया.”
बी प्राक के वर्क फ्रंट की बात करें तो 'केसरी' के गाने ‘तेरी मिट्टी में मिल जावां...’ ने उनकी पहचान बनाई. ‘एनिमल’ में उनका गाना 'सब कुछ ही मिटा देंगे...' भी हिट रहा. इसके अलावा 'गुड न्यूज़' और 'बच्चन पांडे' के लिए भी वो गाने बना चुके हैं. बी प्राक, अक्षय के साथ 'फिलहाल' और 'फिलहाल 2' नाम के दो म्यूज़िक वीडियोज़ पर भी साथ काम चुके हैं.
वीडियो: छोले-भटूरे पर गहन चर्चा और एक शो की कमाई पर B Praak क्या बता गए?