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"आदिपुरुष हॉलीवुड की कार्टून फिल्म", मेकर्स पर भड़के रामायण के 'राम'

राम बने अरुण गोविल ने कहा: शायद आदिपुरुष की टीम को भगवान राम और सीता पर पूर्ण विश्वास नहीं है."

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आदिपुरुष पर हंगामा मचा हुआ है

Adipurush ने दो दिन में 200 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है. फिल्म बंपर कमाई कर रही है. पर इसकी आलोचना भी भी हो रही है. अब इस पर रामानंद सागर की रामायण में राम बने अरुण गोविल का भी बयान आया है. उन्होंने 'आदिपुरुष' को हॉलीवुड की कार्टून फिल्म बताया है. अरुण ने रामायण की कहानी में किए गए बदलावों पर नाराजगी जताई है. उन्होंने फिल्म पर मचे बवाल पर कहा कि जनता ने अपना फैसला सुना दिया है. हालांकि उन्होंने अभी फिल्म नहीं देखी है. सोशल मीडिया पर चल रही क्लिप्स ही उन्हें परेशान कर रही हैं.

अरुण गोविल का कहना है कि रामायण के मामले में आधुनिकता और पौराणिकता का कोई सवाल ही नहीं उठता है. उन्होंने किरदारों को सही ढंग से पेश करने की महत्ता भी बताई है. एबीपी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा:

रामायण को हॉलीवुड की कार्टून फिल्म बना देना किसी तरह से भी सही नहीं है.

अरुण ने इस बात का भी ज़िक्र किया कि वो टीजर रिलीज के बाद भी 'आदिपुरुष' के मेकर्स से बात कर चुके हैं. उस समय उन्होंने अपनी राय और सुझाव दिए थे. हालांकि उन्होंने बातचीत की डिटेल नहीं शेयर की. ये भी नहीं बाताया कि उन्होंने क्या सुझाव दिए थे? ज़ाहिर है जब फिल्म का टीजर आया था, तब भी इस पर बहुत बवाल हुआ था. लोगों ने इसके VFX पर मेकर्स को इतना सुनाया था कि इसे सुधारने की बात कही गई थी. इसके लिए 100 करोड़ अलग से खर्च किए गए. रावण के लुक पर भी टीजर की आलोचना हुई थी. राम को चमड़े के जूते पहनाए जाने पर जनता भड़क गई थी. फिल्म रिलीज होने के बाद भी कमोबेश स्थिति ऐसी ही है. अब भी इसे ट्रोल किया जा रहा है. खासकर इसके डायलॉग्स को.

अरुण गोविल को भी फिल्म में इस्तेमाल की गई भाषा पसंद नहीं आई. उनका कहना है कि वो रामायण के मामले में बोलचाल की भाषा के बजाए, संयमित भाषा इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. 'आदिपुरुष' में दिखाए गए रावण के किरदार पर बात करते हुए उन्होंने कहा:

इतने सालों से जिस तरह से हमने रावण को जाना है और पसंद किया है, उसमें क्या गलत था? चीज़ों को बदलने की क्या ज़रुरत थी? शायद टीम को भगवान राम और सीता पर पूर्ण विश्वास नहीं है, इसीलिए उन्होंने ये बदलाव किए.

बहरहाल, जिस तरह से जनता को फिल्म के संवाद पसंद नहीं आए, अरुण गोविल को भी नहीं आए. हालांकि डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर शुक्ला ने विवादित संवादों में बदलाव की बात कही है. उन्होंने 18 जून को ट्वीट किया:

मेरे लिए आपकी भावना से बढ़कर और कुछ नहीं है. मैं अपने संवादों के पक्ष में अनगिनत तर्क दे सकता हूं, लेकिन इससे आपकी पीड़ा कम नहीं होगी. मैंने और फ़िल्म के निर्माता-निर्देशक ने निर्णय लिया है, कि वो कुछ संवाद जो आपको आहत कर रहे हैं, हम उन्हें संशोधित करेंगे, और इसी सप्ताह वो फ़िल्म में शामिल किए जाएंगे.

अब देखते हैं, आलोचना के बीच फिल्म के किन संवादों में बदलाव किया जाता है?

वीडियो: मूवी रिव्यू: आदिपुरुष