2004 में Main Hoon Na नाम की एक फिल्म आई. कई मायनों में खास थी. बतौर डायरेक्टर Farah Khan की पहली फिल्म. वो पहली फिल्म, जिसे Shahrukh Khan की कंपनी Red Chillies Entertainment ने प्रोड्यूस किया. इंडिया-पाकिस्तान के मसले को तटस्थ नज़रिए से देखने वाली फिल्म भी बताई जाती है. इस फिल्म की एक और खास बात थी. इसमें पब्लिक को पहली बार 'फंकी' क़व्वाली सुनने को मिली. इस फिल्म का म्यूज़िक Anu Malik ने कंपोज़ किया था. Javed Akhtar ने गानों के बोल लिखे थे. अनु बताते हैं कि जब जावेद ने 'तुमसे मिलके दिल का' गाना सुना, तो उठकर चले गए. बोले कि ऐसी कोई क़व्वाली नहीं होती.
जब अनु मलिक ने कव्वाली से छेड़छाड़ की और जावेद अख्तर शाहरुख की फिल्म छोड़कर चले गए
बाद में डायरेक्टर फराह खान के बहुत मनाने पर वो वापस आए.

अनु मलिक ने ANI को एक इंटरव्यू दिया. इसमें उन्होंने बताया कि 'मैं हूं ना' के गाने जावेद अख्तर ने लिखे थे. जब अनु 'तुमसे मिलके दिल का' गाना कंपोज़ कर रहे थे, तब उन्होंने उसके लिरिक्स में 'चेक दैट, लाइक दैट' जैसे अंग्रेज़ी शब्द जोड़ दिए. कंपोज़ करने के बाद ये लाइन्स जावेद अख्तर को सुनाई गई. वो खिसिया गए. अनु मलिक बताते हैं-
"जावेद अख्तर ने कहा कि ये वर्ड्स किसी क़व्वाली में नहीं होते."
ये कहकर जावेद चले गए. फिल्म बन रही थी, मगर जावेद अख्तर वापसी को तैयार नहीं थे. उन्हें वापस बुलाने के लिए फराह खान को बहुत पापड़ बेलने पड़े. अनु ने कहा-
"फराह ने जावेद साहब से कहा, 'अनु ठीक कह रहे हैं. मुझे 'फंकी क़व्वाली' चाहिए."
बकौल अनु, फराह ने ये भी कहा कि वो जैसा कह रही हैं, उन्हें अपनी फिल्म के लिए वैसे ही गाने चाहिए. उन्हें 'मैं हूं ना' के लिए 'फंकी' कव्वाली चाहिए, नॉर्मल क़व्वाली नहीं. अनु मलिक अपनी बातचीत में जोड़ते हैं-
"क़व्वाली का अपना एक अंदाज़ होता है. जावेद साहब की लिखाई कमाल थी. उन्होंने, मैंने, सोनू ने और सभी क़व्वालों ने मिलकर उसे यादगार बनाया था.''
इसके बाद जावेद अख्तर ने फराह खान की अगली फिल्म 'ओम शांति ओम' में भी एक 'फंकी' गाना लिखा. उसे दुनिया ने 'दर्द-ए-डिस्को' नाम से जाना. उसके बाद ये एक टेंप्लेट सा बन गया. क़व्वाली वाली वाइब का गाना, जिसमें पॉप-कल्चर में इस्तेमाल होने वाले 'कूल' शब्दों को मिला दिया जाता था.
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