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"तारे ज़मीन पर बनाने के बाद अमोल और मेरे बीच जो हुआ, उसने मेरा दिल तोड़ दिया"

'तारे ज़मीन पर' को आमिर के बचपन के दोस्त अमोल गुप्ते डायरेक्ट कर रहे थे. मगर आमिर को उनका काम पसंद नहीं आया. फिर बात पैसों की वजह से खराब हो गई.

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आमिर खान ने बताया कि 'तारे ज़मीन पर' डायरेक्ट न कने का फैसला खुद अमोल गुप्ते का था. आमिर ने उन्हें उनकी फिल्म लौटा दी थी.

Aamir Khan और Amole Gupte. कभी जिगरी थे. मगर Taare Zameen Par के बाद दोनों में इतने फ़ासले आ गए कि अब आमिर बेहिचक बोलते हैं - हम दोस्त थे. दोस्त हैं नहीं...थे. कम ही लोग जानते हैं कि बतौर राइटर-डायरेक्टर आमिर खान के जीवन की पहली फिल्म में लीड एक्टर अमोल गुप्ते ही थे. फिर आख़िर ऐसा क्या हुआ कि स्कूल के दिनों में बना ये रिश्ता उस मोड़ पर पहुंच गया, जहां आमिर ने कह दिया कि आज के बाद हम कभी नहीं मिलेंगे. इस मामले में कई तरह की थ्योरीज़ चलती रही हैं. मगर असल में क्या हुआ था, ये पहली बार पूरे सिलसिलेवार ढंग से आमिर खान ने The Lallantop को बताया. Guest In The Newsroom में हो रही बतकही में जब अमोल गुप्ते का ज़िक्र आया तो आमिर ने कहा,

"असिस्टेंट बनने से पहले मैंने एक अंग्रेज़ी शॉर्ट फिल्म बनाई थी. मैं ही था डायरेक्टर. डायलॉग भी मैंने लिखे थे. नाम है दी ओपन विंडो. ये फिल्म खो चुकी है. मेरी छोटी बहन फ़रहत और अमोल गुप्ते इसमें लीड थे. कमाल के एक्टर हैं अमोल. और मेरे पुराने दोस्त भी... थे. (पॉज़ लेकर दो बार कहा) दोस्त थे... थे. दुख की बात है, लेकिन थे. पर बहुत अच्छे एक्टर हैं अमोल."

इस बातचीत में आमिर से सीधे-सीधे पूछा गया कि ‘तारे ज़मीन पर’ किसने डायरेक्ट की है? सवाल तो मुख़्तसर सा है, मगर जवाब बड़ा लंबा दिया आमिर ने. कहा,

“फाइनली तो मैंने ही डायरेक्ट की है. मगर ओरिजनली अमोल कर रहे थे. दरअसल हमारा झगड़ा नहीं हुआ था. अमोल ने मुझे कहा था कि मुझे अक्षय खन्ना को एक स्टोरी नरेट करनी है. मैंने पूछा क्या कहानी है. पहले मैं सुन लेता हूं. मैंने कहानी सुनी. बहुत पसंद आई. मैं बहुत रोया-धोया. मैंने कहा मैं अक्षय को आज ही फोन करता हूं. मगर मेरा एक सवाल है कि ये आप मुझे ऑफर क्यों नहीं कर रहे हैं? वो बोले, मैंने इस बारे में सोचा ही नहीं कि आप करोगे मेरी फिल्म. मैंने पूछा डायरेक्ट कौन कर रहा है? वो बोला - मैं करना चाहता हूं. मैंने कहा- तू कहानी अच्छी लिख सकता है, ये तो मैं देख चुका हूं. तू डायरेक्ट कर पाएगा या नहीं, ये मुझे नहीं पता. मैंने साफ-साफ उसको कह दिया कि अगर मैं इसे प्रोड्यूस करूंगा, तो तू इसे डायरेक्ट नहीं करेगा.”

आमिर के ये कहने के बाद अमोल निराश हो गए. मगर उन्होंने एक-दो दिन सोचा और दोबारा आमिर से बात की. आमिर ने इस बारे में कहा,

“अमोल मुझसे बोला- फिल्म आप प्रोड्यूस करें और जब डायरेक्टर चुनें, तब मुझे एक चांस दें. मैंने कहा- नहीं. अगर ऐसा है तो फिर हम आगे नहीं बढ़ रहे हैं. मुझे उसकी डायरेक्टोरियल कैपेबिलिटी पर भरोसा नहीं था. और मैं उसे कोई झूठी उम्मीद नहीं देना चाहता था. अमोल ने कहा- ठीक है हम डायरेक्टर ढूंढते हैं. फिर हमने फिल्म की लिखाई बदली. हफ्ते भर ये काम चला और इस दौरान मुझे लगा कि ये कहानी अमोल के अंदर से निकली है. अमोल कर पाएगा इसे डायरेक्ट. मैंने अमोल से कहा, तू ही डायरेक्ट कर.”

आमिर के कहने पर अमोल के डायरेक्शन में शूटिंग शुरू हो गई. मगर फिर कुछ ऐसा हुआ कि आमिर ने अमोल को फिल्म डायरेक्ट करने से मना कर दिया. इस बारे में आमिर ने कहा,  

“शूटिंग शुरू होने के बाद मेरे प्रोडक्शन हेड बार बार मुझे कॉल कर रहे थे. बोल रहे थे सर आप एक बार रफ़ कट देख लो. बार-बार कहा तो मैंने देखे फिल्म के रशेज़. वो बिल्कुल अच्छे नहीं थे. जैसे कि वो सीन है जब ईशान रोते हुए टेरेस पर आता है. फिर उसको पतंग दिखती है. वो डिस्ट्रैक्ट हो जाता है. जब वो टेरेस पर आता है, तो बहुत गुस्से में आता है. अमोल ने इसे ऐसे शूट किया था कि वो बच्चा कैमरे का मार्क देखकर रुकता है और फिर रोने लगता है. 16 टेक थे इस शॉट के. मार्क देखकर कैसे रुक सकते हैं. उसी शाम अमोल और उनकी वाइफ दीपा मेरे घर आए. मैंने पूछा क‍ि आपको फिल्म के रशेज़ कैसे लगे. अमोल बोला- गोल्डन. बहुत अच्छे. बस ये सुनकर मेरा दिल बैठ गया. अगर वो बोलता कि अच्छे नहीं हैं. और आप मुझे निकाल दो, तो मैं उसे ज़रूर एक और मौक़ा देता. मगर ये सुनने के बाद मैंने कहा- अमोल, डायरेक्टर के तौर पर तुझपे मेरा कॉन्फिडेंस खत्म हो गया है. मैं अक्षय के साथ बात करा देता हूं. मैं न इसे प्रोड्यूस करूंगा. न ही एक्ट करूंगा. अमोल ने कहा कि- आप बनाओ ये फिल्म. मैं हट जाता हूं. आप ही सही हो इस फिल्म के लिए. तारे ज़मीन पर डायरेक्ट न करना, उसका फैसला था. मैंने तो उसको सब्जेक्ट वापस दे दिया था.”

अमोल गुप्ते ने आमिर खान से कहा कि आप ख़ुद क्यों नहीं डायरेक्ट करते. इस बारे में आमिर ने बताया,

“मैंने सोचा था कि मेरी पहली डायरेक्टोरियल के लिए बहुत तैयारी करूंगा. कोई और डायरेक्टर ढूंढने में वक्त लगाता, तो दर्शील सफारी नाम का जो मैजिकल बच्चा हमें मिल गया था, वो हमारे हाथ से निकल जाता. मैंने अमोल से कहा कि मैं ही करूंगा इसे डायरेक्ट. मैंने अमोल से भी कहा कि तुम भी रहो सेट पर. उसने कहा- मैं क्रिएटिव डायरेक्टर के तौर पर रहता हूं. यहां तक झगड़ा नहीं हुआ था. झगड़ा हुआ पैसे के मामले में. जब वो डायरेक्टर नहीं रहा, तो उसकी फीस कम हुई. मैं उसको परसेंटेज ऑफ प्रॉफिट भी दे रहा था. जब फिल्म पूरी हुई तब हमारे बीच कुछ अनबन हुई. मैं उसके बारे में अब नहीं बोलना चाहता. वो अच्छा नहीं है.”

क्या कभी लगा कि चलो अब सुलह कर लेता हूं? उन्हें माफ कर देता हूं, इसके जवाब में आमिर ने कहा -

“उसने मेरा दिल तोड़ दिया. उसने और दीपा ने जिस तरह मेरे साथ और जिस तरह मैंने उसके साथ बर्ताव किया, उसके बाद दिल टूट गया मेरा. मैंने दीपा और अमोल को माफ़ कर दिया. मगर मैं भूल नहीं पाया. दीपा से आखिरी मीटिंग में कहा कि आज के बाद हम कभी नहीं मिलेंगे.”

‘तारे ज़मीन पर’ 2007 में रिलीज़ हुई थी. हाल ही में आई फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ इसी का सीक्वल है. मगर दोनों फिल्मों में सब्जेक्ट का ट्रीटमेंट बिल्कुल अलग है. 20 जून को रिलीज़ हुई ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म कर रही है.

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