गुलबर्ग सोसायटी दंगों में 19 लोगों को खोने वाले रफीक ने 35 गैर मुस्लिमों को नौकरी दे रखी है
गुलबर्ग सोसायटी: 2002 में जले घरों का रंग अब जाकर इस शख्स ने बदला है
Advertisement
दी लल्लनटॉप की चुनाव यात्रा में टीम हीरा अपने आखिरी पड़ाव पर अहमदाबाद में है. अहमदाबाद के गुलबर्ग सोसायटी में. वही गुलबर्ग सोसायटी जहां के 19 घरों में 28 फरवरी 2002 को आग लगा दी गई थी. दंगों के बाद यहां से लगभग सभी लोग जा चुके हैं. केवल एक घर को छोड़कर. बंगला नंबर 13 में अभी भी रफीक भाई रहते हैं. हमने उनसे बात की. देखिए वीडियो.
Advertisement
Advertisement