
मुरादाबाद: मोदी को कोसने वाले शायर इमरान प्रतापगढ़ी की ज़मानत जब्त
मगर यहां बीजेपी भी नहीं जीती है.

बाएं से: इमरान प्रतापगढ़ी (कांग्रेस), एसटी हसन (सपा) और कुंवर सर्वेश सिंह (बीजेपी)
सीट का नाम: मुरादाबाद मौजूदा प्रत्याशी: इमरान प्रतापगढ़ी (कांग्रेस), एसटी हसन (सपा) और कुंवर सर्वेश सिंह (भाजपा) नतीजा : एसटी हसन 97,878 वोटों से जीत गए हैं. पिछली बार के सांसद सर्वेश सिंह को हराया. कांग्रेस के हाई प्रोफाइल प्रत्याशी इमरान प्रतापगढ़ी 4.62 प्रतिशत वोटों के साथ अपनी जमानत गंवा बैठे हैं.
2014 चुनाव: BJP के सर्वेश सिंह जीते. ठाकुरद्वारा क्षेत्र में अच्छी पकड़ है. वोट मिले 4.84 लाख. एसटी हसन 3.97 लाख वोटों के साथ दूसरे नंबर पर आए. और बसपा के मोहम्मद याकूब 1.60 लाख वोट पा सके थे. लल्लनटॉप लेन्स से: रॉबर्ट वाड्रा का घर है मुरादाबाद. यहां पीतल का कारोबार बहुत मुश्किलों से जूझ रहा है. लेकिन चुनाव में इस बात की कोई सुनवाई नहीं है. पश्चिमी यूपी की अन्य सीटों की तरह मुरादाबाद भी वोटों के ध्रुवीकरण का शिकार है. मुरादाबाद को देखें तो मुस्लिम वोटों का बंटवारा एक बड़ी बात है. कांग्रेस का गठबंधन में शामिल न होना कई सीटों पर भाजपा की मदद कर रहा है. इमरान प्रतापगढ़ी और एसटी हसन मुस्लिम मतदाताओं में लोकप्रिय तो हैं, लेकिन एक-दूसरे को नुकसान पहुंचा रहे हैं. यहां 17 में से 11 चुनावों में मुस्लिम प्रत्याशी जीते हैं. लगभग 19 लाख वोटरों में से 47 फीसद मुस्लिम हैं. पहले यहां से राज बब्बर लड़ने वाले थे, लेकिन फतेहपुर सीकरी चले गए. इमरान प्रतापगढ़ी शहरी इलाकों में खासे लोकप्रिय हैं. जबकि हसन गांवों में भी मजबूत दिख रहे हैं. वीडियो: मुरादाबाद में फ्री एलपीजी कनेक्शन के लिए भी रिश्वत क्यों देते हैं लोग? वीडियो: GST की मार झेल रहा मुरादाबाद का ब्रास कारोबार वीडियो: मुरादाबाद के कुंदनपुर में इतना पानी भरता है कि सांप निकल आते हैं और बच्चे घर में बंद हो जाते हैं
