गुजरात चुनाव (Gujarat Election 2022) में दो चरणों में वोटिंग होगी - १ और 5 दिसंबर को. लल्लनटॉप की तीन टीमें ग्राउंड पर हैं. गुजरात की जनता के मुद्दे खंगाल रही हैं. चुनावी कवरेज के इसी सिलसिले के साथ वापस आ चुका है 'जमघट', जहां हमारे संपादक सौरभ द्विवेदी सत्ता के दावेदारों से जनता के हिस्से के सवाल पूछते हैं. इस कड़ी में हमने बात की गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नवसारी से सांसद चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल (CR Patil) से.
पेपर लीक मामलों पर गुजरात BJP अध्यक्ष ने कही चौंकाने वाली बात!
गुजरात में पेपर लीक के सवाल पर सीआर पाटिल ने बिहार का नाम ले लिया!

गुजरात का एक बड़ा मुद्दा है पेपर लीक. युवाओं का मुद्दा. हमारी ग्राउंड की टीमों ने जब युवाओं से मुद्दे पूछे, तो उन्होंने खुलकर कहा, "नौकरी." आरोप लगाए कि गुजरात सरकार नौकरियों के पेपर लीक होने से रोक नहीं पाती है. लंबी लिस्ट है. राजकोट में BBA, B. Com का मामला हो या सूरत का. मेहसाणा में फ़ॉरेस्ट विभाग का पेपर हो या गुजरात अधीनस्त सेवा चयन बोर्ड में हेड क्लर्क का पेपर हो. किसी में 8 लाख उम्मीदवार. किसी में 40,000, किसी में 50, 000. आरोप ये भी लगे कि नरेंद्र मोदी के मुख्मंत्री रहते ऐसी घटनाएं कम होती थीं. मामला हाल में ज़्यादा बिगड़ा है.
इस पर जवाब देते हुए सीआर पाटिल ने कहा,
"मान लो आपके घर में चोरी होती है. उसके लिए क्या आप ज़िम्मेदार हैं? जो चोर है, उसके लिए आप पुलिस में शिकायत देंगे. पुलिस उसको पकड़ेगी. उसको सज़ा दिलवाएगी. किसी ने पर्चा चोरी किया, तो सरकार उसको पकड़ेगी. उसको सज़ा देगी. और सरकार ऐसा करती भी है. आपने बिहार में देखा होगा लोग बिल्डिंग पर चढ़कर चीटिंग करवाते हैं. वैसा एक भी मामला गुजरात में नहीं है. अगर एक भी पेपर लीक होता है, तो ये बहुत गंभीर मुद्दा है. मगर जो बिहार में हो रहा है, उसके ख़िलाफ़ कोई आवाज़ नहीं उठाता है. वहां विपक्ष क्यों चुप है? क्योंकि सरकार विपक्ष की है. लोगों की भी यहां अपेक्षा है कि बिल्कुल चोरी नहीं होनी चाहिए और गुजरात सरकार भी इसी पर काम काम कर रही है कि ऐसा कुछ न हो और अगर हो, तो जो लोग इसके लिए ज़िम्मेदार हैं, उनको सज़ा मिले."
ये जवाब बहुत संतोषजनक नहीं लगा. किसी और राज्य से तुलना, जहां यही स्थिति बदतर हो. सो हमने पलटकर पूछा कि छात्रों ने तो गुजरात में वोट डाला है. गुजरात की सरकार पर भरोसा किया. सवाल गुजरात का है, तो जवाब में बिहार क्यों? इसपर पाटिल ने आवाज़ उठाने वालों को एजेंडा पर चलने-बोलने वाला बता दिया. आरोप लगाए कि जो आवाज़ उठा रहे हैं, वो ख़ुद ऐसे मामलों में संलिप्त हैं. फिर हमने मांगी जवाबदेही कि क्या सत्तारूढ़ पार्टी के अध्यक्ष इस बात की गारंटी देते हैं कि आगे ऐसे मामले नहीं होंगे.
इस पर पाटिल बोले,
"हमारे मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल जी एक ऐसा सिस्टम बना रहे हैं जिससे ऐसे मामले न हों. एक फ़ुल-प्रूफ़ सिस्टम होगा कि किसी भी जगह से ऐसी ख़बर नहीं आए. कोई चाहे तो भी चोरी न कर पाए."
'रेवड़ी कल्चर' और चुनावी वादों पर भी हमने सवाल पूछे. इसके जवाब में सीआर पाटिल ने जो कहा, उसके लिए पूरा वीडियो देखें -
जमघट: CR पाटिल पेपर लीक, बिलकिस बानो और गुजरात में AAP की एंट्री पर क्या बोले?