बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में तेजस्वी यादव का खेल खराब करने वाले असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) इस बार हर हाल में राष्ट्रीय जनता दल से गठबंधन करना चाहते हैं. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान (Akhtarul Iman) 11 सितंबर को अपने समर्थकों के साथ ढोल नगाड़े लेकर लालू यादव (Lalu Yadav) के आवास पर पहुंच गए. और ‘लालू-तेजस्वी कान खोलो, गठबंधन के लिए दरवाजे खोलो’ जैसे नारे लगाने लगे. लेकिन दरवाजा नहीं खुला.
ओवैसी की पार्टी के बिहार अध्यक्ष को लालू के यहां घुसने न दिया, गेट पर खड़े कहते रहे- 'गठबंधन कर लो'
Asaduddin Owaisi की पार्टी AIMIM के विधायक अख्तरुल ईमान (Akhtarul Iman) अपने समर्थकों को लेकर ढोल नगाड़े के साथ पटना में Lalu Yadav के आवास पर पहुंच गए. यहां पहुंच कर उन्होंने लालू यादव और Tejashwi Yadav से AIMIM को इंडिया गठबंधन में शामिल करने की मांग की.
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अख्तरूल ईमान ने इससे पहले लालू यादव को पत्र लिखकर AIMIM को गठबंधन में शामिल करने की मांग की थी. लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद अख्तरुल ईमान 11 अगस्त को अपने नेताओं और समर्थकों के साथ लालू यादव से मिलने पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित लालू-राबड़ी आवास पहुंच गए. हालांकि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर ही रोक लिया. ये लोग लालू यादव से मिलकर गठबंधन पर बात करना चाहते थे. AIMIM के नेता अपने हाथों में बड़े-बडे़ पोस्टर लेकर पहुंचे थे. जिसमें लिखा था,
सेक्युलर वोटों के बिखराव को रोकने के लिए AIMIM की एक सकारात्मक पहल. लालू-तेजस्वी कान खोलो, गठबंधन के लिए दरवाजे खोलो, वरना खुल जाएगी MY समीकरण की पोल.
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यक वोटों का बिखराव ना हो, इसके लिए वो लोग लगातार प्रयास कर रहे हैं कि AIMIM इंडिया गठबंधन से जुड़े. उन्होंने बताया,
क्या चाहती है AIMIM?इसको लेकर लालू यादव और इंडिया गठबंधन के घटक दलों को पत्र भी लिखा गया, लेकिन उस पर गौर नहीं किया गया. हम लोग चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव में वोटों का बंटवारा ने हो इसलिए जिस पार्टी ने हमारे चार विधायकों को तोड़ा, उसके साथ भी दिल पर पत्थर रखकर गठबंधन करने के लिए तैयार हैं.
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इंडिया गठबंधन से उनकी सिर्फ तीन मांग है. उनको 6 सीट दी जाए. साथ ही सरकार बनने पर सीमांचल डेवलपमेंट अथॉरिटी का गठन हो और विशेष पैकेज दिया जाए. इसके अलावा दलित और अल्पसंख्यकों के लिए आबादी के हिसाब से आरक्षण व्यवस्था लागू की जाए.
तेजस्वी यादव मीडिया से बातचीत में कई बार बता चुके हैं कि उन्हें AIMIM की तरफ से आए पत्र की कोई जानकारी नहीं है. अख्तरुल ईमान ने उन पर तंज करते हुए कहा कि बड़े लोगों की चमड़ी मोटी होती है. इसलिए हम ढोल नगाड़े के साथ उनके घर के बाहर ये बताने आए हैं कि AIMIM विधानसभा चुनाव में वोटों का बिखराव रोकने के लिए इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनना चाहती है.
फरवरी 2005 चुनाव की दिलाई यादAIMIM के बिहार प्रमुख ने फरवरी 2005 में हुए विधानसभा का जिक्र करते हुए कहा कि उस विधानसभा चुनाव में किसी दल को बहुमत नहीं मिला था. रामविलास पासवान को 29 सीटें मिलीं थीं. उस समय पासवान ने लालू यादव को विकल्प दिया था कि किसी अल्पसंख्यक को मुख्यमंत्री बना दिया जाए तो वह उन्हें समर्थन देने के लिए तैयार हैं. लेकिन लालू यादव को मंजूर नहीं हुआ. ईमान ने आगे कहा कि आज वैसी ही स्थिति है. लालू यादव को बीजेपी की सरकार मंजूर है. लेकिन इंडिया गठबंधन में AIMIM नहीं.
2020 में पांच सीट जीती थी AIMIMसाल 2020 के चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने सीमांचल इलाके की मुस्लिम बहुल पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी. अख्तरुल ईमान अमौर से विधायक बने थे, जबकि बायसी से रुकनुद्दीन अहमद, कोचाधामन से इजहार असफी, बहादुरगंज से अंजाम नईमी और जोकीहाट से शाहनवाज आलम विधायक बने थे. हालांकि कुछ महीने बाद अख्तरुल ईमान को छोड़कर सभी चारों विधायक राजद में शामिल हो गए थे.
वीडियो: राजधानी: लालू यादव और नीतीश कुमार के साथ आने की क्या संभावना है?

















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