नीतीश कुमार ने 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. बीजेपी कोटे से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं. नीतीश कुमार कैबिनेट में जाति समीकरण का भी खास ख्याल रखा गया है. राजपूत जाति से सबसे ज्यादा 4 मंत्री बनाए गए हैं. वहीं भूमिहार, यादव, कुशवाहा कुर्मी और दुसाध जाति से 2 मंत्री बनाए गए हैं.
5 दलित, 4 राजपूत, 1 मुस्लिम... नीतीश कैबिनेट में इस बार किस वर्ग के कितने मंत्री?
नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. लेकिन मंत्रिमंडल में बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में है. 27 सदस्यीय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित जदयू कोटे से आठ मंत्री बने हैं, तो बीजेपी कोटे से दो उप-मुख्यमंत्री समेत 15 मंत्री बनाए गए हैं.


बिहार के जाति सर्वे के मुताबिक, हिंदू सामान्य वर्ग (जाति समूह) की आबादी लगभग 10 फीसदी है. नीतीश कुमार की कैबिनेट में सामान्य जाति समूह के 8 मंत्री बनाए गए हैं. इसमें राजपूत जाति से 4 मंत्री बने हैं. जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह, धमदाहा विधायक लेसी सिंह, आरा सदर से विधायक संजय सिंह टाइगर और महुआ सीट से विधायक संजय कुमार सिंह को कैबिनेट में जगह मिली है.
राजपूत के अलावा भूमिहार जाति से 2 मंत्री बने हैं. उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी. वहीं ब्राह्मण जाति से मंगल पांडे और कायस्थ जाति से नितिन नबीन को कैबिनेट में जगह मिली है.
बिहार के जाति सर्वे के मुताबिक राज्य में ओबीसी समुदाय की आबादी लगभग 27 फीसदी है. नीतीश कुमार कैबिनेट में ओबीसी समुदाय से 8 मंत्री बनाए गए हैं. कुर्मी समुदाय से दो लोगों को कैबिनेट में जगह मिली है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और श्रवण कुमार. वहीं कुशवाहा समुदाय से सम्राट चौधरी और दीपक प्रकाश को जगह मिली है. जबकि वैश्य समुदाय से अरुण शंकर प्रसाद और दिलीप जायसवाल और यादव समुदाय से विजेंद्र यादव और रामकृपाल यादव को मंत्री बनाया गया है.
अति पिछड़ा (EBC) समुदाय से 5 मंत्रीबिहार सरकार के जाति सर्वे के मुताबिक राज्य में अति पिछड़ा समुदाय की आबादी लगभग 36 फीसदी है. अति पिछड़ा समुदाय से 5 लोगों को नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में जगह मिली है. इसमें निषाद समुदाय से 2 लोगों को मंत्री बनाया गया है. रमा निषाद और मदन सहनी. जबकि धानुक समुदाय से सुरेंद्र मेहता, तेली (वैश्य) समुदाय से नारायण प्रसाद और कहार समुदाय से प्रमोद कुमार चंद्रवंशी को कैबिनेट में जगह मिली है.
अनुसूचित जाति (दलित) समुदाय से 5 मंत्रीबिहार की लगभग 20 फीसदी जनसंख्या वाले अनुसूचित जाति समूह (दलित समुदाय) से नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में 5 चेहरों को मंत्री बनाया गया है. इसमें दुसाध जाति से संजय कुमार पासवान और लखेंद्र कुमार, पासी समुदाय से अशोक चौधरी, मुसहर समुदाय से संतोष कुमार सुमन और रविदास समुदाय से सुनील कुमार को जगह मिली है.
राज्य की लगभग 18 प्रतिशत आबादी वाले मुस्लिम समुदाय से पिछली बार की तरह इस बार भी नीतीश कुमार की कैबिनेट में सिर्फ एक मंत्री को जगह मिली है. चैनपुर विधानसभा सीट से विधायक मोहम्मद जमा खान को फिर से मंत्री बनाया गया है. जमा खान, अशराफ मुसलमान हैं जोकि मुसलमानों में अगड़ी जाति समूह माना जाता है. यानी मुस्लिमों में पसमांदा समुदाय को कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला है.
नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. लेकिन मंत्रिमंडल में बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में हैं. 27 सदस्यीय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित जदयू कोटे से आठ मंत्री बने हैं तो बीजेपी कोटे से दो उप-मुख्यमंत्री समेत 15 मंत्री बनाए गए हैं. एनडीए के घटक दलों में चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) से दो मंत्री बनाए गए हैं तो जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से 1-1 मंत्री बने हैं.
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