बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar assembly election) से पहले कांग्रेस अपने कोटे की सीटों पर प्रत्याशियों के नाम को अंतिम रूप देने में जुटी है. कांग्रेस पार्टी ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को 76 सीटों की लिस्ट सौंपी है. इसमें से 36 सीटों पर अपनी दावेदारी को लगभग तय मानते हुए पार्टी ने जल्द ही इन पर उम्मीदवार घोषित करने की तैयारी शुरू कर दी है. 28 सितंबर को दिल्ली स्थित इंदिरा भवन में इस मुद्दे पर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की लंबी बैठक हुई.
बिहार में कांग्रेस के 36 सीट पर उम्मीदवार तय! जबकि महागठबंधन में सीट बंटवारा फाइनल नहीं
28 सितंबर को इंदिरा भवन स्थित कांग्रेस मुख्यालय में देर रात तक कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक चली. इस बैठक में कमेटी के सदस्य Ajay Makan, Imran Pratapgarhi और प्रणीति शिंदे मौजूद रहे. वहीं बिहार से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष Rajesh Ram और प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू भी बैठक में शामिल हुए.


कांग्रेस का मानना है कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने जिन सीटों पर जीत दर्ज की थी. वो सीटें स्वाभाविक तौर पर उसके हिस्से में जाएंगी. इसके अलावा पिछली बार जिन सीटों पर कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही थी, उनमें से अधिकतर सीटें भी कांग्रेस के खाते में देने पर गठबंधन में सहमति बन चुकी है. कांग्रेस की रणनीति है कि इन 36 सीटों पर जल्द से जल्द उम्मीदवार उतार दिए जाएं, ताकि वो क्षेत्र में सक्रिय होकर चुनावी तैयारी शुरू कर दें.
28 सितंबर को इंदिरा भवन स्थित कांग्रेस मुख्यालय में देर रात तक कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक चली. इस बैठक में कमेटी के सदस्य अजय माकन, इमरान प्रतापगढ़ी और प्रणीति शिंदे मौजूद रहे. वहीं बिहार से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, विधायक दल के नेता शकील अहमद खान और विधान परिषद में पार्टी के नेता मदन मोहन झा ने इस बैठक में हिस्सा लिया.
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नए चेहरों को मिलेगी जगहकांग्रेस इस बार कई पुराने उम्मीदवारों के नाम काटने की तैयारी में है. इसके लिए पार्टी सर्वे और ग्राउंड से संगठन के फीडबैक का सहारा ले रही है. कुछ मौजूदा विधायकों को दूसरी विधानसभा सीटों से भी उतारा जा सकता है. स्क्रीनिंग कमेटी की इस बैठक को इस लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है. दशहरे के बाद कांग्रेस इन 36 सीटों पर कभी भी उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है. फाइनल किए गए उम्मीदवारों को इस नसीहत के साथ प्रचार शुरू करने की अनुमति दी जाएगी कि यदि बंटवारे में अंतिम सहमति बनने तक किसी कारणवश कोई सीट किसी दूसरी पार्टी के खाते में चली जाती है, तो संबंधित कांग्रेस प्रत्याशी को इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार का समर्थन करना होगा.
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