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सिक लीव लेकर कहां ''गायब'' हुए इंडिगो के कर्मचारी, 50 फीसदी से ज्यादा फ्लाइट्स लेट

एयरलाइंस इंडस्ट्री के सूत्रों का कहना है कि ये कर्मचारी बीमार नहीं थे बल्कि बीमारी का बहाना करके एयर इंडिया की तरफ से की जा रही है केबिन क्रू भर्ती अभियान में शामिल होने गए थे.

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इंडिगो एयरलाइंस (फाइल फोटो)

शनिवार 2 जून को इंडिगो एयरलाइंस की घरेलू उड़ानों में से 50 फीसदी से ज्यादा उड़ानें देरी से चल रही थीं. दरअसल , एयरलाइंस की केबिन क्रू की टीम के सदस्यों में से काफी बड़ी संख्या में सिक लीव पर चले गए थे. लेकिन एयरलाइंस इंडस्ट्री के सूत्रों का कहना है कि ये कर्मचारी बीमार नहीं थे बल्कि बीमारी का बहाना करके एयर इंडिया की तरफ से की जा रही है केबिन क्रू भर्ती अभियान में शामिल होने गए थे.

55 फीसदी फ्लाइट्स लेट हुईं

इस बारे में पूछे जाने पर, विमानन नियामक डीजीसीए के प्रमुख अरुण कुमार ने रविवार को कहा, "हम इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं.." एयर इंडिया के भर्ती अभियान का दूसरा चरण शनिवार को आयोजित किया गया था. इसमें इंडिगो के कई केबिन क्रू सदस्यों ने हिस्सा लिया था.  देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो फिलहाल करीब 1,600 उड़ानें संचालित करती है. इसमें डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों शामिल हैं. हालांकि, इंडिगो और एयर इंडिया ने इस मामले पर पीटीआई की तरफ से भेजे गए मेल या फोन कॉल का कोई जबाव नहीं दिया है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, इंडिगो की सिर्फ 45.2% घरेलू उड़ानें शनिवार को समय पर संचालित हुईं.

हड़ताल करने की योजना बना रहे थे कर्मचारी

इसकी तुलना में, दूसरी एयरलाइंस कंपनियों की बात करें तो एयर इंडिया, स्पाइसजेट, विस्तारा, गो फर्स्ट और एयरएशिया इंडिया की क्रमशः 77.1%, 80.4%, 86.3%, 88% और 92.3% फ्लाइट्स समय पर संचालित हुईं. इंडिगो के सीईओ रोंजॉय दत्ता ने 8 अप्रैल को कर्मचारियों को एक ईमेल के माध्यम से बताया था कि वेतन बढ़ाना काफी कठिन काम है.  इंडिगो ने 4 अप्रैल को कुछ पायलटों को निलंबित कर दिया था, जो कोविड -19 महामारी चरम सीमा पर पहुंचने के दौरान लागू किए गए वेतन कटौती के विरोध में मंगलवार 5 जुलाई को हड़ताल करने की योजना बना रहे थे. 

एयर इंडिया के लिए स्टॉफ के लिए हो रही थी भर्ती 

पिछले साल 8 अक्टूबर को एयरलाइन के लिए सफलतापूर्वक बोली जीतने के बाद, टाटा समूह ने 27 जनवरी को एयर इंडिया का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया. एयर इंडिया ने नए विमान खरीदने और अपनी सेवाओं में सुधार करने की योजना बनाई है, और हाल ही में इसने नए केबिन क्रू सदस्यों के लिए एक भर्ती अभियान शुरू किया है. कोविड की सेकेंड वेव के दौरान  इंडिगो ने अपने पायलटों के वेतन में 30 फीसदी तक की कटौती की थी. इस साल 1 अप्रैल को, एयरलाइन ने पायलटों के वेतन में 8 फीसदी की वृद्धि करने के अपने निर्णय की घोषणा की. इसमें कहा गया है कि कोई व्यवधान नहीं होने की स्थिति में नवंबर से 6.5% की एक और बढ़ोतरी लागू की जाएगी. हालांकि, पायलटों का एक वर्ग असंतुष्ट रहा और उसने हड़ताल आयोजित करने का फैसला किया है.

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