कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि टीवी, फोन समेत तमाम इलेक्ट्रिक सामानों पर GST घटा दिया गया है. कहा गया कि 1 जुलाई से इन सामानों के दाम घट जाएंगे. अगर आप भी इस खबर को सच मान बैठे थे तो आपको बता दें कि सरकार ने किसी भी सामान पर GST दर में कोई कटौती नहीं की है. दरअसल हुआ कुछ यूं कि 1 जुलाई, 2023 को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लागू किए हुए 6 साल हो गए.
GST घटने से सस्ते होंगे टीवी, फ्रिज? सच्चाई कड़वी लगेगी
कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि टीवी, फोन समेत तमाम इलेक्ट्रिक सामानों पर GST घटा दिया गया है.

वित्त मंत्रालय के नाम पर ट्विटर पर एक फोटो शेयर की गई. हमें इसका तस्वीर मिली, लेकिन ट्वीट नहीं मिला. हालांकि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसे शेयर किया है. फोटो का शीर्षक है ‘GST की वजह से घरेलू सामानों पर छूट’.
फोटो में तीन कॉलम बने हुए हैं. एक में सामानों का नाम लिखा हुआ है. दूसरे कॉलम में GST आने से पहले उन सामानों पर लगने वाले टैक्स रेट का जिक्र है. जबकि, तीसरे कॉलम में GST आने के बाद लगने वाले टैक्स रेट को लिखा गया है.
कुल मिलाकर सरकार ने GST आने से पहले और बाद में टैक्स की तुलना की. इस फोटो को शेयर करने का मकसद सिर्फ इतना था कि वित्त मंत्रालय ये बता सके कि GST आने से पहले किस सामान पर कितना टैक्स लगता था और अब कितना लग रहा है. लेकिन साफ तौर पर लोगों ने इसके कुछ और ही मतलब निकाल लिए हैं.
सोशल मीडिया पर इस फोटो को सर्कुलेट करते हुए कहा जा रहा है कि सरकार ने 1 जुलाई से इन इलेक्ट्रिक सामानों पर GST दर घटा दी है. जल्द ही फोन, टीवी और फ्रिज सस्ते हो जाएंगे. हालांकि ये दावा पूरी तरह गलत है. फोटो में दिख रहा है कि मोबाइल फोन पर पहले 31 फीसदी टैक्स था जो अब 18 फीसदी हो गया है. इसी तरह टीवी, फ्रिज, गीजर, सिलाई मशीन, वॉशिंग मशीन पर भी टैक्स दरें कम हुई हैं.
इस पोस्ट को अब तक हजारों लोग ट्वीट और रीट्वीट कर चुके हैं. जबकि सच्चाई ये है कि सरकार ने सिर्फ GST के असर को दिखाते हुए एक तुलनात्मक तस्वीर जारी की थी, जिसे लोगों ने टैक्स में कटौती मान लिया. मालूम हो कि बीती 1 जुलाई को GST लागू किए हुए पूरे 6 साल हो गए. GST से सरकार को सबसे ज्यादा टैक्स अप्रैल, 2023 में मिला. आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में सरकार को टैक्स से 1.87 लाख करोड़ की कमाई हुई.