E20 फ्यूल से गाड़ी का माइलेज गिर जाएगा. ये तो अब सभी को पता लग चुका है. सरकार ने भी इसे माना है और ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) ने भी कहा है कि E20 से माइलेज गिरेगा. इसके अलावा कुछ सर्वे में भी लोगों ने कहा है कि 20 प्रतिशत एथेनॉल मिले पेट्रोल से उनकी गाड़ी के माइलेज में गिरावट आई है. माने हर सड़क इस तरफ ही जाती है कि E20 से माइलेज गिरता है. लेकिन कितना? और किस गाड़ी का. अब ये भी पता लग गया. अप्रैल 2023 से पहले बनी यानी E10 फ्यूल सपोर्ट करने वाली कुछ कारों का टेस्ट किया गया. ब्रेक लगाकर रिजल्ट जान लीजिए.
E20 फ्यूल से गाड़ियों का माइलेज घटेगा? अब सामने आया असली आंकड़ा
E20 Petrol Mileage Drop: E20 फ्यूल के इस्तेमाल से गाड़ी का माइलेज गिरेगा. ये तो पता लग गया है. कितना गिरेगा और किस गाड़ी में सबसे ज्यादा गिरेगा. अब ये भी पता चल गया है. कम से कम तीन कारों में माइलेज गिर रहा है. इसमें से आपके पास कौन सी है.


Autocar India ने तीन BS4 पेट्रोल कारों का टेस्ट किया. इस टेस्ट में 2016 की Maruti Suzuki Dzire (K12, 4AT), 2016 की Hyundai Grand i10 (Kappa 1.2, 5MT) और 2017 की Volkswagen Polo GT TSI (1.2 TSI, 7DSG) शामिल थीं. इन तीनों गाड़ियों में 50 प्रतिशत E20 फ्यूल और 50 परसेंट XP100 (एथेनॉल-फ्री 100-ऑक्टेन पेट्रोल) ब्लेंड का इस्तेमाल किया गया.

इसके बाद हरेक गाड़ी को 12 घंटे की अवधि में दक्षिण मुंबई के एक समान 230 किलोमीटर लंबे लूप पर चलाया गया. वहीं, मिक्स शहरी कंडीशन में औसतन 18-20 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ड्राइव किया गया. इस दौरान क्लाइमेट कंट्रोल 22 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर था और बीच-बीच में ड्राइव मोड इको रखा गया. वहीं, ड्राइविंग स्टाइल में व्यक्तिगत बदलाव को रोकने के लिए बीच रास्ते में ड्राइवरों की अदला-बदली की गई थी. माने रियल लाइफ वाले तरीके से गाड़ियों को चलाया गया. बता दें कि कंपनी ने ऐसा ही एक टेस्ट पहले भी किया था, जिसमें E20 फ्यूल का यूज किया गया था.
इन दोनों के इस्तेमाल से माइलेज में कितनी गिरावट आती है. ये नीचे दी गई टेबल से देखिए.
| कारें | E10 के साथ माइलेज | E20 के साथ माइलेज |
| Maruti Suzuki Dzire | 11.19 kpl | 9.8 kpl |
| Hyundai Grand i10 | 12.65 kpl | 11.49kpl |
| Volkswagen Polo GT TSI | 9.63 kpl | 9.13 kpl |
यहां सबसे ज्यादा गिरावट Maruti Suzuki Dzire में देखी गई और सबसे कम Volkswagen Polo GT TSI में. इसका मतलब यह है कि अगर आपकी पुरानी कार E20 पेट्रोल पर चल रही है, तो माइलेज पहले के मुकाबले 5 से 12 फीसदी घट सकता है. दरअसल, माइलेज कम होने की वजह यह है कि एथेनॉल में पेट्रोल से लगभग 30 फीसदी कम एनर्जी होती है. इसलिए जितना पेट्रोल पहले एक दूरी तय करने में लगता था, अब उतनी ही दूरी के लिए ज्यादा पेट्रोल खर्च होता है. हालांकि, एथेनॉल पेट्रोल की ऑक्टेन रेटिंग बढ़ा देता है, जिससे इंजन के नॉक रेजिस्टेंस में सुधार होता है और कुछ स्मार्ट इंजन इस स्थिति का फायदा उठा लेते हैं.
जैसे Polo GT TSI का टर्बो इंजन खुद-ब-खुद अपनी टाइमिंग और सेटिंग बदल सकता है, इसलिए E20 पर उसके माइलेज में कम गिरावट आई. लेकिन Dzire और Grand i10 जैसे पुराने नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन ऐसा नहीं कर सकते. उनकी सेटिंग पुराने ईंधन के हिसाब से बनी है, इसलिए उनमें माइलेज ज्यादा गिरता है. Dzire का पुराना हो चुका 4-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स भी माइलेज के गिरने में बड़ी वजह है.
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जब Autocar India ने नई E20-कंप्लायंट Dzire का टेस्ट किया, तो उसमें माइलेज सिर्फ 3.8 फीसदी घटा. यह इसलिए हुआ क्योंकि नए इंजन का डिजाइन और सेटिंग E20 पेट्रोल के लिए है.
कुल मिलाकर नतीजा ये है कि पुरानी BS4 और शुरुआती BS6 पेट्रोल कारें E20 पेट्रोल पर तो चलेंगी, लेकिन माइलेज में 10 से 12 फीसदी तक की गिरावट होगी.
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