दिल्ली के करावल नगर में भी हिंसा हुई थी. लोगों की भीड़ ने पत्थरबाजी, आगजनी और मारपीट की थी. इस भीड़ की चपेट में 26 साल की शबाना भी आईं, जो कि प्रेग्नेंट थीं. उनके घर में घुसकर लोगों ने उन्हें पीटा था. दूसरे दिन जब शबाना को लेबर पेन हुआ, तब उनकी डिलीवरी में मदद के लिए आगे आए उनके पड़ोसी संजीव. उन्होंने वक्त रहते शबाना को अपनी बाइक से अस्पताल छोड़ा, जहां उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया.