वॉट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी से दुखी हैं तो इन मैसेजिंग ऐप्स को ट्राई कीजिए
इनमें से कई में तो वॉट्सऐप से बेहतर फीचर हैं.
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वॉट्सऐप के सिवा मैसेजिंग ऐप्स में और क्या-क्या रखा है? जान लीजिए
करके पढ़ सकते हैं. बहरहाल वॉट्सऐप और फ़ेसबुक की ये जुगलबंदी लोगों के गले से उतर नहीं रही है. और बिना नए टर्म्स को एक्सेप्ट किये आप 8 फरवरी के बाद वॉट्सऐप चला भी नहीं सकते. तो ऐसे में आपके पास विकल्प क्या हैं?
‘वॉट्सऐप हटाइए और दूसरा ऐप डालिए.’ मार्केट में पचासों मैसेजिंग ऐप्स हैं. हमने इनमें से बढ़िया वाले 5 ऐप्स ढूंढे हैं, जो आपको वॉट्सऐप की कमी खलने नहीं देंगे. Signal

सिग्नल ऐप एंड्रॉयड और आईफोन दोनों पर मौजूद है.
वॉट्सऐप के बाद जो मैसेजिंग ऐप हमें सबसे ज्यादा पसंद है, वो है सिग्नल. इसकी डिजाइन सिम्पल सी है, फ़ास्ट है और सबसे बड़ी बात- सिक्योर है. वॉट्सऐप की ही तरह सिग्नल भी एंड-टु-एंड एन्क्रिप्शन सपोर्ट करता है, यानी कि आपकी चैट को कोई तीसरी पार्टी नहीं पढ़ सकती, यहां तक कि सिग्नल भी नहीं. सिग्नल की वीडियो कॉलिंग क्वालिटी वॉट्सऐप से कई गुना अच्छी है. इस ऐप में अगर आप चाहें तो अपने फोन के SMS भी देख सकते हैं. Wire

वायर ऐप के इंडिया में ज्यादा यूजर नहीं हैं.
वायर भी सिग्नल की ही तरह एक नो-नॉनसेन्स मैसेजिंग ऐप है. इधर भी एंड-टु-एंड एन्क्रिप्शन का सपोर्ट मिलता है. वायर की खास बात ये है कि ये बाकी के मैसेजिंग ऐप्स से थोड़ा अलग दिखता है. कतई फ़ास्ट काम करता है. ऐप खोलने से लेकर मैसेज भेजने और चैट खोलने तक का काम सटासट होता है. बस एक दिक्कत ये है कि वायर के यूजर इंडिया में बहुत कम हैं. अगर आपको इसे इस्तेमाल करना है तो अपने दोस्तों को भी मजबूर करना पड़ेगा कि वो इसे इंस्टॉल करें. Telegram और Telegram X

टेलीग्राम के अलावा टेलीग्राम X ऐप भी एक अच्छा विकल्प है वॉट्सऐप का.
टेलीग्राम मैसेंजर भी यूजर्स के मैसेज को किसी तीसरी पार्टी को नहीं पढ़ने देता, मतलब एंड-टु-एंड एन्क्रिप्टेड चैट को सपोर्ट करता है. टेलीग्राम पर मौजूद चैनल पूरा का पूरा सोशल मीडिया प्लैट्फॉर्म जैसा एक्सपीरियंस देते हैं. इसके अलावा टेलीग्राम में मल्टिपल डिवाइस सपोर्ट भी है, यानी आप एक ही अकाउंट को मोबाइल, टैबलेट और लैपटॉप पर चला सकते हैं. चूंकि टेलीग्राम सारी चैट्स को अपने सर्वर पर स्टोर करके रखता है, इसलिए मैसेज सिंक करने की भी दिक्कत नहीं होती. बस टेलीग्राम की एक कमी है, इतने सारे फीचर की वजह से इसका इंटरफ़ेस थोड़ा भारी लगता है. सस्ते फोन पर इतना फ़ास्ट नहीं चल पाता. मगर इसका एक उपाय है- टेलीग्राम का लाइट ऐप, नाम है टेलीग्राम X. Snapchat

स्टिकर और फ़िल्टर से कहीं ज्यादा काम करता है स्नैपचैट.
नए लोगों के लिए स्नैपचैट थोड़ा कन्फ्यूज़िंग है, मगर एक बार ये समझ में आ जाए तो चैट करने का अलग ही मज़ा आता है. ये फ़ास्ट है. इसके मैसेज देखने के बाद गायब हो सकते हैं. सामने वाला चैट का स्क्रीनशॉट ले तो पता चल जाता है. इसके स्टिकर तो कमाल ही हैं. वॉट्सऐप से स्नैपचैट पर शिफ़्ट होना थोड़ा आसान भी है. वो इसलिए कि इस बात के ज्यादा चांस है कि आपके कई सारे कॉन्टैक्ट पहले से स्नैपचैट चला रहे हों. और हां ये भी एंड-टु-एंड एन्क्रिप्शन के सपोर्ट के साथ आता है. Hike

किसी टाइम पर हाइक बहुत ज्यादा पॉपुलर था.
ऐसा लगता है जैसे मैसेजिंग को मजेदार बनाने का बीड़ा हाइक ने उठा रखा है. अगर स्नैपचैट के बाद कोई ऐप है, जिस पर चैट करने में मज़ा आता है तो वो हाइक है. इसका स्टिकर सजेशन फीचर काफ़ी सही है. बस यहां एक दिक्कत है. चैट का बैकअप तो इन्क्रिप्ट होता है, मगर ऐप की चैट्स एंड-टु-एंड एन्क्रिप्टेड नहीं है. हाइक अपने आपको एक मैसेजिंग प्लैट्फॉर्म नहीं, सोशल कनेक्टिंग प्लैट्फॉर्म बनाना चाहता है. इसके लिए इसने हाइक लैन्ड चालू किया है. यहां आप दोस्तों से बात करते हुए उनके साथ लूडो खेल सकते हैं, या फ़िर वीडियो देख सकते हैं. कुछ लोगों को ये कॉन्सेप्ट पसंद है तो कुछ को खराब लग रहा है.