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Android वाले ले आए फुर्ती वाला कर्रा फीचर, Apple वाले शो ऑफ को टाटा, बाय-बाय कह दें!

स्मार्टफोन और टैबलेट्स में ऐप्स के लॉन्च होने के टाइम पर अक्सर iOS यूजर्स थोड़ा इतरा लेते हैं मगर शायद अब ऐसा नहीं होगा. गूगल ने ऐप ओपनिंग टाइम को 30 फीसदी तक बढ़ाने का जुगाड़ कर दिया है.

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Android Runtime (ART) is a backend plugging that literally manages the app loading time on Android. Google, in a recently published blog post, has revealed some new details about the upcoming update for Android Runtime via Google Play system update.
एंड्रॉयड में ऐप्स खुलेंगे तेजी से (तस्वीर: imgflip)
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सूर्यकांत मिश्रा
31 अगस्त 2023 (Updated: 31 अगस्त 2023, 11:51 AM IST)
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स्मार्टफोन मार्केट में दो ऑपरेटिंग सिस्टम का कब्जा है. एक एंड्रॉयड और दूसरा iOS. दोनों अपनी जगह पर बढ़िया काम करते हैं. तमाम फीचर्स से लैस हैं. लेकिन एक जगह iOS यूजर्स थोड़ा इतरा लेते हैं. ये है ऐप्स के खुलने और बंद होने का टाइम. वैसे तो ये सब कुछ सेकंड्स में हो जाता है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि एंड्रॉयड के मुकाबले iOS में ऐप्स थोड़ा जल्दी लॉन्च होते हैं. शायद अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि गूगल ने एंड्रॉयड के लिए एक नए अपडेट (ART-14) की घोषणा की है. इससे क्या-क्या बदलेगा ART-14 से और ऐप्स अब कितनी तेजी से ओपन होंगे, सबकुछ जानते हैं.

क्या है एंड्रॉयड रन टाइम (ART)?

एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम का इंजन कह सकते हैं. ऑपरेटिंग सिस्टम में जो लाखों ऐप्स रन करते हैं उनके लॉन्च से लेकर API को संभालने का काम यही इंजन करता है. ART कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि जहां तमाम स्मार्टफोन मेकर्स एंड्रॉयड के यूजर इंटरफ़ेस को अपने हिसाब से कपड़े पहना सकते हैं. मतलब स्किन बदल सकते हैं जैसे सैमसंग वन UI या नथिंग OS 2. लेकिन ART पर पूरा कंट्रोल गूगल का होता है.

ऐसा इसलिए ताकि यूजर भले से किसी भी स्मार्टफोन पर काम कर रहा हो. ऐप लॉन्च हमेशा मक्खन होना चाहिए. हालांकि, पहले-पहल ऐसा नहीं था. मतलब ART का कंट्रोल स्मार्टफोन मेकर्स के हाथ में होता था. लेकिन ऐसा होने से सारे डिवाइस पर एक साथ अपडेट भेजना संभव ही नहीं था. नतीजा एक ही कंपनी के दो डिवाइस पर ऐप लॉन्च का अनुभव एकदम अलग होता है. अब ऐसा नहीं हैं क्योंकि ART से जुड़े अपडेट गूगल प्ले स्टोर से पुश किए जाते हैं.

गूगल की कई टीम्स हर साल इसके नए वर्जन पर काम करती हैं. नॉर्मल इस्तेमाल में शायद आपको फर्क महसूस नहीं होगा लेकिन ग्राफ से पता चलता है कि ART 13 अपडेट पुश होने के बाद कई सारे डिवाइसेज में ऐप का लॉन्च टाइम 30 फीसदी तक बढ़ गया था. 

तस्वीर साभार: एंड्रॉयड डेवलपर्स

एंड्रॉयड डेवलपर्स के मुताबिक, ART-14 तकरीबन 18 लाख से ज्यादा API पर टेस्ट किया गया है. इसके इनेबल होने के बाद बूट टाइम में लगभग 20 सेकंड्स का फायदा होगा. कहने का मतलब, भले ऊपर से आपको फर्क महसूस ना हो, लेकिन ओवर ऑल एंड्रॉयड ऐप्स का अनुभव एकदम ‘झन्नाट इट्स हॉट’ टाइप होने वाला है.  

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