‘मेरी बॉडी में सेंसेशन्स होते हैं… कैसे सेंसेशन्स? सेंसेशन्स जैसे सरसराहट,सनसनाहट, गुदगुदाहट, दगमगाहट, फरफराहट, थरथराहट, कपकपाहट, भरभराहट, दबदबाहट,छटपटाहट,…’ अगर ‘हंसी तो फंसी’ देखी है, तो ये डायलॉग तो याद ही होगा. इस डायलॉग केज़रिये हम एक पल को, हमारी बॉडी में होने वाली सारी सेंसेशन्स के बारे में सोचनेलगते हैं. ऐसी ही एक सेंसेशन है आंखों का फड़कना जिसके बारे में आज हम बता रहे हैं.