जो मेरे घर कभी नहीं आएंगे मैं उनसे मिलने उनके पास चला जाऊंगा एक उफनती नदी कभीनहीं आएगी मेरे घर नदी जैसे लोगों से मिलने नदी किनारे जाऊंगा कुछ तैरूंगा और डूबजाऊंगा