कौन हैं नितिन मेनन, जिन्हें भारत से निकला सबसे धाकड़ अंपायर कहा जा रहा है
ICC एलीट पैनल में भी शामिल हैं.
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भारत-इंग्लैंड टेस्ट के दौरान ईशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह को कुछ समझाते अंपायर नितिन मेनन. (फाइल फोटो- PTI)
भारत-इंग्लैंड के बीच अहमदाबाद में हुए पिंक बॉल टेस्ट का पहला दिन.
अक्षर पटेल की गेंद पर बेन स्टोक्स के ख़िलाफ LBW की ज़ोरदार अपील. गेंद पड़कर थोड़ा अंदर की ओर स्पिन हुई थी. अंपायर नितिन मेनन ने आउट दिया. स्टोक्स ने DRS लिया. थर्ड अंपायर ने ग्राउंड अंपायर के फैसले पर मुहर लगाई.अब मैच के दूसरे दिन पर आइए.
जैक लीच की गेंद पर रोहित शर्मा के ख़िलाफ़ अपील. अंपायर नितिन मेनन ने फिर जांच-परखकर उंगली उठा दी. रोहित ने रिव्यू लिया, और एक बार फिर मैदान अंपायर का फैसला सही निकला.मैच में अंपायर नितिन मेनन के और भी कई फैसले रहे, जिनकी जमकर तारीफ हो रही है. एक यूज़र ने तो ट्विटर पर लिखा –
“नितिन मेनन का अंपायरिंग करियर काफी लंबा चलने वाला है. पिछले 20 साल में भारत के इकलौते अंपायर, जिन्होंने ख़ासा प्रभावित किया है.”
Nitin Menon is going to have long umpiring career in the elite panel group. Only Indian umpire who has been very impressive in last 20 years. Thoughts @UmpireAleemDar_
— Aakash Agrawal (@smashaakash) February 25, 2021
?@ICC
#INDvsENG_2021
Nitin menon is a bloody good Umpire... And still 35 years old.
— Anant Antrix (@anaadi_dev) February 25, 2021
अंपायर बाप-बेटे की जोड़ी नितिन अपने घर से निकले दूसरे अंपायर हैं. पहले उनके पिता थे. नरेंद्र मेनन. नरेंद्र मेनन मध्य प्रदेश की तरफ से रणजी खेले, फिर अंपायरिंग में उतरे. वनडे इंटरनेशनल तक में अंपायरिंग की. उनके बेटे नितिन ने भी करियर की शुरुआत खिलाड़ी के तौर पर ही की थी. दो रणजी मैच खेले भी. लेकिन 2006 में BCCI ने अंपायरिंग का एग्ज़ाम कराया तो नितिन भी इसमें बैठे. पास हो गए. इसके बाद बतौर अंपायर मैदान पर उतरने की तैयारी करने लगे, ट्रेनिंग लेने लगे. डोमेस्टिक मैचों में अंपायरिंग की, और फिर बिग ब्रेक मिला IPL में. ख़राब शुरुआत नहीं, पर बैड स्टार्ट ज़रूर कहेंगे नितिन मेनन की अभी वाह-वाह हो रही है, लेकिन ये सब शुरू से ऐसा नहीं था. कपिल पाजी की भाषा में कहें तो- बिग स्टेज पर नितिन मेनन की शुरुआत ख़राब तो नहीं रही, लेकिन बैड स्टार्ट ज़रूर रही.#INDvENG
— Arun Kumar (@ith_arun) February 25, 2021
umpire Nitin Menon has been spot on right through the series. What a series he is having
मेनन पहली बार सुर्ख़ियों में आए IPL 2017 के दौरान. टूर्नामेंट में उनके नाम 3 ग़लत फैसले जुड़े. इनमें से एक तो ब्लंडर था. सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस का मैच था. SRH के डेविड वॉर्नर ने एक ओवर की अंतिम गेंद पर चौका मारा, और फिर अगले ओवर की पहली गेंद पर फिर उन्होंने स्ट्राइक ले ली. अंपायर मेनन ध्यान ही नहीं दे सके. इस पर उनकी बड़ी आलोचना हुई. Cricinfo ने तो यहां तक लिख दिया –
“Umpires Nitin Menon had been caught napping.”यानी अंपायर नितिन मेनन झपकी लेते रह गए. मेनन की काफी किरकिरी हुई.

इंटरनेशनल डेब्यू साल 2017 मेनन के लिए एक तरफ थोड़ा बुरा रहा, वहीं कुछ अच्छी बातें भी हुईं. इसी साल उनका इंटरनेशनल डेब्यू हुआ. वनडे मैच में अंपायरिंग की. IPL वाली ग़लतियां इंटरनेशनल लेवल पर कम हुईं. 2 साल बाद ही 2019 में उन्हें टेस्ट मैच में अंपायरिंग करने का भी मौका मिल गया. मेनन ने अफगानिस्तान-वेस्टइंडीज के बीच लखनऊ में हुए मैच से टेस्ट मैच में अंपायरिंग का डेब्यू किया. नितिन मेनन अब तक 6 टेस्ट, 24 वनडे और 16 टी20 मैच में ग्राउंड अंपायरिंग कर चुके हैं. इसके अलावा कई मैचों में टीवी अंपायर भी रहे हैं.

भारत में अंपायरिंग के रोल मॉडल! खेल खेलते तो खिलाड़ी हैं, लेकिन खिलवाने की ज़िम्मेदारी होती है अंपायर्स पर, मैच रेफरी पर. और इनकी नियुक्ति करती है ICC यानी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल. ICC समय-समय पर अपने एलीट पैनल ऑफ अंपायर्स की लिस्ट अपडेट करती रहती है. जून-2020 में जब ये लिस्ट अपडेट हुई तो इसमें भारत के अंपायर नितिन मेनन का नाम भी शामिल था. उस वक्त मेनन की उम्र थी 36 साल. और इसी के साथ वो ICC के एलीट पैनल ऑफ अंपायर्स में शामिल होने वाले सबसे युवा अंपायर बन गए.
नितिन से पहले सिर्फ दो भारतीय अंपायर ही इस पैनल में जगह बना सके थे– एस. वेंकराघवन और एस. रवि. पैनल में शामिल होने के बाद नितिन ने कहा था –
“मुझे तो अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि मैं क्रिकेट जगत के बड़े-बड़े अंपायर्स के साथ अंपायरिंग करूंगा. लेकिन मुझे लगता है कि ये मेरे लिए ज़िम्मेदारी है. ज़िम्मेदारी कि मैं भारतीय अंपायरिंग के कल्चर को आगे लेकर जाऊं, और अपने अनुभव साझा करके बाकियों की मदद करूं.”क्रिकेट जगत के बेहतरीन अंपायर्स में गिने जाने वाले सायमन टॉफेल ने मेनन के बारे में कहा था –
“मुझे नितिन के एलीट पैनल में आने से ज़रा भी हैरानी नहीं हुई. उन्होंने गज़ब का सुधार और नियमितता दिखाई है. उम्मीद है कि भारत में जो लोग अंपायरिंग को करियर के तौर पर सोच रहे हैं, उनके लिए नितिन एक रोल मॉडल बनेंगे.”अंपायर नितिन मेनन के लिए इंटरनेशनल लेवल पर अंपायरिंग का सफर अभी तक अच्छा चलता दिख रहा है. हालांकि उनका एक सपना अभी पूरा होना बाकी है - एशेज़ में अंपायरिंग.