14 जनवरी 2021 (Updated: 14 जनवरी 2021, 02:05 AM IST) कॉमेंट्स
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मार्च 1994. इंडियन क्रिकेट टीम न्यूज़ीलैंड टूर पर थी. 19 से 23 मार्च तक हुआ हैमिल्टन टेस्ट. कपिल देव पहले ही बोल चुके थे कि यह उनका आखिरी टेस्ट होगा. टेस्ट में दो विकेट लेने के बाद कपिल ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया. इसी टेस्ट में सचिन ने 2000 और कैप्टन अज़हरुद्दीन ने अपने 4000 टेस्ट रन पूरे किए. यूं तो यह मैच ड्रॉ रहा लेकिन हैमिल्टन से हजारों किलोमीटर दूर केरल के कासरगोड जिले के एक परिवार के लिए इसका चौथा दिन यादगार बन गया.
टेस्ट के चौथे दिन, 22 मार्च को इनके घर आठवें बच्चे का जन्म हुआ. बीके मोइदु और नसीबा अपने इस बच्चे का नाम अजमल रखना चाहते थे. केरल में अजमल नाम बेहद कॉमन है. लेकिन इस लड़के को कॉमन नहीं रहना था. इसे बनना था स्टार. और शायद इसीलिए मोइदु के बड़े बेटे कमरुद्दीन ज़िद पर अड़ गए. तगड़े क्रिकेट फैन कमरुद्दीन अपने छोटे भाई का नाम अपने पसंदीदा क्रिकेटर मोहम्मद अज़हरुद्दीन के नाम पर रखना चाहते थे.
# कासरगोड का अज़हर
शुरू में तो मोइदु और नसीबा नहीं माने, लेकिन कमरुद्दीन अपनी ज़िद पर अड़े रहे और अपने भाई का नाम मोहम्मद अज़हरुद्दीन कराकर ही दम लिया. कट टू 2021. मुंबई का वानखेड़े मैदान. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी. केरला के कप्तान संजू सैमसन ने टॉस जीतकर मुंबई को पहले बैटिंग का न्यौता दिया. यशस्वी जायसवाल और आदित्य तारे ने पहली 59 गेंदों पर 88 रन जोड़ डाले.
इस शुरुआत की बदौलत मुंबई ने 20 ओवर्स में 196 रन जोड़ डाले. जवाब में केरल ने धमाकेदार शुरुआत कर डाली. 10वें ओवर की तीसरी बॉल पर जब रॉबिन उथप्पा आउट हुए, बोर्ड पर 129 रन टंग चुके थे. मैच पूरी तरह से केरल के पक्ष में झुक चुका था. और इसका फुल क्रेडिट गया उसी मोहम्मद अज़हरुद्दीन को. जो अपने भाइयों का सपना पूरा करने के लिए सही दिशा में बढ़ रहे हैं. अज़हर ने इस मैच में सिर्फ 37 गेंदों में सेंचुरी मार दी.
वह 54 गेंदों पर 137 रन बनाकर नॉटआउट रहे और केरल को सिर्फ 15.5 ओवर्स में दो विकेट खोकर जीत दिला दी. यह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का दूसरा सबसे तेज शतक है. यही नहीं यह T20 में केरल के किसी भी क्रिकेटर की पहली सेंचुरी भी है.
अज़हरुद्दीन ने कभी भी अज़हरुद्दीन को बैटिंग करते हुए नहीं देखा. यूट्यूब पर अज़हर की बैटिंग देखने वाले अज़हरुद्दीन ने नवंबर 2015 में केरल की रणजी टीम में अपने सेलेक्शन के बाद एक इंटरव्यू में बताया था,
'मेरे सारे भाई उनके बड़े फैन थे और वे चाहते थे कि मैं अज़हर जैसी बैटिंग करूं. मुझे नहीं पता कि मैं अज़हर जैसी बैटिंग कर पाता हूं या नहीं लेकिन मैं रणजी ट्रॉफी की स्क्वॉड में एंट्री पाकर खुश हूं.'
26 साल के अज़हर दाहिने हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. 22 फर्स्ट क्लास मैचों में 959 रन बना चुके अज़हरुद्दीन के नाम एक फर्स्ट क्लास सेंचुरी है. अज़हर 14 नंबर की जर्सी पहनते हैं क्योंकि कासरगोड का व्हीकल रजिस्ट्रेशन नंबर KL-14 है.