टेस्ट रैंकिंग में पाकिस्तान नंबर 6 से कैसे पहुंचा नंबर 1 पर
इस कामयाबी में यूनिस खान और यासिर शाह का रोल अहम है.
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जश्न मनाते पाकिस्ता क्रिकेट टीम के खिलाड़ी
कैसे पहुंचे नंबर 2 पर?
रैंकिंग टेबल में पाकिस्तान नंबर 2 पर इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ कर के आया था. इसमें उसे ऑस्ट्रेलिया की तरफ से भी सहयोग मिला. श्रीलंका में 3-0 से हुई धुलाई के बाद ऑस्ट्रेलिया खिसक कर 108 प्वाइंट के साथ तीसरे नंबर पर लुढ़क गया. इसी वक्त इंडिया नंबर 1 पर काबिज हुआ था. 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में वो 2-0 से आगे चल रहा था. त्रिनिदाद में होने वाला फाइनल मैच जीत जाते तो पाकिस्तान अभी भी कहीं लुढ़का-पुढ़का मिलता. लेकिन पाकिस्तान को नंबर 1 बनना था. इसलिए त्रिनिदादा में होने वाला मैच खराब मौसम की भेंट चढ़ गया. पहली बार पाकिस्तान साल 2015 में आईसीसी की रैंकिंग में दूसरे स्थान पर रहा था. UAE में इंगलैंड को 2-0 से धोकर. दूसरी बार नंबर 2 पर पिछले हफ्ते काबिज हुआ था.नंबर 1 की राह, छठे पायदान से पहले तक
साल 2014. आईसीसी की टेस्ट रैकिंग में पाकिस्तान छठे नंबर पर था. इस वक्त उसकी स्थिति उस बच्चे जैसी थी, जो थोड़े नंबरों के चलते नंबर 6 पर टिका रहता है. कभी अच्छा प्रदर्शन कर दिया तो रैंकिंग में ऊपर खिसक गया. और कभी पढ़ाई नहीं की तो नीचे. इंग्लैंड की ऐसी-तैसी करने के बाद पाकिस्तान ने श्रीलंका को 2-1 से हराया. बांग्लादेश को तो उसी के घर में घुसकर 1-0 से हराया. UAE में तो पाकिस्तान ने 2-0 से सीरीज जीतकर ऑस्ट्रेलिया पर कहर ही ढा दिया. जिस मैच में फिलिप ह्यूज की मौत हुई वो 1-1 की बराबरी पर छूटा. कुल मिलाकर ये कहा जाता है कि अव्वल आने के लिए पाकिस्तान ने मेहनत की. वो भी जमकर. न तो ये कारनामा इमरान खान कर पाए, न ही इंजमाम-उल-हक और न ही कोई और कप्तान. मिस्बाह टीम की इस कामयाबी से बेहद खुश हैं. उनके लिए तो नंबर 1 का ताज पहनने से बड़ी कोई खुशी है ही नहीं. ये उनके लिए एक रिवॉर्ड है, जिसके लिए उन्होंने और उनकी टीम ने कड़ी मेहनत की है. उन्होंने टीम के साथियों और बाकी लोगों को भी इसके लिए बधाई दी हैं. एक तरफ मिस्बाह हैं, जो टीम के नंबर 1 होने पर खुशी से फूले नहीं समा रहे. तो दूसरी तरफ इंडिया के टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली हैं. जो टीम के नंबर 1 होने पर ज्यादा एक्साइटेड नहीं दिखे. उनका कहना है, मुझे पता था कि हमारे प्वाइंट्स में बहुत थोड़ा सा अंतर है. रैकिंग का क्या है, वो तो ऊपर-नीचे होते ही रहते हैं. वैसे भी दूसरी टीमों ने हमसे ज्यादा मैच खेले हैं.इन कड़ियों ने बनाया पाकिस्तान को नंबर 1
जाने-अनजाने नंबर 1 बनने के लिए पाकिस्तान ने काम शुरू किया. जान लीजिए वो क्या चीजें हैं, जिसने पाकिस्तान को शिखर पर बिठा दिया. 1. मई 2013 से लेकर अब तक पाकिस्तान ने कुल 26 टेस्ट मैच खेले हैं. जिसमें उसे 13 में जीत, 9 में हार मिली है. 5 मैच ड्रॉ हुए हैं. इस दौरान उसने न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों को धूल चटाया है. 2. आखिरी के 6 सीरीज जो पाकिस्तान ने खेले हैं, उनमें से चार में उसे जीत मिली है. न्यूजीलैंड और इंग्लैंड से सीरीज ड्रॉ किया है. जबकि ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, श्रीलंका और इंगलैंड से सीरीज जीता है.3. यूनिस खान का धांसू बैटिंग ऐवरेज
सितंबर में पाकिस्तान ने जिम्बॉब्वे के साथ सीरीज खेली. इसमें यूनिस खान ने डबल सेंचुरी बनाई थी. साउथ अफ्रीका के साथ हुई सीरीज में खान कुछ कमाल नहीं दिखा पाए. मजह थोड़े ही रन स्कोर बोर्ड में ऐड कर सके. फिर बारी आई श्रीलंका को धोने की. यहां भी यूनिस खान के बल्ले ने आग उगला. सीरीज तो हालाकि ड्रॉ रही. कोलंबो में पाकिस्तान एक बार फिर श्रीलंका से भिड़ा. इस सीरीज में यूनिस डबल सेंचुरी बनाने से चूक गए थे.
