वसीम अकरम की वो गेंदें याद हैं, जिन्हें देख दुनिया बोल पड़ी थी- इसे कौन खेल पाएगा!
3 जून को वसीम अकरम का जन्मदिन होता है. और इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं उनकी वो दो गेंदें, जिन्हें खेल पाना लगभग असंभव था.

‘वो गेंद मेरे द्वारा फेंकी गई टॉप पांच गेंदों में से एक थी.’
ये कौन सी गेंद थी? जिसकी इतनी तारीफ़ हो रही है. वो भी उस व्यक्ति द्वारा, जिसने अपने करियर में हजारों गेंदें फेंकी और सैकड़ों विकेट्स ले डाली? वो बंदा जिसे लोग किंग ऑफ स्विंग कहते नहीं थकते? वो अगर किसी गेंद की इतनी तारीफ कर रहा है, तो जाहिर तौर पर इस गेंद में कुछ खास होगा. किंग ऑफ स्विंग तो आप समझ ही गए होंगे कि हम वसीम अकरम की बात कर रहे हैं. तो अब चलते हैं उस गेंद की ओर.
साल था 1992. 22 फरवरी से 25 मार्च तक ऑस्ट्रेलिया में चले वर्ल्ड कप का फाइनल इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेला जा रहा था. इस फाइनल से पहले जब ये दो टीम्स टकराई थी तब पूरा मुकाबला नहीं हो पाया था. ऐसे में इन दोनों को ही आमने-सामने वाला अनुभव नहीं था. ऐसे में फाइनल में सिक्का पक्ष में गिरते ही पाकिस्तान ने पहले बैटिंग चुन ली. पाकिस्तान ने 50 ओवर्स में 249 बनाए. इनमें वसीम अकरम की 18 गेंदों में 33 रन की पारी भी शामिल थी. जवाब में इंग्लैंड की टीम कुल 227 रन ही बना पाई. और उनको रोकने का क्रेडिट गया अच्छी बल्लेबाजी के बाद अच्छी गेंदबाजी करने वाले वसीम अकरम को.
वसीम ने इस मैच में तीन विकेट निकाले. बल्ले और गेंद दोनों से योगदान करने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच रहे. लेकिन उन्हें याद किया जाता है उन दो गेंदों के लिए, जिनके बारे में आज भी कहा जाता है कि उन्हें खेल पाना संभव ही नहीं है. वसीम ने एलन लैम्ब और क्रिस लुइस को ऐसी गेंद फेंकी, जिसे खेलना उनके बस की बात ही नहीं थी. लैम्ब के लिए वसीम राउंड द विकेट आए. मिडल और ऑफ स्टम्प की तरफ अंदर आती हुई गेंद फेंकी जिसको लेट स्विंग मिला. लैम्ब ने इसे गेंद खेलने की कोशिश की लेकिन बोल्ड.
अपने इस विकेट पर विज़्डन से बात करते हुए वसीम ने बताया था कि उन्होंने ये गेंद प्लान कर रखी थी. एलन लैम्ब के विकेट का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एलन लैम्ब के लिए हमेशा राउंड द विकेट आकर आउटस्विंग गेंदबाजी करने का प्लान था. क्योंकि उन्होंने काउंटी क्रिकेट में कभी भी मेरा सामना नहीं किया था. जब रिवर्स स्विंग होती है तो वो अक्सर नंबर तीन या नंबर चार पर आते है.
उन्होंने सोचा होगा, ‘लेफ्ट ऑर्म, राउंड द विकेट, बाहर जाती हुई? मुझे नहीं लगता’ तो गेंद मिडल स्टम्प पर थी और एंगल से अलग बाहर की ओर निकल गई. वो गेंद बिल्कुल मेरे द्वारा डाली गई टॉप पांच गेंदों में से एक है.

इंग्लैंड के लिए कहानी यहीं नहीं रुकी. वसीम अकरम को अभी एक और बढ़िया गेंद डालनी थी. और मैच पाकिस्तान की झोली में डालना था. इस बार मैदान पर क्रिस लुइस आए. क्रिस को लगा कि उन्हें भी वैसी ही गेंद मिलेगी. लेकिन वसीम ने उनको इनस्विंगर डाली. और वो भी बोल्ड होकर पविलियन लौट गए.
ये वाली गेंद खेलना भी आसान नहीं था. लेकिन इस विकेट का क्रेडिट टीम के कप्तान इमरान खान को जाना चाहिए. क्योंकि इमरान ने ही वसीम को ये गेंद डालने को कहा था. विज्डन से ही बात करते हुए वसीम ने ये बात बताई थी. उन्होंने कहा था कि जब क्रिस बल्लेबाजी के लिए आए. तो मैं उनको यॉर्कर डालने वाला था.
लेकिन इमरान ने कहा कि वो यॉर्कर की उम्मीद कर रहे होंगे. वो बाहर जाती हुई फुल लेंथ गेंद की उम्मीद कर रहे होंगे. आप एक अंदर आती हुई लेंथ गेंद डालो. और मैंने बिल्कुल वहीं किया. सही गति, सही स्विंग और थोड़ा सा बल्ले का अंदरुनी किनारा. उस मोमेंट पर मुझे नहीं पता कि हमने क्या किया है. लेकिन एक हफ्ते बाद पाकिस्तान पहुंचकर हमने ये जाना कि हमने सही में कुछ किया है.
वसीम अकरम की इन दो शानदार, ना खेल पाने वाली गेंदों का ज़िक्र हमने इसलिए किया, क्योंकि आज, 3 जून को वसीम अकरम का जन्मदिन है. वसीम ने अपने पूरे करियर में पाकिस्तान के लिए सबसे ज्यादा 916 विकेट निकाली है.
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