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कोलकाता से जीती चेन्नई, मैच के बाद धोनी-गंभीर ने जमाया रंग!

Dhoni-Gambhir के बीच कितना कुछ हुआ. तमाम स्टोरीज़ लिखी और पढ़ी गईं. इनकी राइवलरी की कहानियां आज भी ताजा हैं. लेकिन सोमवार, 8 अप्रैल को ये दोनों प्लेयर सारी बातें भूल, दिल खोलकर गले मिले.

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Dhoni, Gambhir
धोनी-गंभीर गले मिले, ख़बर बन गई (PTI)
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सूरज पांडेय
8 अप्रैल 2024 (Published: 01:18 AM IST) कॉमेंट्स
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91 बड़ा या 97. ये बहस सालों से चल रही है. 2011 वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में महेंद्र सिंह ने बनाए रन 91. जबकि गौतम गंभीर के नाम रहे 97 रन. लेकिन प्लेयर ऑफ़ द मैच बने धोनी. यानी 91 हुआ बड़ा. इसके बाद से ही धोनी और गंभीर को सामने-सामने माना जाने लगा है. हालांकि धोनी ने गंभीर के बारे में कभी कुछ नहीं कहा, लेकिन गंभीर कई दफ़ा इस मैच और इस पारी पर बात कर चुके हैं.

इन दोनों के बीच मसला इतना ही नहीं है. मसले और भी हैं. धोनी और गंभीर IPL में जब भी भिड़े, जनता को खूब मौज आई. ऐसी ही कुछ उम्मीद उन्हें सोमवार, 8 अप्रैल को भी थी. लेकिन यहां मामला अलग ही रहा. धोनी और गंभीर दिल खोलकर मिले. चेन्नई ने इस मैच में सात विकेट से विजय हासिल की. धोनी एक रन बनाकर नाबाद लौटे. और मैच के बाद जब दोनों टीम्स के प्लेयर आपस में मिल रहे थे, तब धोनी और गंभीर एक-दूसरे को देखकर मुस्कुराते हुए गले मिले.

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दोनों प्लेयर्स को हमेशा ही राइवल माना गया. लेकिन इस बार चर्चा बटोरी इनके गले मिलने ने. जिस तरह से ये गले मिले, इससे साफ हो गया कि दोनों के मन में एक-दूसरे के लिए कोई बुरा भाव नहीं है. मैच से पहले भी गंभीर ने धोनी के बारे में बात की थी. उनकी तारीफ़ करते हुए गंभीर ने कहा था,

'धोनी संभवत: टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान हैं. मुझे नहीं लगता कि कोई भी धोनी के लेवल पर पहुंच भी सकता है. तीन ICC ट्रॉफी जीतना. लोग ओवरसीज में सीरीज जीत सकते हैं, जितना हो सके टेस्ट मैच जीत सकते हैं, लेकिन तीन ICC ट्रॉफी से बढ़कर कुछ नहीं है. 

IPL में मैंने उनके खिलाफ हर मैच का पूरा लुत्फ उठाया. क्योंकि आपको पता होता है कि उनको स्ट्रैटजी के मामले में मात नहीं दी जा सकती. स्ट्रैटजी के मामले में वो बहुत अच्छे रहे हैं. आपको पता था कि वो जब तक क्रीज पर थे, वो कभी भी मैच फिनिश कर सकते थे. चाहे आपको एक ओवर में 20 रन ही क्यों नहीं बनाने हों.'

बात इस मैच की करें तो रुतुराज गायकवाड़ ने टॉस जीता. पहले बोलिंग चुनी. उनका ये फैसला सही भी साबित हुआ. कोलकाता वाले पहले बैटिंग करते हुए 137 रन ही बना पाए. टीम के लिए कप्तान श्रेयस अय्यर ने सबसे ज्यादा, 34 रन का योगदान दिया. चेन्नई के लिए रविंद्र जडेजा और तुषार देशपांडे ने तीन-तीन विकेट लिए. जवाब में चेन्नई ने तीन विकेट खोकर जीत के लिए जरूरी रन बना लिए। कप्तान रुतुराज गायकवाड़ 67 रन बनाकर नाबाद लौटे. जडेजा को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया.

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