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पिता ड्राइवर, कुपोषण तक में खेला, कल IPL में SRH को घुटने पर लाने वाले मुकेश की कहानी

बिहार से कोलकाता जाकर क्रिकेट खेलने वाले मुकेश की बड़ी मदद गांगुली ने की थी.

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Mukesh kumar, IPL, Delhi capitals
मुकेश कुमार ने की शानदार बॉलिंग (PTI/AP)
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रविराज भारद्वाज
25 अप्रैल 2023 (Updated: 25 अप्रैल 2023, 06:12 PM IST) कॉमेंट्स
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तारीख 24 अप्रैल 2023. हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच मैच खेला जा रहा था. दिल्ली ने पहले बैटिंग करते हुए 144 रन बनाए. आखिरी ओवर में जीत के लिए हैदराबाद को 13 रन चाहिए थे. जबकि 4 विकेट बाकी थे. टारगेट ज्यादा मुश्किल नहीं लग रहा था, लेकिन सामने दीवार की तरह खड़े हो गए दिल्ली के 'इम्पैक्ट प्लेयर' मुकेश कुमार (Mukesh Kumar). और हैदराबाद का खेल खराब हो गया.

मैच में आपको ले चलें तो मुकेश 20वां ओवर डालने आए. सामने वॉशिंगटन सुंदर जैसा लपेटू बैट्समेन. मुकेश ने चतुराई दिखाते हुए पहली गेंद सातवें स्टंप पर डाली. 138KMPH की स्पीड वाली इस गेंद पर सुंदर ने दो रन लिए. अगली गेंद. छठे स्टंप पर आई 139KMPH की स्पीड वाली वाइड यॉर्कर. सुंदर इसे डॉट खेल गए. तीसरी गेंद फिर से सेम स्पीड, चौथे स्टंप पर आई फुललेंथ. एक रन आया. अब चौथी गेंद पर सामने थे मार्को येनसन. 141 की स्पीड वाली ये गेंद लो फुलटॉस थी. येनसन ने किसी तरह इस पर सिंगल लिया. पांचवीं गेंद. मिडल और लेग पर फुल लेंथ. 

सुंदर फिर सिंगल ही ले पाए. आखिरी गेंद. मिडल स्टंप पर आई यॉर्कर. येनसन इस पर एक भी रन नहीं ले पाए. मुकेश ने इस ओवर में सिर्फ़ पांच रन दिए और दिल्ली को सात रन से जीत दिला दी. और इसके बाद से ही मुकेश का नाम हर तरफ छा गया. लेकिन ये मुकेश कुमार हैं कौन? और ये दिल्ली की टीम से कैसे जुड़े, आइये आपको बताते हैं.

#कौन हैं मुकेश कुमार?

मुकेश कुमार का जन्म 12 अक्टूबर 1993 को बिहार के गोपालगंज में हुआ. क्रिकेट का चस्का बचपन से ही था. गोपालगंज की लोकल टीमों से खेलते, नाम कमाते. मगर इससे करियर नहीं बनना था. बिहार की रणजी टीम का दर्जा भी उस वक्त छीन लिया गया था. ऐसे में वो अपने पिता के पास कोलकाता चले गए. जो वहां रहकर टैक्सी चलाते थे. 

आप सोच रहे होंगे पिता के पास जाने से क्या फायदा. पुराने जमाने के पिता लोग तो सिर्फ पढ़ाई की रट लगाते थे. पर मुकेश के पिता ने ऐसा नहीं किया. वो खराब आर्थिक हालातों के बावजूद लड़के को क्रिकेटर बनाने में साथ देते रहे. मुकेश कोलकाता में भी लोकल क्रिकेट खेलने लगे. बॉलिंग तगड़ी थी, हल्ला मचा हुआ था तो उनका सेलेक्शन बंगाल की टीम में हो गया. वो जमके डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने लगे. 

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश खेलने में इतना मशगूल थे कि वो कुपोषण तक का शिकार हो गए थे. यहां उनकी मदद की थी पूर्व भारतीय कप्तान और तब के CAB चीफ सौरव गांगुली ने. गांगुली ने ईडन गार्डन्स में उनके रहने और खाने-पीने की व्यवस्था करवाई थी. अक्टूबर 2015 में मुकेश ने हरियाणा के खिलाफ फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था. वहीं दिसंबर 2015 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ लिस्ट-A में और जनवरी 2016 में गुजरात के खिलाफ़ T20 डेब्यू किया. मुकेश ने अब तक कुल 33 फर्स्ट-क्लास मुकाबले खेले हैं, जिसमें उनके नाम 123 विकेट हैं. मुकेश ने 24 लिस्ट-ए मैच में 26 विकेट भी हासिल किए हैं. इसके अलावा मुकेश ने 23 T20 मुकाबलों में 25 विकेट हासिल किए हैं. एक बार उन्हें इंडियन टीम में भी शामिल किया गया, लेकिन उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिल पाया.

तीन टीम्स में हुआ था बिडिंग वॉर

IPL 2023 की मिनी ऑक्शन में मुकेश का बेस प्राइस 20 लाख रुपये था. ऑक्शन के दौरान मुकेश के लिए दिल्ली के अलावा, चेन्नई सुपर किंग्स और पंजाब किंग्स भी बिडिंग वॉर में शामिल हुए. बिडिंग वॉर दिल्ली और चेन्नई के बीच शुरू हुआ. लेकिन ऑक्शन प्राइस 2 करोड़ से आगे जाने के बाद चेन्नई की टीम पीछे हट गई. और फिर पंजाब की बिडिंग में एंट्री हुई, लेकिन तब भी बाज़ी दिल्ली की टीम ने मारी. 

मुकेश को क्रिकेट के लिए प्रेरित करने वाले उनके पिता तो अब इस दुनिया में नहीं हैं. लेकिन बिहार के एक छोटे से कस्बे से निकलकर मुकेश ने क्रिकेट में जिस तरह की पहचान बनाई है, वो वाकई गजब की है. मोटिवेट करने वाली है.

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