एक कविता रोज़: मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा मेरे पंज पियारे तुम
पढ़िए ग़ज़ल के रंग में एक कविता.
Advertisement

फोटो - thelallantop
आज एक कविता रोज़ में 'ग़ज़ल के रंग में' मुमकिन हुई चर्चित कवयित्री अजंता देव की एक कविता...
रात अंधेरी तारे गुम
इस पल सबसे प्यारे तुम
जितना हमसे दूर हुए
उतने हुए हमारे तुम
घास फूल चिड़िया आकाश
सबमें नदी किनारे तुम
अनजाने में जीत गए
जान-बूझकर हारे तुम
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा
मेरे पंज पियारे तुम