The Lallantop
Advertisement

तेलंगाना की 22 साल की लड़की, जिसने दुनिया के 7 पहाड़ों को अपने पैरों के नीचे ला दिया!

22 साल की पूर्णा ने 7 महाद्वीपों के 7 सबसे ऊंचे पहाड़ों की ऊंचाई छू ली.

Advertisement
poorna malavath
2017 में पूर्णा के जीवन पर 'पूर्णा: करेज हैज़ नो लिमिट' नाम से एक फ़िल्म भी बनी है (फोटो - ट्विटर)
pic
सोम शेखर
13 जून 2022 (Updated: 20 जून 2022, 08:36 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

पूर्णा मलावत. तेलंगाना की एक पर्वतारोही हैं. पूर्णा ने सात महाद्वीपों के सात सबसे ऊंचे पहाड़ों पर चढ़कर इतिहास बना दिया है. लंबे समय से पूर्णा 'सेवन कॉन्टीनेंट्स, सेवन हाइएस्ट पीक्स' के मिशन पर थीं. 

पूर्णा ने कौन-कौन से पहाड़ चढ़े?

एशिया महाद्वीप का माउंट एवरेस्ट 

अफ्रीकी महाद्वीप का माउंट किलिमंजारो

यूरोपीय महाद्वीप का माउंट एलब्रस

दक्षिण अमरीकी महाद्वीप का माउंट एकॉनकागुआ 

ओशीनीया का माउंट कार्टेंज़ पिरामिड 

अंटार्कटिका का माउंट विंसन 

उत्तरी अमरीका का माउंट डेनाली

NDTV में प्रकाशित खबर के मुताबिक, माउंट डेनाली आखिरी पहाड़ था. इस पहाड़ से नीचे कैंप में आने के बाद पूर्णा ने अपने कोच को सैटेलाइट फोन की मदद से कॉल किया. कोच शेखर बाबू से बात की. बताया कि मिशन सफल रहा. 

क्या है पूर्णा मलावत की कहानी?

जन्म जून 2000 को. तेलंगाना के निज़ामाबाद ज़िले के पकाला गांव में. शिक्षा के लिए तेलंगाना सोशल वेलफेयर रेज़िडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी (TSWREIS) में शामिल हुईं. TSWREIS राज्य के कल्याण मंत्रालय के अधीन आती है, जो पिछले 35 सालों से अनुसूचित जाति के छात्रों को शिक्षा और शिक्षा से जुड़ी सेवाएं दे रही है. 

खबरों के मुताबिक, सोसायटी के सचिव IPS रेपल्ले शिवा प्रवीण कुमार ने पूर्णा की प्रतिभा को पहचाना. उन्हें ऑपरेशन एवरेस्ट के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया. साल था 2014. पूर्णा की उम्र महज 13 साल. माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की तैयारी में पूर्णा ने लद्दाख और दार्जिलिंग के पहाड़ों पर चढ़ाई की. फिर तो पूर्णा ने रिकॉर्ड ही बना दिया. मई 2014. महज 13 साल 11 महीने की उम्र में पूर्णा ने माउंट एवरेस्ट की चोटी छू ली. पर्वतारोहियों की भाषा में कहें तो समिट पूरा कर लिया. ये एक वर्ल्ड रिकार्ड था. माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की लड़की बनने का रिकार्ड। 

अब पूर्णा हैदराबाद के उस्मानिया यूनिवर्सिटी से पोस्ट-ग्रैजुएशन कर रही हैं.

पूर्णा के जीवन पर आधारित एक फिल्म 2017 में रिलीज़ हुई थी. नाम है 'पूर्णा: करेज हैज़ नो लिमिट.' फ़िल्म का निर्देशन किया था राहुल बोस ने. 2020 में पूर्णा को फोर्ब्स इंडिया की सेल्फ़-मेड महिलाओं की सूची में भी शामिल किया गया था.

देश की वो अनोखी बाइक राइटर जिसकी तारीफ़ मोदी सरकार के दो मंत्रियों ने की है

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement