महिलाओं के लिए सीट आरक्षित हुई तो पिता ने मॉडल-एक्ट्रेस बेटी को यूपी पंचायत चुनाव में उतार दिया
साल 2015 में फेमिना मिस इंडिया की रनरअप रह चुकी हैं.
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दीक्षा अब राजनीति के मैदान में नजर आएंगी. फोटो दीक्षा के इंस्टाग्राम अकाउंट से लिए गए हैं.
साल 2015 में फेमिना मिस इंडिया की रनरअप रहीं दीक्षा सिंह अब यूपी की राजनीति में एंट्री कर रही हैं. वो जौनपुर जिले के बक्सा विकासखंड के वार्ड नंबर 26 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ेंगी. पहले उनके पिता ये चुनाव लड़ने वाले थे, लेकिन सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हो गई. दीक्षा ने पर्चा खरीद लिया है, जमानत राशि जमा कर दी है और अब गांव-गांव जाकर प्रचार भी शुरू कर दिया है.दीक्षा सिंह के पिता जितेंद्र सिंह पिछले काफी दिनों से इस चुनाव की तैयारी कर रहे थे. लेकिन ये सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हो गई. ऐसे में उन्होंने अपनी बेटी दीक्षा सिंह को चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतारा है. दीक्षा सिंह का मुकाबला बीजेपी नेता स्वर्गीय राम चंद्र सिंह की बहू शालिनी सिंह से होगा. दीक्षा ने शुक्रवार 2 अप्रैल को जौनपुर में स्थानीय मीडिया से बात की और कहा कि वो बदलाव की सोच के साथ वापस लौटी हैं.

उन्होंने कहा कि मैं कॉलेज के वक्त से ही राजनीतिक डिबेट्स में हिस्सा लेती रही हूं. गांव भी वक्त-वक्त पर आती रही हूं. गांव में मैंने देखा कि ये इलाका अभी भी विकास से दूर है लिहाजा मैं बदलाव की एक सोच के साथ यहां आई हूं. गोवा से की है पढ़ाई दीक्षा, बक्सा इलाके के चित्तौरी गांव की रहने वाली हैं. दीक्षा ने क्लास तीन तक ही गांव में पढ़ाई की थी. इसके बाद वो मुंबई और फिर गोवा शिफ्ट हो गई थीं. गोवा से ही उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. पढ़ाई के दौरान ही उन्हें मॉडलिंग के ऑफर मिलने लगे थे. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने कई मॉडलिंग असाइनमेंट्स को पूरा किया.

साल 2020 में गायक दर्शन रावल और नेहा कक्कड़ के म्यूजिक वीडियो 'तेरी आखों में' में भी दीक्षा दिखाई दी थीं. हाल ही में उन्होंने एक और म्यूजिक वीडियो 'रब्बा मेहर करी' में भी काम किया. दीक्षा के पिता जितेंद्र सिंह का राजस्थान और गोवा में ट्रांसपोर्ट का कारोबार है. साल 2015 में दीक्षा, मिस इंडिया ब्यूटी पीजेंट की रनरअप रहीं. इसके बाद उन्होंने कई बड़ी विज्ञापन फिल्मों में काम किया. दीक्षा को मिल रहा सपोर्ट दीक्षा को कई महिला नेताओं का सपोर्ट भी मिलने लगा है. समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि दीक्षा का चुनाव लड़ने का फैसला एक साहसिक कदम है. सभी युवा महिलाओं को जो कुछ अलग करना चाहती हैं, उन्हें दीक्षा के इस कदम से प्रेरणा मिलेगी. यूपी की राजनीति को बदलने के लिए ऐसे ही बदलावों की जरूरत है.
वहीं बीजेपी की प्रवक्ता अनिला सिंह ने कहा कि दीक्षा का राजनीति में आना अच्छी बात है. अब महिलाएं राजनीति में आ रही हैं. ये बात समाज में एक स्ट्रॉन्ग मैसेज देती है और महिलाओं का रिप्रजेंटेशन बढ़ता है तो अच्छी बात है.