'रामायण' की 'सीता' दीपिका चिखलिया ने कहा, 'सीता दुनिया की पहली सिंगल मदर थीं'
जिन्होंने लव-कुश को अकेले पाला-पोसा और बड़ा किया.
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रामानंद सागर की रामायण में राम और सीता के किरदार निभाने वाले अभिनेता बेहद पॉपुलर हुए थे. जब से रामयण का दुबारा प्रसारण शुरू हुआ है, इन अभिनेताओं के बारे में फिर से बातचीत होनी शुरू हुई है. (तस्वीर: बाईं तरफ दीपिका चिखलिया की हालिया तस्वीर उनके फेसबुक से, दाईं तरफ रामायण सीरियल से एक स्क्रीनशॉट जिसमें सीता अपने बच्चों लव और कुश को गोद में लिए हुए हैं )
सही मायने में सीता विश्व की पहली सिंगल मदर हैं.ऐसा उन्होंने क्यों कहा?
दीपिका ने वजह ये बताई कि ज़्यादातर लोग रामायण में सीता को राम की आदर्श पत्नी के रूप में ही जानते हैं. लेकिन उत्तर रामायण में एक मां के तौर पर सीता की यात्रा प्रेरणादायक है. वो जंगल में अपने दोनों बेटों लव और कुश को पालती -पोसती हैं. उनको शिक्षा देकर योद्धा भी बनाती हैं. मां के साथ पिता का भी फ़र्ज़ निभाती हैं. इसे आज के ज़माने में सिंगल मां का स्ट्रगल ही कहा जाएगा.

रेफरेंस:
रामायण में जब श्रीराम सीता को लेकर लंका से वापस लौटते हैं, उसके बाद की कथा उत्तर काण्ड कहलाती है. ये वाल्मीकि रामायण में है. इसी में वो घटना बताई गई है. गर्भवती सीता पर लांछन लगाए जाते हैं कि वो पराए पुरुष के घर से लौटी हैं. तो उनकी पवित्रता का क्या? इसके बाद राम उनका परित्याग कर देते हैं. लक्ष्मण उन्हें रथ में बिठाकर जंगल में छोड़ आते हैं. जहां वो महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में रहती हैं. उनके दो बेटे होते हैं – लव और कुश. उन्हें वो अकेले पाल-पोसकर बड़ा करती हैं.

सिंगल मदर कौन होती हैं?
वो महिलाएं, जो बिना किसी पार्टनर के अपने बच्चों को पालती हैं और अकेले उनकी जिम्मेदारी उठाती हैं, वो सिंगल मदर कहलाती हैं. पुरुष भी बिना पार्टनर के अपने बच्चे पालते और संभालते हैं. आजकल सिंगल मदर या सिंगल फादर कहने के बजाय सिंगल पेरेंट कहने का चलन है. सिंगल पेरेंट होने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं. महिलाओं के केस में ये वजहें हैं:
1. पार्टनर का छोड़कर चले जाना. चाहे वो शादी से पहले हो या बाद. पार्टनर का बच्चे की ज़िम्मेदारी उठाने से मना कर देना.
2. कई बार तलाक के बाद महिला का बच्चे की कस्टडी अपने पास रखना. दूसरी शादी/रिलेशनशिप न रखना.
3. पति/पार्टनर की मौत के बाद महिला का दूसरी शादी न करना. या रिलेशनशिप न रखना.
4. कई बार रेप विक्टिम्स भी प्रेग्नेंट हो जाती हैं. कानूनी या मेडिकल कारणों से अबॉर्शन नहीं कर पाने की वजह से वो बच्चे को जन्म देती हैं. वो बच्चों को ए़डॉप्शन के लिए दे सकती हैं, पर कई मौकों पर वो उसे खुद ही पालती हैं.
सिंगल मदर को लेकर समझ अभी भी कम ही है लोगों के बीच. आज से कुछ साल पहले सिंगल मदर की जगह ‘कुंवारी मां’ शब्द का इस्तेमाल किया जाता था. जिसका इकलौता मतलब ये होता था कि लड़की ने शादी से पहले सेक्स कर लिया इसलिए वो गर्भवती हो गई. इसे एक टैबू की तरह देखा जाता था. लेकिन कुछ सिंगल मदर्स के खुलकर बात करने की वजह से लोगों में थोड़ी जानकारी बढ़ी है.
नीना गुप्ता ने सिंगल मदर होने की अपनी जर्नी के बारे में अक्सर बात की है. उनकी बेटी मसाबा गुप्ता डिजाइनर हैं. (तस्वीर: India Today)
जैसे नीना गुप्ता अपनी बेटी मसाबा गुप्ता के बारे में खुलकर बात करती हैं. कि किस तरह उन्होंने मसाबा को पाला. सुष्मिता सेन ने अपनी बेटी रिने को गोद लेने के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी, और बिना किसी पार्टनर के उसे पाला. संजय कपूर से तलाक के बाद करिश्मा कपूर भी एक सिंगल मदर हैं, और अपने दो बच्चों का अकेले ख्याल रख रही हैं. सैफ अली खान से तलाक के बाद अमृता सिंह ने अपने दोनों बच्चों- सारा और इब्राहिम को अकेले संभाला और बड़ा किया. पूजा बेदी भी ऐसी एक्ट्रेस हैं जिन्होंने अपने पति से तलाक के बाद अपने दोनों बच्चों को अकेले पाला.
वीडियो: अब दीपिका ने भी बता दिया कि सीता का किरदार निभाने के बाद उन्हें क्या हासिल हुआ?