महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक के बीच सबसे ज़्यादा सुर्खियों में रहे शख़्स हैंNCP के नेता अजित पवार. पहले BJP के साथ गए. उप-मुख्यमंत्री बने. और फिर 26 नवंबरको पद छोड़कर घर वापसी कर ली. इससे ठीक एक दिन पहले यानी 25 नवंबर को एक ख़बर आई किमहाराष्ट्र के एंटी-करप्शन ब्यूरो(ACB) ने हज़ारों करोड़ के सिंचाई घोटाले से जुड़े9 केस बंद कर दिए हैं. सिंचाई घोटाले के मामलों में अजित पवार भी नामज़द हैं. 9 केसबंद होने की ख़बरें आईं तो लोग कहने लगे ‘BJP को समर्थन देने का इनाम मिला है अजितदादा को.’ इस पर ACB ने सफाई दी कि बंद किए गए 9 केसों में कोई भी अजित पवार सेजुड़ा नहीं है. आसान भाषा में जानिए क्या है ये सिंचाई घोटाला और इसके सियासीताल्लुक़ात.