5 साल बाद मध्य प्रदेश के बल्ला कांड पर कोर्ट का फैसला आया है. एमपी एमएलए कोर्टने आकाश विजयवर्गीय समेत सभी 10 लोगों को बरी कर दिया है. कोर्ट ने सबूतों के अभावऔर फरियादी के बयान के आधार पर आकाश विजयवर्गीय सहित 10 लोगों को बरी किया. एमपीएमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश देव कुमार ने 9 सितंबर को इस पर फैसला सुनाया.ट्रायल के दौरान फरियादी निगम अधिकारी धीरेंद्र बायस अपने बयान से पलट गए थे.