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Zomato ने Pure Veg कस्टमर्स के लिए नई सुविधा शुरू की, लोग ऐसे भड़के कि कुछ घंटों में फैसला बदला

Zomato के Pure Veg Mode और Pure Veg Fleet फीचर की खूब चर्चा हुई. अब Pure Veg Fleet को खत्म कर दिया गया है. क्यों हुआ ऐसा?

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Zomato ended pure veg fleet
Zomato के डिलीवरी पार्टनर्स अब हरे रंग की ड्रेस नहीं पहनेंगे. (तस्वीर साभार: X)
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रवि सुमन
20 मार्च 2024 (Updated: 20 मार्च 2024, 12:55 PM IST) कॉमेंट्स
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ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) ने 'प्योर वेज मोड' (Pure Veg Mode) और 'प्योर वेज फ्लीट' (Pure Veg Fleet) लॉन्च किया था. अब इस मामले में एक नया अपडेट आया है. पहले कहा गया था कि शाकाहारी खाना पहुंचाने वाले कर्मचारी हरे रंग का कपड़ा पहनेंगे. लेकिन अब इसमें बदलाव किया गया है. जोमैटो के फाउंडर और CEO दीपिंदर गोयल ने इस बारे में जानकारी दी है.

Zomato ने क्यों हटाया हरा रंग?

उन्होंने 20 मार्च को सोशल मीडिया X (ट्विटर) पर अपने एक पोस्ट में लिखा है,

“हम शाकाहारियों के लिए फ्लीट की सुविधा जारी रखेंगे. लेकिन हमने ग्राउंड पर हरे रंग से इसे अलग करने के फैसले को हटाने का निर्णय लिया है. हमारे सभी राइडर्स अब लाल रंग के ही कपड़े पहनेंगे. इसका मतलब ये है कि वेज ऑर्डर लाने वाले फ्लीट को ग्राउंड पर नहीं पहचाना जा सकेगा. लेकिन ऐप पर दिखेगा कि वेज ऑर्डर सिर्फ वेज फ्लीट ही सर्व करेंगे.”

जोमैटो के CEO ने आगे कहा कि इससे यह सुनिश्चित होगा कि कंपनी के लाल ड्रेस वाले डिलीवरी पार्टनर केवल नॉन-वेज फूड से ही नहीं जुड़े हैं.

दीपिंदर गोयल ने कहा कि हरे रंग से मकान मालिकों के साथ कुछ लोगों को दिक्कत हो सकती थी. आगे बोले-

“अब हमें एहसास हुआ है कि हमारे कुछ कस्टमर्स को भी अपने मकान मालिकों से परेशानी हो सकती है. और अगर हमारी वजह से ऐसा हुआ तो ये अच्छा नहीं होगा. कल रात इस बारे में बात करने के लिए धन्यवाद. आपने हमें इस रोलआउट के संभावित परिणामों के बारे में समझाया. ये बातचीत बहुत जरूरी थी और इससे फैसला लेने में मदद मिली.”

दीपिंदर गोयल ने कहा कि वो अनावश्यक अहंकार या अभिमान के बिना हमेशा लोगों की बात सुनते हैं.

Zomato के फैसले पर उठे थे सवाल

19 मार्च को ही जोमैटो ने ये नई फ्लीट सुविधा लॉन्च की थी. कहा गया था कि 100 प्रतिशत शाकाहारी खाना खाने वालों के लिए जोमैटो पर ‘प्योर वेज फ्लीट’ के साथ 'प्योर वेज मोड' की सुविधा रहेगी. 

जोमैटो के फाउंडर और CEO दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा था,

‘दुनियाभर में सबसे ज्यादा शाकाहारी लोग भारत में है. हमने ये नई सर्विस लोगों के फीडबैक के आधार पर ही शुरू की है.’

उन्होंने ये भी बताया कि जोमैटो के वेज कस्टमर्स के लिए लाल रंग के डिब्बों की बजाय हरे रंग के डिब्बों का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके साथ ही डिलीवरी बॉय हरे रंग की शर्ट ही पहनेंगे. ये खाना शुद्ध शाकाहारी भोजनालयों से ही आएगा.

जोमैटो की इस घोषणा पर लोगों ने तेजी से रिएक्शन दिए. बड़ी संख्या में लोगों ने कंपनी के इस फैसले का विरोध किया. कई लोगों ने कहा कि उनकी सोसाइटी और मकान मालिक को नहीं बताना कि आज वो वेज खा रहे हैं या नॉन वेज. कुछ लोगों ने तंज कसा कि फिर तो जोमैटो को उन लोगों के लिए भी फ्लीट चलानी चाहिए, जो प्याज और लहसुन नहीं खाते है.

ये भी पढ़ें: 'फूड डिलीवरी वाले ने लंच दिया, फिर उधार मांगने लगा, मना किया तो बेडरूम तक जा पहुंचा', फिर...

माना जा रहा है कि लोगों के इस तरह के रिस्पॉन्स के बाद ही जोमैटो ने अपना फैसला बदल दिया है.

वीडियो: सोशल मीडिया: इंदौर Zomato डिलीवरी गर्ल के वायरल वीडियो का सच क्या निकला?

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