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Budget 2025: कौन हैं दुलारी देवी? जिनकी गिफ्ट की हुई साड़ी पहन वित्त मंत्री ने पेश किया बजट

Budget 2025 Update: साड़ी पर मछली, पान, कमल, पानी और मखाने की तस्वीर है. इसी साल अक्टूबर-नवंबर में बिहार में चुनाव हैं. Nirmala Sitharamn के इस कदम को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है.

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nirmala sitharamn dulari devi
निर्मला सीतारमण और दुलारी देवी
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दीपक तैनगुरिया
1 फ़रवरी 2025 (Updated: 1 फ़रवरी 2025, 01:28 PM IST) कॉमेंट्स
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1 फरवरी 2025. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लगातार आठवीं बार देश का बजट पेश किया. ये मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट था. इस दौरान वित्त मंत्री ने मधुबनी पेंटिंग वाली साड़ी पहनी. ये साड़ी उन्हें बिहार के मधुबनी के रांटी गांव की रहने वाली दुलारी देवी ने गिफ्ट की थी. साड़ी पर मछली, पान, कमल, पानी और मखाने की तस्वीर है. इसी साल अक्टूबर-नवंबर में बिहार में चुनाव हैं. निर्मला के इस कदम को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है. दुलारी देवी को साल 2021 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.

न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए दुलारी देवी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा-

सीतारमण जी मिथिला चित्रकला संस्थान आई थीं. ये साड़ी मैंने ही बनाई थी. इसे बंगलौरी सिल्क कहा जाता है. मैंने उनसे विनती की थी कि वो ये साड़ी पहनें. मुझे इस साड़ी को बनाने में एक महीना लगा. मुझे बहुत ख़ुशी है कि उन्होंने आज वो साड़ी पहनीं. ये बिहार और देश के लिए सम्मान की बात है. 

कौन हैं दुलारी देवी?

दुलारी देवी की कहानी बिल्कुल वैसी है, जिन्हें सुनाकर हमारे मां-बाप, रिश्तेदार बचपन से हमें प्रेरित करते थे. मल्लाह समुदाय से आने वाली दुलारी देवी जन्म और जाति के बंधन में नहीं बंधीं. वे कर्पूरी देवी और और महासुंदरी देवी के घर दाई का और मजदूरी का काम किया करती थीं. 16 बरस की उम्र में उनके पति ने उनसे अलग होने का निर्णय उन पर थोप दिया था. सोलह साल तक उन्होंने बहुत कम तनख्वाह में मजदूरी और दाई का काम किया. दुलारी बताती हैं कि यहीं पर रहने के दौरान जब वे बाकी लोगों को पेटिंग करते देखतीं तो खुद भी पेटिंग सीखने की मन में ठान ली. दुलारी कहती हैं, पेटिंग को पूजा की तरह मानती हूं. जिस दिन पेंटिंग न करूं उस दिन अच्छा नहीं लगता. साड़ी भी बनाती हूं तो कहीं न रंग भर ही देती हूं. वे अब तक दस हजार से ज्यादा पेंटिंग्स बना चुकी हैं. जिन्हें 50 से ज्यादा प्रदर्शनियों में प्रदर्शित किया जा चुका है. सेवा मिथिला संस्थान और मिथिला आर्ट संस्थान के माध्यम से दुलारी अब तक 1000 से ज्यादा बच्चों को पेंटिंग सिखा चुकी हैं.

वीडियो: खर्चा पानी: आर्थिक सर्वे में क्या बात सामने आई? बजट में कौन से 5 बड़े ऐलान हो सकते हैं?

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