पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले बहुत उठापटक चल रही है. तृणमूल कांग्रेस के क़द्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी पार्टी छोड़कर बीजेपी में जाने की दहलीज़ पर बताए जा रहे हैं. ममता बनर्जी की घेराबंदी तो साफ़ समझ में आती है, लेकिन बीजेपी की मुस्तैदी इस बात से पता लगती है कि बीजेपी के कई केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता इस समय बंगाल का बार-बार दौरा कर रहे हैं. और बार-बार बीजेपी आलाकमान को पार्टी की तैयारियों की, और ज़मीन पर पार्टी की पकड़ की जानकारी दे रहे हैं.
इंडिया टुडे की पॉलोमी साहा की रिपोर्ट की मानें तो गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मुंडा, प्रह्लाद पटेल, संजीव बालियान, मनसुख मांडविया के साथ-साथ यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम यहां पर बीजेपी का काम सम्हालने वालों की लिस्ट में है. और इनमें से कई नेता इस समय पश्चिम बंगाल का दौरा करना शुरू भी कर चुके हैं.
एक समय तक लेफ़्ट का गढ़ माने जाते रहे पश्चिम बंगाल में इस समय दो ही दल फ़ाइट में दिखाई देते रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी. तृणमूल तो सत्ता में है. बीजेपी से 36 का आंकड़ा है. सही समय से हुए तो चुनाव होंगे अप्रैल या मई में. ऐसे में सवाल उठते हैं कि बीजेपी की तैयारियां क्या हैं? पॉलोमी साहा की रिपोर्ट की मानें तो बीजेपी ने पूरे सूबे को कई गुटों में बांट दिया है. हर गुट में 6 से 7 लोकसभा क्षेत्र हैं. और हर क्षेत्र का प्रभार बीजेपी के इन नेताओं को दिया गया है.
ये भी कहा जा रहा है कि इन नेताओं को गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन सचिव बीएल संतोष तक हर बात की रिपोर्टिंग करनी होगी.
इधर गृह मंत्री अमित शाह भी दो दिन के दौरे पर पश्चिम बंगाल जाने वाले हैं. 19 दिसंबर को दिन के वक़्त अमित शाह मिदनापुर में जनसम्पर्क कार्यक्रम में व्यस्त होंगे. और ऐसे क़यास लगाए जा रहे हैं कि 19 दिसंबर की शाम को इन नेताओं की अमित शाह के साथ पहली मीटिंग होगी. ये भी चर्चा है कि अमित शाह से मुलाक़ात के बाद इन नेताओं की पार्टी नेता बीएल संतोष के साथ भी मीटिंग होगी, जिस पर आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा.