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क्या है 'वनतारा', जिसे दुनिया का सबसे बड़ा एनिमल रेस्क्यू सेंटर बताया जा रहा है?

Vantara को लेकर बताया जा रहा है कि इस प्रोग्राम के तहत अभी तक 200 हाथियों को रेस्क्यू किया जा चुका है. साथ ही 300 से ज्यादा और भी बड़े जानवर जैसे तेंदुए, बाघ, शेर , जगुआर भी रेस्क्यू किए जा चुके हैं.

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Vantara animal rescue centre
वनतारा रिलायंस का एनिमल रेसक्यू सेंटर है(फोटो: ANI)
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आर्यन मिश्रा
28 फ़रवरी 2024 (Updated: 28 फ़रवरी 2024, 10:17 AM IST) कॉमेंट्स
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'वनतारा' स्टार ऑफ दी फॉरेस्ट (Vantara star of the forest). इसके तहत जानवरों को रेस्क्यू कर उनकी देखभाल की जाएगी. एक तरह से कहें तो जानवरों के संरक्षण और बचाव के लिए अभियान. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस प्रोग्राम की शुरुआत जाने माने उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के बेटे अनंत अंबानी (Anant Ambani) ने की है. गुजरात के जामनगर में इसका सेंटर बनाया गया है. दुनियाभर की कई बड़ी संस्थाओं के साथ मिलकर इसे चलाया जाएगा. पिछले कई सालों से इसपर काम किया जा रहा था.

क्या है ये प्रोग्राम?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस प्रोग्राम के तहत देश-विदेश में प्रताड़ित, शोषित और घायल जानवरों को रेस्क्यू कर यहां लाया जाएगा. ये भारत में अपनी तरह का पहला प्रोग्राम है. इस प्रोग्राम के तहत 2100 से ज्यादा लोगों का स्पेसिलाइज्ड स्टाफ काम करेगा.

अंदर क्या-क्या है?

वनतारा को जामनगर रिफाइनरी (Jamnagar Refinery) कॉम्प्लेक्स के ग्रीन बेल्ट एरिया में बनाया गया है. ये एनिमल शेल्टर 3000 एकड़ के इलाके में फैला हुआ है. रेस्क्यू सेंटर और रिहैबिलेशन सेंटर (Rehabilitation Center) को 650 एकड़ के इलाके में बनाया गया है. किसी जंगल की तर्ज पर इसे बनाया गया है.  वनतारा फैसिलिटी में जानवरों के लिए एक खास किचन भी बनाया जा रहा है. ये किचन 14000 वर्ग फुट के इलाके में बनाया गया है. यहां अलग-अलग जानवरों की शारीरिक, जरूरतों के हिसाब से उनके लिए डाइट तैयार की जाएगी.

वनतारा कॉम्प्लेक्स में अस्पताल, हेल्थ केयर सेंटर, रिसर्च और एकेडमिक सेंटर भी बनाए जाएंगे. कंपनी का कहना है कि प्रोग्राम के तहत अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, संस्थाओं जैसे इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर और वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड फॉर नेचर (WWF) के साथ मिलकर इस पर काम करेंगे.

इस पर बात करते हुए अनंत अंबानी ने मीडिया को बताया,

'वनतारा के लिए हम भारत की जू अथॉरिटी के साथ मिल कर काम करेंगे. इसके तहत हम भारत में मौजूद 150 से ज्यादा चिड़ियाघर के एनिमल केयर इंफ्रास्ट्रक्चर, और उन्हें रखने की क्षमताओं पर काम करेंगे.'

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अनंत अंबानी ने बताया कि वनतारा में मौजूद अस्पतालों में जानवरों के लिए MRI, CT स्कैन मशीन एंडोस्कोपिक रोबोटिक सर्जरी भी की जाएगी. उन्होंने बताया कि जानवरों के लिए छह सर्जिकल सेंटर भी बनाए गए हैं. जानवरों के लिए ICU की व्यवस्था भी है. जिनमें लगभग सभी जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं.

अब तक कितनों को बचाया?

डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने वनतारा को लेकर बताया कि प्रोग्राम के तहत अभी तक 200 हाथियों को रेस्क्यू किया जा चुका है. साथ ही 300 से ज्यादा और भी बड़े जानवर जैसे तेंदुए, बाघ, शेर , जैगुआर भी रेस्क्यू किए जा चुके हैं. उन्होंने आगे बताया कि 3000 से ज्यादा शाकाहारी जानवर और 1200 रेंगने वाले जानवर जैसे मगरमच्छ, छिपकली, सांप और कछुए शामिल हैं. कंपनी का कहना है इसके लिए उन्होंने संबंधित राज्यों के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन्स और जू अथॉरिटीज से अप्रूल लिया था. इन जानवरों को वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत लाया गया है.

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हाथियों के लिए स्पेशल व्यवस्था...

जैसा की हमने पहले ही बताया इस प्रोग्राम के तहत 200 से ज्यादा हाथियों को रेस्क्यू कर बचाया जा चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाथियों के लिए  25000 वर्ग फुट में अस्पताल बनाया गया है. इसमें खास तरह की X-Ray मशीन और लेजर मशीन भी लगी हैं. साथ में हाथियों के लिए शेल्टर और खास तरीके से बनाया गया दिन और रात का परिवेश वाला एरिया भी है. वनतारा  में आने वाले  हाथियों के लिए हाइड्रोथेरेपी पूल्स, तालाब  और जकूजी भी हैं. जो हाथियों में गठिया की दिक्कत सही करने में मदद करेगी. 

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हाथियों के देखभाल के लिए आयुर्वेदिक तरीके भी अख्तियार किए जाएंगे. इसमें तेल और मुल्तानी मिट्टी  से उनकी मालिश भी की जाएगी. इस काम के लिए अलग से आर्युवेद की जानकारी रखने वाले प्रैक्टिशनर भी होंगे जो समय-समय पर इसका ध्यान रखेंगे. इसको लेकर अनंत अंबानी ने बताा कि हाथियों के लिए 600 एकड़ में खास जंगल बनाया गया है.

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