ट्रंप ने 182 करोड़ की जो सहायता राशि रोकी थी वो भारत के लिए थी ही नहीं, इतना कंफ्यूजन हुआ कैसे?
21 Million Dollars AID: दस्तावेजों से पता चला है कि 2008 के बाद से भारत में CEPPS का कोई भी ऐसा प्रोजेक्ट है ही नहीं जिसे USAID के माध्यम से फंड मिलता हो. बल्कि जुलाई 2022 में USIAD के 'आमार वोट आमार' (मेरा वोट मेरा है) के लिए पैसे अलॉट किए गए थे. ये प्रोजेक्ट बांग्लादेश के लिए है.
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