कराची में ट्रेनिंग, 10 नंबरों से संपर्क, उदयपुर मर्डर के आरोपी गौस मोहम्मद की पूरी हिस्ट्री
गौस मोहम्मद की रियाज जब्बर से कहां मुलाकात हुई? कब वो पाकिस्तान, नेपाल और अरब देशों में गया, कब उसने ट्रेनिंग ली, सबकुछ आया सामने!

राजस्थान के उदयपुर (Udaipur Murder) में दिनदहाड़े टेलर कन्हैयालाल (Kanhaiyalal) की हत्या से पूरे देश में हड़कंप मचा है. इस घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. मंगलवार, 28 जून को दो युवकों ने कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने पर कन्हैयालाल का मर्डर कर दिया. पुलिस ने कुछ घंटे बाद ही आरोपी मोहम्मद गौस और मोहम्मद रियाज जब्बर को गिरफ्तार कर लिया.
कौन है गौस मोहम्मद?इस हत्याकांड में शामिल आरोपी गौस मोहम्मद मूल रूप से राजस्थान के राजसमंद के भीम इलाके का रहने वाला है. वह उदयपुर के खांजीपीर इलाके में किराए पर मकान लेकर रह रहा था. गाैस उदयपुर में ही वेल्डिंग का काम करता था. इसके साथ प्रॉपर्टी का छोटा-मोटा काम भी देखता था. खांजीपीर इलाके के लोगों का कहना है कि उसका पिछले काफी समय से मोहम्मद रियाज के साथ उठना-बैठना था. मोहम्मद रियाज भीलवाड़ा के आसींद का रहने वाला है. वह भी अपनी पत्नी के साथ उदयपुर के खांजीपीर में ही किराए पर रह रहा था. आस-पड़ोस के लोगों के मुताबिक दोनों का मस्जिदों में आना-जाना था और वहीं इनकी मुलाकात हुई थी. धीरे-धीरे ये दोनों ही अच्छे दोस्त बन गए.
गौस मोहम्मद 2014 में पाकिस्तान गया थाराजस्थान के पुलिस महानिदेशक (DGP) एमएल लाठर ने गौस मोहम्मद के बारे में मीडिया को बताया,
गौस मोहम्मद ने किन देशों में ट्रेनिंग ली?'हत्या में शामिल आरोपी गौस मोहम्मद के कराची के इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी से लिंक पाये गये हैं. वह 2014 में कराची गया था. इसके मोबाइल से काफी जानकारी मिली है. जिसकी जांच की जा रही है. हालांकि, अब तक इसकी कोई क्रिमिनल हिस्ट्री सामने नहीं आई है.'
राजस्थान के गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने भी गौस मोहम्मद को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं. उन्होंने कहा कि यह मामला दो धर्मों की लड़ाई का नहीं, बल्कि यह एक आतंकी हमला है. आजतक के शरत कुमार के मुताबिक गृह राज्य मंत्री ने बताया,
आरोपी गौस मोहम्मद साल 2014-15 में 45 दिन की कराची में ट्रेनिंग लेकर आया है. साल 2018-19 में गौस मोहम्मद अरब देशों में गया था. पिछले साल नेपाल में भी इसकी लोकेशन सामने आई. ऐसे में आरोपी गौस मोहम्मद का कनेक्शन सीधे तौर पर पाकिस्तान से है. इन्हीं बातों पर गौर करते हुए राजस्थान सरकार ने अब पूरा मामला नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) को सौंप दिया है.
राजेंद्र यादव ने आगे कहा,
'उदयपुर की घटना विदेशों में बैठी आतंकी ताकतों की भारत की शांति को खराब कर हिंदू-मुस्लिमों के बीच दंगे करवाने की सोची-समझी साजिश थी. शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस खौफनाक घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपी गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज जब्बर लगातार पाकिस्तान में बैठे लोगों के संपर्क में थे और दोनों ही पाकिस्तान के 8 से 10 नंबर पर लगातार बात कर रहे थे.'
गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने ये भी कहा कि यह घटना अचानक हुई है, इसलिए इस मामले को पूरी तरह से इंटेलिजेंस का फेलियर नहीं माना जा सकता. उनके मुताबिक इस जघन्य अपराध की सजा फांसी से कम नहीं होगी.