रीवा एसपी आबिद खान और पुजारी की पिटाई के नाम पर बहुत बड़ा झूठ बोला जा रहा है
कहा जा रहा है आबिद खान ने पूजा स्थल को पैरों से कुचला, लेकिन ये सच नहीं है.
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वायरल तस्वीर और ट्विटर पर कही गई बातें. साथ में है मौके की भीड़
क्या झूठी बातें कही गईं?
1. राम नवमी के अवसर पर पुजारी, आरती और कपूर लगाने के लिए अकेले आया था. 2. अचानक आई पुलिस ने पीटना शुरू कर दिया. 3. पूजा को खंडित किया गया. पूजा स्थल को पैर से कुचला गया. 4. ये सब करने वाला रीवा के एसपी आबिद खान को बताया गया.

ग़लत दावे
लेकिन सच कुछ और ही है. जो हमें रीवा रेंज के आईजी चंचल शेखर से बात कर पता चला.
सच क्या है?
1. तस्वीर में दिख रहे शख्स रीवा के एसपी आबिद खान नहीं हैं . वो मौके पर गए तक नहीं थे. 2. जो शख्स फोटो में नज़र आ रहा है. वो सिविल लाइन थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा हैं

सिविल लाइन थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा, पुजारी उपेंद्र कुमार पांडेय को पीटते हुए. | Photo - पत्रकार विजय कुमार विश्वकर्मा से
इसके अलावा कुछ और भी बाते हैं
3. पुजारी मंदिर में अकेले नहीं थे. महिलाओं की भीड़ इकट्ठा किए हुए थे.

दावे थे कि पुजारी मंदिर में अकेले थे, तस्वीरों में कई महिलाएं नज़र आ रही हैं जो मौके पर मौजूद थीं और उन्हें पुलिस ने भगाया |
Photo- पत्रकार विजय कुमार विश्वकर्मा से

मौके से हटाई गई महिलायें |
Photo- पत्रकार विजय कुमार विश्वकर्मा से

मौके से जाते लोग |
Photo- पत्रकार विजय कुमार विश्वकर्मा से
4. एक्शन सिर्फ मंदिर पर नहीं मस्जिदों और मजारों पर भीड़ लगाने वालों पर भी लिया गया है.

पत्रिका अखबार की ख़बर के मुताबिक़ मस्जिदों पर भी लिया गया एक्शन, जो सोशल मीडिया के उस दावे को काटता है कि मंदिर पर एक्शन एसपी आबिद खान की दुर्भावना से जुड़ा था और पक्षपाती था.
सोशल मीडिया पर कई बातें चल हैं. जिसमें रीवा एसपी द्वारा पुजारी को मारने की बातें कही गईं.
झूठे दावों के नमूने देखें.
1- pujari is doing puja on occasion of Ram Navami without any gathering ( means he is alone). 2- he is beaten up while doing puja. 3- police entered at that place without removing shoes. 4 - The name of police is Abid Khan . Why so much hate??..#आबिद_खान
— Toxican suryavanshi (@AbhaySingh00112) April 3, 2020
pic.twitter.com/LAFBx2VLKD
Secularism For You!#reva
#MadhyaPradesh
#आबिद_खान
pic.twitter.com/nnkbj65Pe2
— The New India🇮🇳 (@thenewindiaa) April 3, 2020
@ChouhanShivraj
— Tamradhwaj vaishnow (@Tamradhwajvais2) April 3, 2020
रीवा SP आबिद खान और उसकी टीम ने मंदिर के पुजारी जो की मंदिर में बिल्कुल अकेले पूजा अर्चना कर रहे थे। पुजारी ने lockdown के किसी भी नियम की अवहेलना नही की उसके बाद भी बहुत ही बेरहमी से पुजारी को मारा मंदिर में तोड़ फोड़ की जूते पहन कर मंदिर में गया pic.twitter.com/SHFTfeSa1k
मध्यप्रदेश रीवा के मन्दिर में अकेले पूजा कर रहे पुजारी को बेरहमी से मारा. पैरों से फेंक दिया गया जल और बूटों से कुचला पूजा स्थल. चीखता रहा पुजारी- "मां के नवरात्रि का अंतिम दिन है., दीपक जलाने आया हूँ साहब"#आबिद_खान
हैं रीवा पुलिस के SP..@ChouhanShivraj
@CMMadhyaPradesh
pic.twitter.com/umTFoFddDT
— Sudarshan News (@SudarshanNewsTV) April 2, 2020
तस्वीर और दावों का सच जानने के लिए हमने रीवा में आज तक से जुड़े पत्रकार विजय कुमार विश्वकर्मा से बात की. उन्होंने बताया, मामला बिलकुल ऐसा नहीं है जैसा बताया जा रहा है. रीवा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक जगह पड़ती है. ढेकहा, वहां पद्मधर कॉलोनी है, कॉलोनी के पास देवी मंदिर है. जहां लगातार लॉकडाउन का उल्लंघन हो रहा था.

पुजारी उपेन्द्र कुमार पांडेय | Photo- पत्रकार विजय कुमार विश्वकर्मा
पुजारी का नाम उपेंद्र कुमार पांडेय है. जिन्हें पहले भी तीन बार समझाइश दी गई थी कि वो भीड़ इकट्ठी न करें. 1 अप्रैल के दिन भी मौके पर कई महिलाएं एकत्रित थीं. जिन्हें भगाने के लिए बलप्रयोग हुआ. जो तस्वीरें नज़र आ रही हैं, उनमें भी पुजारी पर थाना प्रभारी उन्हीं की छड़ी से बलप्रयोग करते दिखे हैं.

मौके की वायरल तस्वीरें
मामले ने तूल पकड़ा तो रीवा रेंज के आईजी चंचल शेखर ने इस मामले में सिविल लाइन थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा पर अनुचित तरीका अपनाने के लिए करने के लिए तत्काल लाइन अटैच कर दिया.

मीडिया से बात करते हुए पुजारी ने बताया कि उन्हें थाना प्रभारी ने पीटा था और बाद में एसपी रीवा ने उनसे मुलाक़ात की. जिनसे पुजारी ने मामले के बारे में बताया.
आईजी रीवा रेंज से हमने दूसरे धार्मिक स्थलों पर लिए गए एक्शन के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि घोघर और बिछिया की दो मस्जिदों पर भी ऐसी ही कार्रवाई की गई थी. वहां भी नमाज पढ़ने के लिए 40-50 लोग एकत्र हुए थे, जिन पर धारा 188 के तहत एक्शन लिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स में आंकड़ा मिला कि एसपी आबिद खान की अगुआई में मस्जिद से 36 और मजार से 10 लोगों को पकड़ा गया था.
अंत में कॉमन सेन्स के निहितार्थ :
एक तरफ पिटाई करने वाले टीआई और दूसरी तरफ एसपी रीवा की तस्वीर है, जो पहले गूगल सर्च पर मिलती है. अगर ट्विटर पर दौड़ने के पहले लोगों ने एक बार यही देख लिया होता या टीआई साहब के कांधे के तारे गिन लिए होते तो फजीहत से बच जाते.

एक तरफ पिटाई करने वाले टीआई और दूसरी तरफ एसपी रीवा की तस्वीर