कैलासा के नाम पर नित्यानंद ने अमेरिका के 30 शहरों को चूना लगा दिया, पता है क्या किया?
अमेरिका के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि वो घोटाले का शिकार हुए हैं.

नित्यानंद और उसका कथित देश कैलासा एक बार फिर चर्चा में है. खबर है कि अपने कथित देश के नाम से नित्यानंद ने अमेरिका के 30 शहरों में स्कैम किया है (Nithyananada Scammed 30 US Cities). ताजा मामला न्यू जर्सी के नेवार्क शहर का है. वहां के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि वो एक घोटाले का शिकार हुए हैं. उन्होंने नकली हिंदू राष्ट्र के साथ सिस्टर सिटी नाम के एक एग्रीमेंट पर साइन कर दिए थे.
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ दिन पहले नेवार्क शहर के मेयर ने इस सांस्कृतिक व्यापार समझौते के लिए कैलासा के प्रतिनिधियों को नेवार्क सिटी हॉल में इनवाइट किया था. बाद में उन्हें पता चला कि कैलासा असली देश है ही नहीं.
इवेंट का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें शहर के अधिकारी कैलासा के साथ सिस्टर सिटी वाले दस्तावेजों पर साइन करते दिख रहे हैं. खबर है कि एग्रीमेंट में नेवार्क और कैलासा के बीच कनेक्टिविटी, समर्थन और आपसी सम्मान को समृद्ध करने के लिए विविध संस्कृतियों के साथ साझेदारी की बात है. खबर ये भी है कि नेवार्क सिटी काउंसिल ने सिस्टर सिटी समझौते पर हस्ताक्षर करने के कुछ ही दिनों बाद समझौते को रद्द कर दिया.
खैर, नेवार्क वो अकेला शहर नहीं जिसके साथ ये स्कैम हुआ हो. कैलासा की वेबसाइट के मुताबिक, अमेरिका के 30 शहरों के साथ इसकी साझेदारी है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उनमें से ज्यादातर शहरों के मेयरों ने इस तरह के सौदों पर साइन करने की बात मानी भी है.
शहरों ने दावा किया है कि ये एग्रीमेंट समर्थन के तौर पर नहीं बल्कि एक अनुरोध के तौर पर साइन किया गया है. यानी कैलासा ने उनसे अनुरोध करके समझौते पर साइन करवाए हैं.
क्या है कैलासा?नित्यानंद साल 2019 में भारत छोड़कर भाग गया था. उसके ऊपर गुजरात में रेप केस दर्ज है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत से भागकर नित्यानंद ने इक्वाडोर में जमीन खरीदी और उसे अपना देश घोषित कर दिया. नित्यानंद ने इस कथित देश का नाम 'कैलासा' या ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा’ USK रखा और इसे 'हिंदू राष्ट्र' बताया. कैलासा की वेबसाइट के मुताबिक, ये देश दुनियाभर में सताए गए हिंदुओं को सुरक्षा देता है और यहां जाति और लिंग का भेदभाव किए बिना सभी हिंदू शांति से रहते हैं.
वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुातबिक, कैलासा में अंग्रेजी, संस्कृत और तमिल भाषा बोली जाती है. इस कथित देश का राष्ट्रीय पशु 'नंदी' है. राष्ट्रीय ध्वज 'ऋषभ ध्वज' है. झंडे पर नित्यानंद की तस्वीर भी लगी है. देश का राष्ट्रीय फूल 'कमल' और राष्ट्रीय पेड़ 'बरगद' है. इतना ही नहीं, कैलासा का अपना संविधान होने का दावा भी किया गया है.
वीडियो: नित्यानंद के 'कैलासा' देश ने अब हिंदुओं को क्या ऑफर दिया, पोस्ट में सब बताया