BJP की जन आशीर्वाद यात्रा पर चले पत्थर, पार्टी ने कहा कांग्रेसियों ने पेड़ के पीछे छिपकर चलवाए
कहा ये भी जा रहा है कि ये घटना MP के जिस गांव में हुई वहां के लोग एक प्रोजेक्ट को लेकर BJP से नाराज हैं!

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नीमच (Neemuch) में BJP की जन आशीर्वाद यात्रा पर हमला हो गया. 5 सितंबर की रात को BJP की यात्रा मंदसौर पहुंचने वाली थी. तभी वहां अचानक पथराव (Stone Pelting) होने लगा. इस दौरान कई गाड़ियों के शीशे टूट गए. यात्रा में BJP के कई नेता शामिल थे. पार्टी ने आरोप लगाया है कि पत्थरबाजी कांग्रेस पार्टी के लोगों ने की है. किसी के घायल होने की कोई जानकारी नहीं मिली है.
इंडिया टुडे से जुड़े आकाश चौहान ने मामले पर रिपोर्ट तैयार की है. मामला नीमच के रामपुरा क्षेत्र के राउली कुंडी गांव का है. 5 सितंबर को रात करीब आठ बजे यात्रा में शामिल लोगों पर पत्थर चलने लगे.
'कांग्रेसी पेड़ के पीछे छिपे थे'बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के लोग पेड़ों के पीछे छिपे हुए थे और उन्होंने ही पत्थरबाजी की. उन्होंने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा,
कांग्रेस का क्या कहना है?जन आशीर्वाद यात्रा को मिल रहे अपार जन समर्थन से घबराए कांग्रेसियों ने नीमच में यात्रा पर हमला कर वाहनों में तोड़फोड़ की है. मैं कांग्रेस की इस हरकत की कड़ी आलोचना करता हूं. इन गुंडों को हम बिल्कुल भी नहीं छोड़ेंगे. इनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मामले पर कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया,
शिवराज की 'अवसरवाद यात्रा' के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है. पाप का घड़ा भर गया है. हम हिंसा के बिल्कुल पक्षधर नहीं हैं, लेकिन आक्रोशित युवाओं और महिलाओं को पुलिसिया डंडों से पीटना-दबाना भी सही नहीं. मेरी मध्यप्रदेश के 8.5 करोड़ साथियों से विनम्र अनुरोध है कि केवल वोट की चोट से BJP को सबक सिखाएं.
उन्होंने आगे लिखा,
मेरा श्रीमान शिवराज जी से अनुरोध है कि आए दिन जनता के विरोध को देखते हुए कुछ सीख लें और अवसरवाद यात्रा को फौरन समाप्त कर दें ताकि प्रदेश की शांति भंग न हो.
ये भी कहा जा रहा है कि यात्रा पर पथराव वहां के गांव वालों ने किया हो सकता है. वो लोग जो चीता प्रोजेक्ट का विरोध जता रहे हैं.
चीता प्रोजेक्ट से क्या दिक्कत?दरअसल कूनो नेशनल पार्क के बाद अब चीतों का नया ठिकाना मंदसौर की गांधीसागर वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में प्रस्तावित है. खबर है कि वहां सीमा से सटे इलाकों में भूमि अधिग्रहण कर चीतों के लिए बाड़े तैयार किए जा रहे हैं. आरोप है कि बाड़ों के लिए की जा रही वायर फेंसिंग में कई पशुपालकों के चारागाह आ रहे हैं. इसी बात को लेकर पिछले दिनों विरोध प्रदर्शन भी हुआ था.
बता दें, एक दिन पहले यानी 4 सितंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी. यात्रा की शुरुआत 6 सितंबर को और समापन 23 सितंबर को होना है. 17 दिन में ये यात्रा मालवा-निमाड़ की 42 विधानसभा सीटों से होते हुए करीब 2 हजार किमी चलेगी.
वीडियो: फाइनल रिपोर्ट : मध्यप्रदेश पटवारी भर्ती में धांधली कैसे हुई? लल्लनटॉप की पड़ताल में क्या पता चला?