सिक्किम में बाढ़ से दर्जनों की मौत, बांध बहा तो CM ने पिछली सरकार पर बड़ा आरोप लगा दिया
सिक्किम में आई बाढ़ के बीच प्रभावित इलाकों का दौरा करने निकले राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने पिछली सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ज्यादा नुकसान इसलिए हुआ क्योंकि पिछली सरकार के घटिया काम के कारण चुंगथांग डैम पूरा बह गया.

सिक्किम (Sikkim) में अचानक आई बाढ़ (flash flood) के बाद बचाव अभियान जारी है. इस आपदा में मरने वालों की संख्या 30 से ज्यादा बताई जा रही है. वहीं कई लोग अभी भी लापता हैं. इस बीच प्रभावित इलाकों का दौरा करने निकले सिक्किम के मुख्यमंत्री (Sikkim CM) प्रेम सिंह तमांग ने राज्य की पिछली सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ज्यादा नुकसान इसलिए हुआ क्योंकि पिछली सरकार के घटिया काम के कारण चुंगथांग डैम पूरा बह गया.
CM बोले- 'बांध का निर्माण सही नहीं था'CM प्रेम सिंह तमांग ने इंडिया टुडे के अनुपम मिश्रा से बातचीत में कहा कि चुंगथांग बांध पूरी तरह से बह गया और इसी वजह से राज्य की निचली बेल्ट में आपदा आई है. CM ने पिछली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा,
"चुंगथांग बांध का निर्माण सही नहीं था. ये बांध टूट गया तो बहुत ज्यादा पानी नीचे आया."
2019 में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के प्रेम सिंह तमांग के CM बनने से पहले राज्य में सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के पवन कुमार चामलिंग की सरकार थी. पवन कुमार चामलिंग 1994 से लेकर मई 2019 तक सिक्किम के CM रहे.
CM प्रेम सिंह तमांग के मुताबिक ल्होनक झील में बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण भारी मात्रा में पानी जमा हो गया. ये पानी चुंगथांग बांध की ओर गया. बांध बह गया, जिससे कस्बों और गांवों में बाढ़ आ गई.
अनुपम मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक बाढ़ के कारण राज्य के 13 पुल बह हए. अकेले मंगन जिले में 8 पुल बह गए. गंगटोक में 3 और नामची में 2 पुल नष्ट हो गए.
'सिक्किम के उत्तरी हिस्से से संपर्क कट गया है'CM प्रेम सिंह तमांग ने बताया कि सिक्किम के उत्तरी हिस्से से संपर्क पूरी तरह से कट गया है, एक जिले से दूसरे जिले जाने का रास्ता नहीं है. उन्होंने बताया,
"बाढ़ के कारण बहुत से लोग बेघर हो चुके हैं. अभी तक लगभग 103 लोग लापता हैं. 3500 से ज्यादा लोगों को राहत कैंप भेजा गया है."
CM तमांग ने बताया कि बुरदांग इलाके से लापता हुए 23 सैन्यकर्मियों में से 7 के शव मिले हैं, एक जवान को बचा लिया गया है और बाकी 15 लापता जवानों की तलाश जारी है.

सिक्किम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (SSDMA) के बुलेटिन के मुताबिक इस आपदा से 22 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. सबसे ज्यादा असर चुंगथांग शहर पर पड़ा है, इसका 80 प्रतिशत हिस्सा गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है.
जानकारी के मुताबिक 4 अक्टूबर को तड़के सिक्किम के उत्तरी इलाके में स्थित ल्होनक झील पर बादल फटा था. इसकी वजह से झील से बहुत ज्यादा पानी बह गया. इससे तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई. नदी से लगे इलाके में ही आर्मी कैंप था, जो बाढ़ के कारण बह गया.
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