'शोले' के सांभा की बेटियां एक धांसू पिक्चर ले के आ रही हैं
आपको जानकर हैरानी होगी कि इनमें से एक का हॉलीवुड में तगड़ा काम रहा है.
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शोले फिल्म का सांभा याद है तो ये खबर आपको जाननी चाहिए.
अरे ओ सांभा... कितने आदमी थे?फिल्म 'शोले' और उसका ये डायलॉग हमारे दिलों-दिमाग में बसे हुए हैं. 'सांभा' बने थे मैक मोहन.
अब सांभा की बेटियां सिनेमा फ़िल्मी दुनिया में कदम रख रही हैं. उनके नाम हैं मंजरी और विनती. दोनों प्रोडक्शन और डायरेक्शन की फील्ड में उतर रहीं हैं. दोनों एक फिल्म ला रही हैं. ये फिल्म स्केट-बोर्डिंग पर आधारित है, जिसका टाइटल 'डेज़र्ट डॉल्फिन' है. स्केट-बोर्डिंग पर बनने वाली ये पहली भारतीय फीचर फिल्म होगी. आइए इस फिल्म और इन दोनों लड़कियों के बारे में कुछ खास बातें जानते हैं.
# मंजरी हॉलीवुड के दिग्गज फिल्ममेकर्स के साथ काम कर चुकी हैं
मंजरी सिनेमा की दुनिया में नई नहीं है. वो राइटर-डायरेक्टर और लॉस एंजिल्स बेस्ड फिल्ममेकर हैं. पिछले 12 साल से सिनेमा में काम कर रही हैं. उन्होंने तीन शॉर्ट फिल्में बनाई हैं. जिसके लिए उन्हें कई नेशनल और इंटरनेशनल अवॉर्ड्स भी मिले हैं. इसके अलावा वो हॉलीवुड की कई ज़बरदस्त फिल्मों में काम कर चुकी हैं. जैसे ऑस्कर विनिंग डायरेक्टर क्रिस्टोफ़र नोलन की फिल्म 'डंकर्क' और 'द डार्क नाईट राइसेस', पेटी जेनकिंस की 'वंडर वुमन' और विशाल भारद्वाज की 'सात खून माफ' में उन्होंने काम किया है. इससे इतर उन्होंने 'मिशन इम्पॉसिबल', 'वेक अप सिड' और 'गांधी ऑफ द मंथ' जैसे प्रॉजेक्ट्स पर भी काम किया है. और अब वो 'डेज़र्ट डॉल्फिन' के साथ बॉलीवुड में डायरेक्टर के तौर पर डेब्यू करने जा रही हैं. अगर बात करें उनकी बहन विनती की तो वो इस फिल्म में मंजरी के साथ को-राइटर हैं. साथ ही फिल्म की प्रोड्यूसर भी हैं.

मंजरी मैकिजानी, लॉस एंजिल्स में रहती हैं. अपनी फिल्म के लिए इंडिया आ गई हैं.
#फिल्म की कहानी क्या है?
'डेज़र्ट डॉल्फिन' राजस्थान के बैकग्राउंड में सेट है जो एक 16 साल की लड़की की कहानी दिखाएगी. ये लड़की गांव में रहती है. कैसे वो अपने सामने आ रही मुश्किलों का सामना कर स्केटिंग करने का साहस दिखाती है, पूरी कहानी इसी के इर्द-गिर्द रहने की संभावना है.
#फिल्म के लिए सबसे बड़ा स्केटपार्क बना है
उदयपुर के पास खेमपुर गांव में फिल्म के मेकर्स ने इंडिया का सबसे बड़ा स्केट पार्क बनाया है. ये 14,500 स्क्वॉयर फीट में फैला हुआ है और इसमें 100 रैम्पस हैं. इस पार्क को स्केटपार्क विशेषज्ञों और स्केटबोर्ड कोचिंग ग्रुप 'होली स्टोक्ड कलेक्टिव' की मदद से बनाया गया है.
2020 में अपने देश की स्केटबोर्डिंग टीम भी ऑफिशियली ओलिंपिक्स में जा रही है. जबकि इस लेवल और डिज़ाइन का ये देश का इकलौता पार्क है. इसीलिए फिल्म के मेकर्स ये उम्मीद करते हैं कि इस पार्क को लोकल और इंटरनैशनल ट्रेनिंग ग्राउंड के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा. इसके साथ ही देश में स्केटबोर्डिंग का ट्रेंड भी बढ़ेगा.

मंजरी मैकिजानी, मैक मोहन की बड़ी बेटी हैं और विनती छोटी.
#कैसे आया फिल्म का आईडिया?
दरअसल मंजरी ने मध्यप्रदेश के एक गांव का एक वीडियो देखा. वो इस बात पर था कि स्केटबोर्डिंग ने कैसे लोगों की जिंदगी बदल दी. मंजरी बहुत प्रभावित हुई. जिसके बाद उन्होंने इस टॉपिक पर 2016 से रिसर्च करना शुरू किया और अब फिल्म बना रही हैं.
वहीं विनती ने बताया-
"इस प्रोजेक्ट में हमारा ज्यादा से ज्यादा रियल स्केटबोर्डर्स को शामिल करने का आइडिया था. ऑडिशन के दौरान, हम भारत की स्केटबोर्डिंग कम्युनिटी से मिले. मैं मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और मुंबई के गांवों में गई और 3000 से ज़्यादा बच्चों को वर्कशॉप देने में गुज़ारे."बहरहाल, 'डेज़र्ट डॉलफिन' कब आ रही है, इसमें कौन कौन काम कर रहा है, इन सवालों की जानकारी अभी तक बाहर नहीं आई है. जैसे ही आएगी हम आपके साथ शेयर करेंगे!
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