'प्रिया पैसे ऐंठना चाहती है', 'गर्लफ्रेंड' के गाड़ी चढ़ाने के आरोपों पर अश्वजीत गायकवाड़ ने सफाई दी
अश्वजीत के परिवार का दावा है कि प्रिया अश्वजीत के ड्राइवर की गाड़ी रोकने की कोशिश करने लगी. इसी दौरान वो गिर कर घायल हो गई. ये सिर्फ एक एक्सीडेंट है.

26 साल की इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर प्रिया सिंह (Priya Singh) के आरोपों पर अब अश्वजीत गायकवाड़ और उसके परिवार का बयान सामने आया है. परिवार ने सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि प्रिया चलती गाड़ी को रोकने की कोशिश कर रही थी और तभी वो घायल हो गईं. आरोपी अश्वजीत का कहना है कि प्रिया ये सब “पैसों के लिए" कर रही है. आरोप है कि घटना के वक्त पीड़िता नशे की हालत में थीं, गाली-गलौज और मारपीट करने लगी थीं. जानकारी के लिए बता दें, एक दिन पहले प्रिया सिंह ने आरोप लगाया था कि उसके बॉयफ्रेंड अश्वजीत गायकवाड़ ने उसे गाड़ी से कुचलकर जान से मारने की कोशिश की.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अब आरोपी अश्वजीत गायकवाड़ के परिवार ने बताया,
"घटना सुबह 4 बजे की नहीं बल्कि रात के 1:30 या 2 बजे की है. प्रिया अश्वजीत से मिलना चाहती थी. वो कोर्टयार्ड होटल पहुंचीं और पार्टी में घुस गई, जहां अश्वजीत अपने दोस्तों और परिवार के साथ था. वो नशे में थी. अश्वजीत ने आधी रात को उसके कॉल और मैसेज का जवाब नहीं दिया इसलिए प्रिया ने उसे और उसके दोस्तों को गाली देना और मारना शुरू कर दिया.
परिवार ने आगे बताया,
“अश्वजीत और उसका परिवार शर्मिंदा होकर वहां से निकल गए. फिर प्रिया अश्वजीत के ड्राइवर की गाड़ी को रोकने की कोशिश करने लगी. इसी दौरान वो गिर गई और घायल हो गई. ड्राइवर उसे तुरंत अस्पताल ले गया और सभी औपचारिकताएं पूरी कीं.”
परिवार ने दावा किया कि पुलिस ने CCTV चेक किया है जिसमें घटना के वक्त अश्वजीत कहीं नहीं दिख रहा है. आरोप लगाया कि महिला ने अपने इंस्टाग्राम पर घटना का जो ब्योरा दिया है और जो FIR दर्ज कराई है, वो दोनों पूरी तरह से अलग हैं.
इधर, आरोपी अश्वजीत ने शुरुआती जांच में पुलिस को बताया है कि प्रिया सिर्फ उसकी दोस्त थी. दावा किया कि सारे आरोप झूठे हैं. आरोपी का कहना है कि घटना सिर्फ एक एक्सीडेंट है. अश्वजीत ने आरोप लगाया कि ये कुछ और नहीं बल्कि “पैसे ऐंठने” का एक तरीका है. उसने कहा है,
“मैंने पहले भी उसे पैसे दिए हैं, जिसके रिकॉर्ड मेरे पास हैं.”
बता दें, आरोपी अश्वजीत गायकवाड़ के पिता महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. नाम है, अनिल गायकवाड़.
इससे पहले पीड़िता प्रिया सिंह ने पुलिस पर केस न दर्ज करने के आरोप लगाए थे. हालांकि पुलिस ने उन आरोपों को खारिज कर दिया था.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने न्यूज़ एजेंसी PTI को बताया था कि घटना की जांच चल रही है और अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. अश्वजीत गायकवाड़ और ड्राइवर समेत दो अन्य के खिलाफ IPC की धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 279 (तेज गाड़ी चलाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान) समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.
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