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कोरोना वैक्सीन से जुड़ी दो बड़ी खबर: सर्टिफिकेट से PM मोदी की फोटो हटी, सुप्रीम कोर्ट में कोविशील्ड पर याचिका, वजह अलग-अलग हैं

AstraZeneca के Corona Vaccine के फॉर्मूले का लाइसेंस पुणे स्थित Serum Institute Of India को दिया गया था. अब इसके साइड इफेक्सट्स का मामला Supreme Court तक पहुंच गया है. उधर एक दूसरी ख़बर में वैक्सीन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री Narendra Modi की तस्वीर हटा ली गई है.

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Covishield Vaccine
कोविशील्ड के साइड इफेक्टस की जांच की मांग की गई है.
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2 मई 2024 (Updated: 2 मई 2024, 11:46 IST)
Updated: 2 मई 2024 11:46 IST
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कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) से जुड़ी दो बड़ी खबरें सामने आई हैं. पहली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से जुड़ी है और दूसरी सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से. वैक्सीन के सर्टिफिकेट से PM नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटा ली गई है. दूसरी तरफ कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स की जांच की मांग के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका डाली गई है. दोनों ख़बरों में कोई आपसी संबंध नहीं है सिवाय इसके कि दोनों ही का संबंध कोविड वैक्सीन से है.

कोविशील्ड वैक्सीन को बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने स्वीकार किया था कि उनकी बनाई वैक्सीन से साइड इफेक्ट हो सकता है. अब भारत में भी इस पर जांच की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट में 1 मई को एक याचिका दाखिल की गई है. इस याचिका में कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स की जांच के लिए एक्सपर्ट्स पैनल बनाने की मांग की गई है.

लाइव लॉ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वकील विशाल तिवारी ने इस याचिका को दायर किया है. याचिका में ये भी मांग की गई है कि अगर इस वैक्सीन से किसी को नुकसान हुआ है तो उन्हें मुआवजा देने का सिस्टम बनाया जाए. कंपनी ने ब्रिटेन के कोर्ट में जो बयान दिया था, याचिकाकर्ता ने उस बयान का हवाला दिया है.

ये भी पढ़ें: 'वैक्सीन के साइड इफेक्ट हैं, पर ये तो न लगवाने से... ' कोविशील्ड बनाने वाली AstraZeneca ने अब क्या कहा?

याचिका में कहा गया है कि एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि उनके वैक्सीन से थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. TTS में असामान्य रूप से प्लेटलेट्स की संख्या गिरने लगती है और खून के थक्के बन सकते हैं. याचिका में आगे कहा गया है,

"इस फॉर्मूले का लाइसेंस पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को दिया गया था. और देश में 175 करोड़ से अधिक कोविशील्ड टीके लगाए गए थे. कोविड-19 महामारी के बाद से दिल का दौरा पड़ने और लोगों की अचानक होने वाली मौतों की संख्या बढ़ी है."

तिवारी का कहना है कि कोविशील्ड वैक्सीन भारत सरकार के आश्वासन पर लगाए गए थे कि ये सुरक्षित है.

सर्टिफिकेट से PM मोदी की तस्वीर क्यों हटी?
PM Modi image on Corona Vaccine Certificate
कोरोना वैक्सीन के सर्टिफिकेट में किया गया बदलाव.

कोरोना वैक्सीन के सर्टिफिकेट से PM नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटा ली गई है. इससे पहले सर्टिफिकेट पर PM मोदी की तस्वीर के साथ लिखा था,

"दवाई भी कड़ाई भी. एक साथ मिलकर, भारत COVID​​-19 को हरा देगा."

ये वाक्य सर्टिफिकेट पर अब भी लिखा है लेकिन PM मोदी की फोटो हटा ली गई है. द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार, लोकसभा चुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता लागू होने पर PM मोदी की तस्वीरों को सभी सरकारी वेबसाइटों से हटा लिया गया है.

वीडियो: नेता नगरी: PM मोदी को बीच चुनाव अपनी रणनीति क्यों बदलनी पड़ गई?

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