"व्हाट्सऐप वाली बातें, चुनावी भाषण... "- विपक्ष ने PM मोदी के भाषण पर और क्या-क्या कहा?
विपक्ष का कहना है कि PM ने संसद में मणिपुर के मुद्दे पर बात करने की जगह मंच का इस्तेमाल चुनावी भाषण देने के लिए किया. विपक्षी नेताओं का कहना है कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव पर उठाए गए सवालों का कोई जवाब नहीं मिला.

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर PM मोदी के भाषण (PM Modi) को लेकर विपक्ष ने उनकी आलोचना की है. विपक्ष का कहना है कि PM ने संसद में मणिपुर के मुद्दे (Manipur Violence) पर बात करने की जगह मंच का इस्तेमाल चुनावी भाषण देने के लिए किया. विपक्षी नेताओं का कहना है कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव पर उठाए गए सवालों का कोई जवाब नहीं मिला. आरोप लगे कि PM को ‘कांग्रेस-फोबिया’ ने जकड़ लिया है.
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने कहा,
हमें दुख है कि मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर जवाब के लिए विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव जैसी संसदीय रणनीति का उपयोग करना पड़ा लेकिन BJP ने भी सदन का इस्तेमाल चुनावी रैली की तरह किया. अपने पूरे भाषण में PM ने मणिपुर के बारे में केवल संक्षेप में बात की. BJP मणिपुर में अपनी विफलताओं को छिपा रही है.
इससे पहले, PM के जवाब के बीच में ही विपक्षी सांसद लोकसभा से बाहर निकल गए. कहा कि भाषण में 90 मिनट तक मणिपुर का कोई जिक्र नहीं किया गया.
बाहर निकलते वक्त मीडिया से बातचीत में गोगोई ने कहा कि PM को ‘कांग्रेस-फोबिया’ है. उन्होंने कहा,
अंदर कांग्रेस-फोबिया है जिसे हम देख सकते हैं क्योंकि प्रधानमंत्री ने अपना ज्यादातर समय कांग्रेस पर आरोप लगाने में बिताया. उन्होंने ये तक नहीं बताया कि वो मणिपुर कब जाएंगे. पूरा मणिपुर राज्य PM के शब्दों से असंतुष्ट और दुखी है. इसलिए ही INDIA गठबंधन संसद से बाहर गया.
संसद से बाहर निकलते वक्त कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा,
हमने PM से मणिपुर के मुद्दे पर बात करने को कहा था. एक घंटे 45 मिनट के भाषण में उन्होंने मणिपुर शब्द का जिक्र तक नहीं किया. वो सिर्फ राजनीतिक भाषण दे रहे थे. PM ने देश को ऐसा क्या बताया, जो हम नहीं जानते? भाषण में उस गंभीरता का अभाव था जिसे हम प्रधानमंत्री के साथ जोड़ते हैं.
थरूर ने आगे कहा,
भाषण में उन्होंने कांग्रेस पार्टी और विपक्ष पर हमले किए और अपमान किया. विपक्ष ने 1 घंटे 45 मिनट तक खूब अपमान और गालियां सुनीं. लेकिन अविश्वास प्रस्ताव में उठाए गए सवालों का PM ने कोई जवाब नहीं दिया.
इधर RJD सांसद मनोज झा ने कहा,
हमने सोचा था कि PM मोदी मणिपुर पर बोलेंगे लेकिन हमने क्या देखा? कमेंट, चुटकुले और व्हाट्सएप की बातें. PM मोदी से ये उम्मीद नहीं थी.
NCP नेता सुप्रिया सुले ने कहा,
हमें उम्मीद थी कि PM मोदी अर्थव्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी, मणिपुर, मणिपुर की महिलाओं पर क्रूरता के मुद्दे पर बोलेंगे लेकिन डेढ़ घंटे में उनका 90 परसेंट भाषण INDIA के बारे में था.
शिवसेना (उद्धव गुट) MP अरविंद सावंत ने कहा कि PM के भाषण में सहानुभूति का एक शब्द नहीं था.
DMK सांसद TR बालू ने कहा कि विपक्ष प्रधानमंत्री से मणिपुर और देश के बाकी हिस्सों में हो रही हिंसा के बारे में सुनने की उम्मीद कर रहा था, लेकिन PM ने संसद में राजनीतिक भाषण दिया है. TR बालू ने कहा कि इसको लेकर विपक्ष ने भाषण के दौरान कई बार हस्तक्षेप भी किया लेकिन PM ने कोई जवाब नहीं दिया.
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