The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • ND Tiwari son Rohit Shekhar Ti...

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद रोहित के मर्डर का केस दर्ज, क्या तकिए से दबाकर मारा गया?

पूर्व सीएम एनडी तिवारी के बेटे की मौत को पुलिस संदिग्ध मान रही है.

Advertisement
Img The Lallantop
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक रोहित शेखर तिवारी की मौत स्वभाविक नहीं थी.
pic
डेविड
19 अप्रैल 2019 (Updated: 19 अप्रैल 2019, 11:31 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. पोस्टमॉर्टम में रोहित की मौत को अस्वभाविक बताया गया है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मुंह दबाकर रोहित को मारा गया. हो सकता है कि मुंह पर तकिया रखकर दबाया गया हो. 18 अप्रैल यानी गुरुवार देर रात साउथ दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी थाने में रोहित की हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज हुई थी. शुक्रवार सुबह 18 अप्रैल को मामले को दिल्ली क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया.
बताया जा रहा है कि रोहित शेखर तिवारी के घर में 7 CCTV कैमरे लगे हैं, लेकिन इनमें से दो कैमरे काम नहीं कर रहे थे. पूर्व सीएम एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत 16 अप्रैल को हुई थी. वे 39 साल के थे. रोहित तिवारी को मृत अवस्था में दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें चेकअप के बाद डेड घोषित कर दिया था.
रोहित शेखर की मौत वाले दिन दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर देवेश श्रीवास्तव ने बताया था कि शेखर की नाक से खून निकल रहा था. घर पर मौजूद नौकरों ने शेखर की मां उज्ज्वला शर्मा को फोन किया. उस उस वक्त वो अस्पताल में चेकअप कराने गई थीं. उज्ज्वला शर्मा डिफेंस कॉलोनी स्थित घर पहुंचीं. एम्बुलेंस से शेखर को मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने शेखर को मृत घोषित कर दिया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने रोहित शेखर की मौत के मामले में हत्या का केस दर्ज किया है और जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है.
साल 2017 में एनडी तिवारी ने बेटे रोहित शेखर तिवारी के साथ बीजेपी ज्वाइन की थी. उस समय चर्चा चली कि बेटे का फ्यूचर बनाने के लिए उन्होंने 53 साल बाद कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया था. रोहित शेखर ने पिता एनडी तिवारी से कानून लड़ाई लड़ी थी. कई साल केस चलने के बाद एनडी ने रोहित को अपना बेटा माना था.
रोहित तिवारी 'बॉयलॉजिकल फादर' नारायण दत्त तिवारी के साथ (फाइल फोटो)
रोहित तिवारी 'बॉयलॉजिकल फादर' नारायण दत्त तिवारी के साथ (फाइल फोटो)

एनडी तिवारी को ‘बॉयलॉजिकल फादर’ घोषित करने के लिए 2008 में रोहित शेखर ने कोर्ट में मुकदमा किया. कोर्ट के निर्देश पर एनडी का डीएनए टेस्ट कराया गया., जो उनके बेटे रोहित से मैच कर गया. 27 जुलाई, 2012 को कोर्ट ने डीएनए टेस्ट का रिजल्ट देखने के बाद फैसला रोहित शेखर के पक्ष में दिया था.
उस वक्त कोर्ट ने कहा था कि नारायण दत्त तिवारी रोहित के ‘बॉयलॉजिकल फादर’ हैं और उज्जवला शर्मा ‘बॉयलॉजिकल मदर’. आखिरकार 3 मार्च, 2014 को तिवारी ने यह बात मान ली की वह रोहित के ‘बॉयलॉजिकल फादर’ हैं. इसके बाद 22 मई 2014 को यूपी की राजधानी लखनऊ में नारायण दत्त तिवारी ने रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा से शादी कर ली थी. इस विवाह के समय उनकी उम्र 89 साल थी. 2016 में रोहित ने अपूर्वा शुक्ला से शादी की थी. मूल रूप से इंदौर की रहने वाली अपूर्वा सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं. रोहित पिता के साथ ही रहते थे. लंबी बीमारी के बाद अक्टूबर, 2018 में एनडी तिवारी की मृत्यु हो गई थी.


मुलायम अखिलेश को प्यार करते हैं, पर हमको भी कम नहीं करते: शिवपाल यादव

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement