MP: क्या बिल जमा न करने की वजह से अस्पताल में 80 साल के बुजुर्ग के हाथ-पैर रस्सी से बांधे गए?
अस्पताल प्रशासन और परिवारवाले अलग-अलग बात कह रहे हैं.
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इसका वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है. बुजुर्ग के परिवार ने आरोप लगाया कि मेडिकल बिल जमा ना करने की वजह से ऐसा किया गया. अस्पताल ने इस बात से इनकार किया है. फोटो: ANI
मध्य प्रदेश का शाजापुर सिटी अस्पताल. यहां 80 साल के बुजुर्ग का एक वीडियो सामने आया, जिसमें उनके हाथ-पैर बेड से बंधे हुए दिख रहे हैं. आरोप है कि बिल जमा ना करने के विवाद की वजह से ऐसा हुआ है. वहीं, अस्पताल प्रशासन ने इससे इनकार करते हुए कहा कि उन्हें ऐंठन और कई समस्याएं हो रही थीं इसलिए ऐसा किया गया. फिलहाल मामले की जांच हो रही है.
ज़िला अस्पताल की तरफ से भी जांच के आदेश दिए गए हैं. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मामले में सख्त कार्रवाई होगी.
बुजुर्ग के परिवार का क्या कहना है
बुजर्ग के परिवार का आरोप है कि बुजुर्ग के हाथ पैर इसलिए बांध दिए गए क्योंकि वो 11,000 रुपए की व्यवस्था नहीं कर सके. एनडीटीवी के मुताबिक, बुजुर्ग की बेटी ने कहा,
हमने पांच हजार रुपए भर्ती के समय दिए लेकिन कुछ दिनों तक इलाज चला तो हमारे पास इतने पैसे नहीं थे.
अस्पताल का क्या कहना है अस्पताल के एक डॉक्टर ने 'दी लल्लनटॉप' को बताया,Madhya Pradesh: An 80-yr-old man found tied to bed with rope at a hospital in Shajapur allegedly over non-payment of hospital bill. Dist Collector says,‘We’ve sent a team to hospital to investigate matter. Police probe on. Report awaited. Action will be taken accordingly.'(06.06) pic.twitter.com/fWaY4nIi5z
— ANI (@ANI) June 7, 2020
बुजुर्ग की आंत में दिक्कत थी. उन्हें ऐंठन थी और घबराहट हो रही थी. इस उम्र में इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस हो जाता है. मरीज बहक जाते हैं. वो गिर जाते हैं. चोट लग जाती है. ऐसी स्थिति में दो ऑप्शन होते हैं. या तो उन्हें बेहोश किया जाता लेकिन इस उम्र में ऐसा करने पर सांस की नली रुक सकती है. वेंटिलेटर की ज़रूरत पड़ती है. दूसरा ये कि मरीज को बांधा जाता है ताकि वो ख़ुद को चोट ना पहुंचा लें. ये कॉमन प्रैक्टिस है.प्रशासन ने कहा- जांच जारी मेडिकल बिल जमा ना करने के आरोप पर डॉक्टर कहते हैं कि बुजुर्ग की बेटी की तरफ से बिल जमा ना करने पर हंगामा किया गया. हमने बग़ैर कोई चार्ज लिए उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी. पैसों की वजह से उन्हें नहीं बांधा गया था. वो सुबह से ही बंधे हुए थे. एएनआई के मुताबिक, शाजापुर के डीएम ने कहा कि हमने अस्पताल में एक टीम भेजी थी. पुलिस जांच कर रही है. रिपोर्ट का इंतज़ार है. उसके हिसाब से कार्रवाई होगी. मामले को लेकर यूथ कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार को घेरा भी है.
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