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ब्रिटिश राजा के सम्मान में बना था राजपथ, मोदी सरकार ने 'कर्तव्य पथ' करने का फैसला किया

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि अंग्रेजी शासन से जुड़े प्रतीकों को आजाद भारत में खत्म किया जाना चाहिए.

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Rajpath kartavya path
राजपथ. (फाइल फोटो)
5 सितंबर 2022 (Updated: 5 सितंबर 2022, 21:11 IST)
Updated: 5 सितंबर 2022 21:11 IST
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केंद्र की मोदी सरकार ने एक और सड़क का नाम बदलने का फैसला किया है. दिल्ली के 'राजपथ' को अब 'कर्तव्य पथ' के नाम से जाना जाएगा. अंग्रेजों के जमाने में इस रोड को 'किंगस्वे' के नाम से जाना जाता था, जिसका अनुवाद करके राजपथ किया गया था. न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया, 

'भारत सरकार ने नई दिल्ली के ऐतिहासिक राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर 'कर्तव्य पथ' करने का फैसला किया है.'

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नई दिल्ली नगर पालिका (NDMC) ने 7 सितंबर को एक विशेष बैठक बुलाई है, जिसमें इस प्रस्ताव को पेश किया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में भारत सरकार के प्रस्ताव के अनुरूप राजपथ का नाम आधिकारिक रूप से बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया जाएगा.

एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया, 

'इंडिया गेट पर नेताजी की मूर्ति से लेकर राष्ट्रपति भवन तक पूरी सड़क और क्षेत्र को कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा.'

मालूम हो कि पिछले महीने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि औपनिवेशिक शासन से जुड़े प्रतीकों को आजाद भारत में खत्म किया जाना चाहिए. इसी के तहत भारतीय नेवी ने पिछले हफ्ते अपने निशान में बदलाव किया है.

इससे पहले सरकार ने 'रेस कोर्स रोड' का नाम बदलकर कर 'लोक कल्याण मार्ग' कर दिया था. NDMC ने सितंबर 2016 में ये निर्णय किया था. ये रोड सेंट्रल दिल्ली के दक्षिण में स्थित है, जो कि राजाजी रोड, तीन मूर्ति रोड, अकबर रोड और सफदरजंग रोड से जुड़ता है.

राजपथ नाम कैसे पड़ा?

फिलहाल राष्ट्रपति भवन से लेकर विजय चौक और इंडिया गेट तक जाती हुई रोड को राजपथ के नाम से जाना जाता है. 20वीं शताब्दी के पहले दशक में इसका निर्माण कराया गया था और तब इसका नाम अंग्रेजों ने 'किंगस्वे' रखा गया था.

साल 1911 में किंग जॉर्ज पंचम भारत आए थे और उन्हीं के सम्मान में इस सड़क का नाम किंगस्वे पड़ा था. उसी समय जॉर्ज पंचम में ब्रिटिश भारत की राजधानी कलकत्ता से शिफ्ट कर दिल्ली कर दिया था, जो कि मुगल साम्राज्य के समय में भी राजधानी हुआ करती थी. भारत जब आजाद हुआ, तब इस रोड का नाम बदलकर राजपथ कर दिया गया था. राजपथ को दिल्ली के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक माना जाता है. यहां 133 से ज्यादा लाइट पोल और 4,087 पेड़ हैं.

वीडियो: मोदी सरकार ने एयरपोर्ट सुरक्षा में क्या नया बदलाव कर दिया?

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