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क्या लव जिहाद के चक्कर में 21 साल की मॉडल मार डाली गई?

मॉडल का मुंबई में मर्डर हुआ और पुलिस की बजाय हिन्दुओं को जगाया जाने लगा!

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फोटो - thelallantop
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केतन बुकरैत
25 जनवरी 2019 (Updated: 25 जनवरी 2019, 09:42 AM IST) कॉमेंट्स
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सोशल मीडिया. वो जगह जहां तिल का ताड़ बनता है और जहां 1 और 1 मिलकर 11 बन जाते हैं. उसी सोशल मीडिया पर सबसे पहले 16 अक्टूबर को ख़बर फैली कि 21 साल की मॉडल लड़की का मर्डर हो गया मुंबई में. लड़की की लाश को एक ब्रीफ़केस में बंद कर के एक लड़का झाड़ियों में फेंक आया. पुलिस ने जांच की और एक 19 साल के लड़के को गिरफ़्तार किया. मालूम पड़ा कि लड़के का नाम था मुज़म्मिल सैयद. यहां से गड़बड़ शुरू हुई. सोशल मीडिया पर तिल का ताड़ बनना शुरू हुआ. लड़की का नाम था मानसी दीक्षित और उसे मारने वाले लड़के का नाम था मुज़म्मिल सैयद. यहां से जो नेरेटिव बनना शुरू हुआ उसके अनुसार मुज़म्मिल ने मानसी को लव जिहाद के चलते मारा. यानी मानसी को इसलिए मारा क्योंकि वो एक हिन्दू लड़की थी और मुज़म्मिल मुसलमान. सोशल मीडिया पर खूब सारे पोस्ट्स दिखे. खूब सारे ऐसे ग्राफ़िक्स दिखे जो बता रहे थे कि कैसे लव जिहाद के चक्कर में मुज़म्मिल ने मानसी को मार डाला. mansi dixit murder love jihad मैं आपको ये बता दूं कि ये बातें सरासर ग़लत हैं. लव जिहाद का कोई एंगल नहीं है. ये एक क्राइम है और कुछ नहीं. पुलिस ने जब मुज़म्मिल से पूछताछ करनी शुरू की तो शुरुआत में तो बहुत कुछ नहीं मालूम पड़ा लेकिन 18 अक्टूबर को मुज़म्मिल ने मानसी को मारने की असली वजह बताई. उसने पुलिस को बताया कि मानसी ने उसके साथ सेक्स करने से मना कर दिया था. इस बात पर दोनों के बीच बहस हुई और ये बहस हद से बाहर तब निकल गई जब मुज़म्मिल ने एक स्टूल उठा कर मानसी के सर पर दे मारा. मानसी की वहीं मौत हो गई. हालिया अपडेट यही है कि शुक्रवार को अर्थात 25 जनवरी 2019 को पुलिस ने मुज़म्मिल के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाख़िल कर दी है और मुज़म्मिल पुलिस कस्टडी में है. तो ये सारे लव जिहाद वाले पोस्ट्स और हिन्दू-मुस्लिम एंगल वाली कहानियां झूठी साबित हुईं. ये एक मर्डर था जिसमें लड़की के साथ ज़ोर-ज़बरदस्ती करने के दौरान लड़के के हाथों लड़की की मौत हो गई. उसकी जगह कोई भी हो सकती थी और इससे लड़की के धर्म का कोई लेना देना नहीं था. असल में ऐसे झूठ फ़ैलाते पोस्ट्स शेयर करते वक़्त हम ये नहीं समझते कि एक ऐसे माहौल में जहां धर्म के नाम पर ऑनलाइन नफ़रत फैलाई जाती है ये पोस्ट्स आग में घी का काम करते हैं. ऐसे लोग जो धार्मिक कट्टरता के बॉर्डर पर बैठे हैं, इन पोस्ट्स की वजह से ही मैदान में कूद पड़ते हैं और दूसरे धर्म के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ने की कोशिश करते हैं. तो ऐसी पोस्ट्स से बचिए. जहां कहीं भी ऐसी बातें दिखें, लोगों को उसकी असलियत बताइये. क्यूंकि समय की मांग यही है कि नफ़रत से बचिए और सभी को बचाइए.

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